ट्रेडिंग टाइम फ्रेम का चुनाव

Traders Diary: आज इन 20 Stocks में होगी छप्परफाड़ कमाई! इंट्राडे में मुनाफा के लिए बनाए अपनी लिस्ट
शेयर बाजार की इंट्राडे ट्रेडिंग में रोज की तरह आज भी कुछ शेयर खबरों या किसी नए सेंटीमेंट के चलते जोरदार तेजी दिखा सकते हैं. ज़ी बिज़नेस के रिसर्च टीम से वरुण दुबे और कुशल गुप्ता ने Traders Diary प्रोग्राम पर निवेशकों के लिए कुछ एक्शन वाले स्टॉक्स चुनें हैं.
Cup and Handle- कप एंड हैंडल
क्या होता है कप एंड हैंडल?
किसी सिक्योरिटी प्राइस चार्ट पर कप एंड हैंडल (Cup and Handle) प्राइस पैटर्न एक तकनीकी संकेतक है, जो कप और हैंडल के आकार से मिलता जुलता है जहां कप अंग्रेजी भाषा के यू आकार का है और हैंडल में थोड़ा नीचे की तरफ बहाव है। कप एंड हैंडल को तेजी (बुलिश) का संकेत माना जाता है और इसका उपयोग दीर्घकालिक अवसरों की खोज करने के लिए किया जाता है। इस पैटर्न के दाहिनी तरफ आम तौर पर कम ट्रेडिंग वॉल्यूम होता है। पैटर्न का निर्माण सात सप्ताह की अल्प अवधि से लेकर 65 सप्ताह तक में हो ट्रेडिंग टाइम फ्रेम का चुनाव सकता है। इस संकेतक का उपयोग करने वाले टेक्निकल ट्रेडरों को पैटर्न के हैंडल हिस्से कीी ऊपरी ट्रेडलाइन से थोड़ा ऊपर बाय ऑर्डर पर स्टॉप लगाना चाहिए।
कप एंड हैंडल आपको क्या बताता है?
अमेरिकी टेक्निशियन विलियम जे ओ नील ने 1988 की अपनी किताब ‘हाऊ टू मेक मनी इन स्टॉक्स' में कप एंड हैंडल पैटर्न को परिभाषित किया था और इन्वेस्टर्स बिजनेस डेली में प्रकाशित कई लेखों की श्रृंखला के जरिए तकनीकी आवश्यकताओं को जोड़ा था। ओ नील ने प्रत्येक कंपोनेंट के लिए और राउंडेड लो जो इसे एक अनूठा चाय कप का आकार देता है, की विस्तृत व्याख्या के साथ टाइम फ्रेम मापों को शामिल किया था।
क्या कप एंड हैंडल पैटर्न बुलिश होता है?
सामान्य नियम के रूप में, कप एंड हैंडल पैटर्न बुलिश प्राइस फॉर्मेशन होते हैं अर्थात इसमें तेजी की निरंतरता बने रहने का पैटर्न होता है। इस शब्द के संस्थापक विलियम ओ नील ने इस टेक्निकल ट्रेडिंग पैटर्न के चार प्राथमिक चरणों की पहचान की। पहला, ‘कप' पैटर्न आरंभ होने से लगभग एक से तीन महीने पहले एक सिक्योरिटी एक अपट्रेंड में नई ऊंचाई पर पहुंचेगी। दूसरा, सिक्योरिटी एक राउंडिंग बॉटम सृजित करते हुए पहले की ऊचाई के 50 प्रतिशत से अधिक नहीं गिरते हुए पीछे लौटेगी। तीसरा, सिक्योरिटी फिर से पहले की ऊंचाई तक जाएगी, लेकिन उसके बाद उसमें गिरावट आएगी और वह फॉर्मेशन ‘हैंडल' भाग का निर्माण करेगी। अंत में सिक्योरिटी फिर से ब्रेक होगी, अपनी उस ऊंचाई को पार करेगी जो कप के निचले प्वॉइंट की गहराई के बराबर है।
यह है भारत के उन्नत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
भारत के श्रेष्ठ स्टॉक ब्रोकर्स की सूची नीचे दी गई है:
-
: खास तौर पर मोबाइल से ट्रेडिंग करने के लिए
एंजेल ब्रोकिंग – Angel Broking
एंजेल ब्रोकिंग रेटिंग:
एंजेल ब्रोकिंग भारत में उन शुरुआती कंपनियों में से एक है जिन्होंने उस दौरान रिटेल निवेशकों को सस्ता एवं उन्नत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करना शुरू कर दिया था। 2.15 मिलीयन ग्राहकों के साथ एंजेल ब्रोकिंग आज भारत का श्रेष्ठ स्टॉक ब्रोकर बन चुका है।
एंजेल ब्रोकिंग डैशबोर्ड
मैं एंजेल ब्रोकिंग ऐप का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं जो कि प्रयोग करने में सरल है और आसान सुविधाओं से लैस है। जब कभी भी मैं घर से बाहर होता हूं या अपने लैपटॉप से दूर होता हूं उस समय ट्रेडिंग के लिए मैं इस ऐप का उपयोग करता हूं। उनका ऐप आधारित प्लेटफार्म यकीनन ही उन्नत है एवं सभी तरह के उन्नत ट्रेडिंग टूल्स तथा इंडिकेटर से लैस है।
मोबाइल से ट्रेडिंग करने के लिए मैं एंजेल ब्रोकिंग का पुरजोर समर्थन करता हूं।
मैं यह महसूस करता हूं कि उनका वेब आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, उनके ऐप के समकक्ष नहीं है और उन्हें इस पर अत्यधिक मेहनत करने की आवश्यकता है ताकि वह भारत के अन्य डिस्काउंट ब्रोकर्स का मुकाबला कर सकें।
मैं सोचता हूं वे इस पर बड़ी जोर शोर से कार्य कर रहे हैं क्योंकि मैं उनके वेबसाइट सेक्शन (उदाहरण के तौर पर रियल टाइम में प्रॉफिट एंड लॉस अपडेट) में और एंजेल ब्रोकिंग ऐप में भी कई सुधार देख चुका हूं।
मैं नहीं जानता क्यों परंतु मुझे उनके प्लेटफार्म पर ट्रेडिंग करना पसंद है,शायद इस कारण कि यह मेरे द्वारा प्रयोग किया गया सबसे पहला ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है।
एंजेल ब्रोकिंग रियल टाइम डाटा के साथ सबसे अग्रणी निवेश सुझाव आधारित सेवा है। ARQ के द्वारा ग्राहक स्टॉक से संबंधित बाय ओर सेल अलर्ट प्राप्त करते हैं। इसकी सटीकता 60 से 70% (प्रति दस ट्रेड् में से 6-7 ट्रेड लाभ संबंधित और तीन ट्रेड जोखिम संबंधित) है, जोकि ट्रेडिंग कम्युनिटी में बहुत ही प्रभावशाली मानी जाती है।
एंजेल ब्रोकिंग की हमारे देश में अन्य डिस्काउंट ब्रोकर की तुलना में बड़ी संख्या में भौतिक शाखाएं हैं। एंजेल ब्रोकिंग डीमैट अकाउंट ओपन करने की प्रक्रिया का वीडियो देखने के लिए क्लिक कीजिए।
- यह प्रयोग में आसान और उन्नत टूल्स तथा इंडिकेटर से लैस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है।
- बाय तथा सेल ऑर्डर के लिए एक समान दर से ₹20 ब्रोकरेज।
- वार्षिक मेंटेनेंस शुल्क ₹450 (करो को छोड़कर)।
- डिलीवरी ऑर्डर के लिए कोई ब्रोकरेज नहीं (अर्थात यदि आप स्टॉक खरीदते हैं और उसको एक लंबे अंतराल के लिए होल्ड करते हैं तो ऐसे स्टॉक को खरीदने व बेचने के लिए आप पर ब्रोकरेज शुल्क लागू नहीं होता है)। विशेषता के साथ डायरेक्ट म्युचुअल फंड निवेश का ऑप्शन।
- निवेश सिखाने के लिए निशुल्क वेबीनार।
- एंजेल ब्रोकिंग रोबो ऑर्डर सुविधा, तुरंत बाय, सेल तथा स्टॉप लॉस ऑर्डर करने में आपकी मदद करता है। यह नौकरी पेशा लोगों के लिए बहुत ही सुविधाजनक है।
नुकसान
- वेब आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में सुधार की आवश्यकता है।
- कई बार ग्राहक सेवा एजेंट्स और रिलेशनशिप मैनेजर व्यस्त समय के दौरान ग्राहकों की समस्याओं का समाधान प्रदान करने के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं।
जीरोधा – Zerodha
जीरोधा रेटिंग:
बिना हिचकिचाहट यह भारत का उन्नत ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। जीरोधा अपनी आधुनिक सेवाओं और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के कारण भारत की डिस्काउंट श्रेणी का श्रेष्ठ शेयर मार्केट ब्रोकर बन चुका है। अधिकांश रिटेल इन्वेस्टर्स तथा संस्थाएं जीरोधा को अपने डिफॉल्ट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में पसंद करते हैं।
जीरोधा अकाउंट को ओपन करने की क्रमबद्ध प्रक्रिया की जानकारी के लिए इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक पढ़िए।
यह ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म उन्नत चार्टिंग सेवाओं से लैस है। इस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में चार्ट को अध्ययन करने के लिए दो ऑप्शन है: Tradingview और ChartIQ। दोनों ही चार्टिंग प्लेटफार्म बहुत उन्नत हैं और ट्रेडिंगव्यू तो मेरा पसंदीदा है।
इस प्लेटफार्म की 2010 में शुरुआत करने के बाद इसके संस्थापक नितिन कामत इसको और अधिक ऊंचाइयों पर ले गए और भारतीय ट्रेडिंग समुदाय को एक किफायती ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान किया। यह भारत के सफलतम स्टार्टअप्स में से एक है।
जीरोधा के 3 मिलियन से अधिक ग्राहक है और उनमें से अधिकतर रिटेल श्रेणी से संबंध रखते हैं। संपूर्ण भारत में, रिटेल ट्रेडिंग में जीरोधा का अपना स्वयं का 15% का योगदान है जो कि अत्यंत सराहनीय है।
जीरोधा डीमैट अकाउंट के साथ आप अनेक ट्रेडिंगव्यू पेड टूल्स में प्रवेश कर सकते हैं जैसे कि उसी स्क्रीन पर उपलब्ध मल्टी टाइम फ्रेम विंडो। ट्रेडिंग इन ऑप्शंस के लिए आप सेंसिबुल की मदद ले सकते हैं जोकि जीरोधा अकाउंट के साथ एकीकृत है।
सेंसिबुल के अनेक फीचर्स का आप निशुल्क लाभ उठा सकते हैं उदाहरण के तौर पर व्हाट्सएप में प्राइज अलर्ट। सेंसिबल पेड प्लेन का उपयोग आप सशुल्क सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
जीरोधा काईट मोबाइल ऐप को बहुत अच्छी तरह से डिजाइन किया गया है और यह आपको वेबसाइट पर उपलब्ध सभी ट्रेडिंग टूल्स में प्रवेश प्रदान करता है।
जीरोधा GTT (Good Till Trigger) सुविधा का उल्लेख करना अति आवश्यक है। यह आपको एल्गो ट्रेडिंग का अनुभव प्रदान करता है। आपको केवल बाय सेल तथा स्टॉप लॉस प्राइस को निश्चित करना है और उसके बाद निश्चिंत हो जाना है। आपको दिन भर अपने सिस्टम के सामने बैठे रहने की आवश्यकता नहीं है। इसका उपयोग करने के बाद सब स्वयं ही हो जाता है।
जीरोधा जीटीटी ऑर्डर एक सशुल्क सेवा है परंतु अकाउंट के साथ आपको प्रथम 3 महीनों के लिए GTT Order सेवा का अतिरिक्त लाभ मिलता है। अपने ट्रेडिंग अनुभव में सुधार करने के लिए आप कोई सुविधा का उपयोग करना चाहिए।
Investing और Trading में अंतर (Hindi)|
Investing और Trading शेयर बाजार के दो पहलू हैं इन्वेस्टमेंट के लिए आपको लम्बी अवधि और एक धैर्य mindset की जरुरत पड़ती हैं पर ट्रेडिंग की लिए आप शार्ट टर्म के लिए कर सकते हैं पर इसमें जोखिम ज्यादा हैं पर अपने स्किल्स और नॉलेज को अच्छा करके आप इसमे शरुवात कर सकते हैं । तो आईये जानते हैं संक्षेप में Investing और Trading के बारे में !!
Table of Contents
What is Investing in Stock Market (Hindi)
किसी भी निवेश से पहले आपको यह जानना जरूरी है कि आखिर आप निवेश करना क्यों चाहते हैं और किस एसेट क्लास में निवेश करना चाहते हैं। निवेश के कई विकलप हैं जैसे रियल एस्टेट , गोल्ड या फिर कोई गवर्मेंट स्कीम पर इस ब्लॉग में हम जानेगे स्टॉक मार्किट में निवेश क्या होता हैं ? Stock मार्किट में निवेश की सबसे महत्वपूर्ण बात यहाँ हैं की आप किस अवधि के लिए पैसा लगाना चाहते हैं और कितना पैसा लगाना चाहते हैं अपने फाइनेंसियल गोल को ध्यान में रखते हुए।
निवेश लंबी अवधि का दृष्टिकोण लेता है चाहे निवेश के लिए लंबे समय के लिए स्टॉक में निवेश किया गया हो क्योंकि निवेश के लिए धैर्य की आवश्यकता होती है। निवेशक धीरे-धीरे समय की अवधि में धन का निर्माण करते हैं। निवेश में आम तौर पर कई साल लगते हैं क्योंकि यह कई लाभों के साथ आता है जैसे कि लाभांश, स्टॉक स्प्लिट बोनस आदि। निवेशक को डाउनट्रेंड चक्र या साइडवेज मार्केट में धैर्य की आवश्यकता होती है। क्यूंकि आपका निवेश उस कंपनी की ग्रोथ से जुड़ा हैं जिसका आपने स्टॉक ले रखा हैं और इकनॉमिक एक्टिविटी आदि पर निर्भर करता हैं इसलिये इसमें समय लग सकता हैं ।
Stock Market में निवेश कैसे करें|How to start Investing in Stock Market
अगर आप नए इन्वेस्टर हैं और स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले आपको उसके बारे में अच्छे से जानकारी जुटानी चाहिए। निवेश आप लम्बी अवधी और छोटी अवधि के लिए भी कर सकते हैं और पैसे को एकमुश्त या सिप के माध्यम से भी निवेश कर सकते हैं अपने वित्तीय लक्ष्य को ट्रेडिंग टाइम फ्रेम का चुनाव जानना सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक है।एक योजना बनाएं और दूसरा उसका पालन करने के लिए पर्याप्त अनुशासन बरतें।दूसरों को देखकर पैसा न लगाएं और स्टॉक की कीमत का सही आंकलन करें , वैल्यू देखें क्यूंकि इन्वेस्टर लम्बे समय के लिए निवेश करते हैं
वहीं शेयर मार्केट में जिस कंपनी में आप अपने पैसों को इन्वेस्ट करने वाले हैं, पहले उसके फंडामेंटल, ट्रैक रिकॉर्ड, हिस्ट्री चार्ट, मार्केट परफॉर्मेंस आदि चीजों के ट्रेडिंग टाइम फ्रेम का चुनाव बारे में अच्छे से जान ले और कम कर्ज वाली कंपनियों का चुनाव करें आप इसके लिए किसी विशेषज्ञ की सहायता भी ले सकते हैं।
स्टॉक मार्किट में निवेश के लिए एक डीमैट अकाउंट और बैंक अकाउंट के जरुरत होती हैं इसके बाद ही आप किसी कंपनी के शेयर खरीद सकते हैं और उसे लम्बे समय तक रख सकते हैं तथा अपने फाइनेंसियल गोल के हिसाब से उसे बाद में बेच सकते हैं ।
डीमैट अकाउंट की अधिक जानकारी के लिए आप निचे दिए लिंक पर क्लिक करके लेख पढ़ सकते हैं
What is Trading in Stock Market(Hindi)
Trading एक वस्तु का दूसरी वस्तु के साथ आदान-प्रदान है, ट्रेडिंग टाइम फ्रेम का चुनाव लेकिन वित्तीय बाजार में एक व्यक्ति शेयर खरीदता है और दूसरा व्यक्ति शेयर बेचता है लेकिन शेयर को मुद्रा के आदान-प्रदान द्वारा श्रेय दिया जाता है।मुद्रा के आदान-प्रदान में शेयरों की खरीद और बिक्री में व्यापार होता है और शेयरों की खरीद और बिक्री के लिए होती है।,
ट्रेडिंग अल्पकालिक दृष्टिकोण के लिए होती है ट्रेडिंग ऊपर और नीचे की कीमतों में उतार-चढ़ाव से व्यापारियों को रोमांचित करती है।स्टॉक मार्केट में कई प्रकार की ट्रेडिंग की जा सकती हैं जैसे – इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, पोजिशनल ट्रेडिंग आदि। शार्ट टर्म ट्रेडिंग टाइम फ्रेम पे निर्भर करती हैं की कितने समय की लिए ट्रेड किया गया हैं यह एक दिन या कुछ दिनों और हफ्तों के लिए हो सकती हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग में जोखिम ज्यादा होता हैं क्यूंकि एक ही दिन में आपको अपनी पोजीशन काटनी पड़ती हैं चाहे प्रॉफिट हो या लॉस ।
Stock Market में Trading कैसे करें|How to start Trading in Stock Market
Stock Market में ट्रेडिंग से पहले आपको स्पष्ट होना चाहिए की इसमे पैसो का जोखिम हो सकता हैं इसलिए जरुरी स्किल और Knowledge का होना बहुत जरुरी हैं तो पहले अपनी स्किल और नॉलेज पे काम कीजिये जैसे के टेक्निकल एनालिसिस ,Chart को analyse करना की कहा पे ट्रेड का मौका मिलगा अपने रिस्क रिवॉर्ड को देख के उस से भी बड़ी चीज़े हैं ट्रेडिंग साइकोलॉजी और एक बेहतरीन ट्रेडिंग प्लान ।ट्रेडिंग और ट्रेडिंग प्लान के लिए निचे दिया गए लिंक पर क्लिक करके पढ़े ।
Trading Vs Investing|Trading और Investing में अंतर जाने
- ट्रेडिंग ने शेयर बाजारों में मूल्य में उतार-चढ़ाव से पैसा कमाने का अवसर दिया जबकि निवेश के लिए बहुत धैर्य की आवश्यकता होती हैं।
- ट्रेडिंग इंट्राडे शॉर्ट टर्म के लिए है जबकि निवेश कई सालों या दशकों के लिए भी लॉन्ग टर्म के लिए है।
- ट्रेडिंग ट्रेडर में मुख्य रूप से तकनीकी विश्लेषण पर भरोसा करते हैं जो तकनीकी संकेतक या चार्ट विश्लेषण करते हैं, जबकि निवेश में निवेशक मुख्य रूप से बैलेंस शीट से पी & एल शीट और प्रबंधन गुणवत्ता नेतृत्व के मौलिक विश्लेषण पर भरोसा करते हैं।
- ट्रेडिंग में मार्केट टाइमिंग शामिल है जबकि निवेश में मार्केट को समय दिया जाता हैं
- निवेश और व्यापार दोनों के लिए शेयर बाजार में अलग दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है
स्वस्थ बाजार के लिए निवेशक और व्यापारी दोनों महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि व्यापारी और निवेशक ने बाजार को अस्थिरता और तरलता दी ताकि निवेशक या व्यापार बाजार में प्रवेश और निकास करें।
Intraday trading क्या है? Intraday में स्टॉक सिलेक्शन कैसे करें? (2022)
बहुत सारे लोगों को ऐसा विश्वास होता है कि स्टॉक मार्केट में पैसा तभी बनाया जा सकता ट्रेडिंग टाइम फ्रेम का चुनाव है जब आप long term investment करते हो पर क्या यह सही है,जी नहीं, बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो विभिन्न रणनीतियों के तहत बाजार से पैसा कमाते हैं।
स्टॉक मार्केट में पैसा बनाने के लिए बहुत प्रकार की ट्रेडिंग की जाती है। Intraday trading उन्हीं में से एक है। यह एक ऐसी टेक्निक है।जिसकी सहायता से आप दिन के भीतर अच्छा पैसा बना सकते हैं। यह ट्रेडिंग अन्य प्रकार की ट्रेडिंग से बिल्कुल अलग होती है। क्योंकि Intraday trading में सफल होने के लिए ट्रेडर्स को बाजार की परिस्थिति का सटीक रूप से ज्ञान होना आवश्यक है जिसकी सहायता से वह जल्दी से जल्दी निर्णय ले सकें।
तो चलिए जानते ही हैं कि Intraday trading क्या होती है। तथा इसमें आप किस तरीके से ट्रेडिंग कर सकते हैं।
Table of Contents
Intraday trading क्या है?
Intraday trading एक ऐसा ट्रेडिंग का प्रकार है,जिसमें आपको किसी शेयर या कमोडिटी में दिन के भीतर ही खरीदी -बिक्री का कार्य करना पड़ता है। क्योंकि शेयर बाजार व अन्य बाजार दिन में कुछ ही घंटे के लिए खुलते हैं इसलिए ट्रेडिंग का कार्य बाजार खुलने से लेकर बंद होने तक किया जाता है।
Intraday trading को किसी शेयर में निवेश के उद्देश्य से नहीं अपितु लाभ कमाने के उद्देश्य से खरीदा बेचा जाता है। शेयर बाजार में प्रतिदिन उतार चढ़ाव होते रहते हैं। Intraday traders इन्हीं उतार-चढ़ाव के माध्यम से आपस में व्यापार करके लाभ कमाने का प्रयत्न करते हैं।
- यह ट्रेडिंग किसी शेयर के साथ साथ इंडेक्स में भी की जाती है जहां पर डेरिवेटिव के माध्यम से ट्रेड किया जाता है।
Intraday trading को टेक्निकल एनालिसिस की सहायता से किया जाता है।जिसमें बहुत सारे Indicators तथा tools होते हैं जो मार्केट के विभिन्न प्रकार के संकेत देते हैं। जो आपको Intraday trading में लाभ कमाने हेतु सहायता कर सकते हैं।
यदि आप दिन में किसी स्टॉक को खरीदते हैं तो आपको मार्केट बंद होने से पहले उसे बेचना पड़ेगा। और यदि आप किसी स्टॉक को बेचते हैं तो आपको बाजार बंद होने से पहले उसे खरीदना पड़ेगा। चाहे आप को लाभ हो या हानि अन्यथा आपका ब्रोकर आपकी पोजीशन को स्क्वायर ऑफ कर देगा।
Intraday trading की शुरुआत कैसे करें?
इंट्राडे ट्रेडिंग दिन में किसी फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट को खरीदने व बेचने की प्रक्रिया को कहते हैं।
यह Investing से बिल्कुल अलग होती है क्योंकि इन्वेस्टिंग में किसी शेयर को एक से अधिक दिनों के लिए रखना पड़ता है।परंतु Intraday trading को एक दिन में ही पूरा किया जा सकता है।
Intraday trading बहुत जोखिम भरी होती है परंतु इसमें आप आकर्षक लाभ भी प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए आपको अपने दिमाग में इंट्राडे ट्रेडिंग की शुरुआत करते समय निम्न बातों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है।
कम पैसों से शुरुआत करें।
इंट्राडे ट्रेडिंग में कभी-कभी लाभ प्राप्त किया जा सकता है।परंतु एक सफल intraday trader बनने के लिए आपको निरंतर रूप से लाभ प्राप्त करने होंगे। जिसके लिए आपको सीखने पर ज्यादा ध्यान देना होगा। इसलिए आप जब भी Intraday trading की शुरुआत करें कम पैसों के साथ करें ।
जोखिम का प्रबंधन।
Intraday trading स्विंग ट्रेडिंग की तुलना में अधिक जोखिम भरी होती है जिससे आप अपने पैसों को गवां सकते हैं। इसलिए आपको जोखिम के प्रबंधन की आवश्यकता होगी जिसके लिए आप स्टॉप लॉस का उपयोग कर सकते हैं।
सही शेयरों का चयन।
Intraday trading में लगातार रूप से लाभ प्राप्त करने हेतु आपको सटीकता से शेयरों का चयन करना आवश्यक होगा । इसलिए हमेशा उच्च लिक्विडिटी तथा हाई वैल्यूएशन वाली कंपनियों में ट्रेड करना चाहिए।
टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग।
टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग इंट्राडे ट्रेडिंग में बहुतायत से किया जाता है क्योंकि यह शॉर्ट टर्म में लाभ प्रदान करने हेतु महत्वपूर्ण होता है टेक्निकल एनालिसिस में आप इंडिकेटर मूविंग एवरेज टाइम फ्रेम तथा अन्य टूल्स का उपयोग करके मार्केट में खरीदने तथा बेचने के संकेतों को आसानी से पहचान सकते हैं।
इसलिए आपको टेक्निकल एनालिसिस को अच्छी तरह से सीखना होगा।
Intraday trading कैसे कार्य करती है?
Intraday trading उच्च जोखिम के साथ ही उच्च लाभ वाली टेक्निक है जिसमें व्यक्ति किसी शेयर या कमोडिटी मैं होने वाले उतार-चढ़ाव पर दांव लगाकर लाभ प्राप्त करने का प्रयत्न करता है।
इसमें ट्रेडर शेयरों के उतार-चढ़ाव के आधार पर बाजार में अपनी स्थिति बनाता है तथा बाजार बंद होने से पहले उसे अपनी पोजीशन को बंद करना पड़ता है। अन्यथा उसकी पोजीशन अपने आप स्क्वायर ऑफ हो जाती है।
Intraday trading कम समय में लाभ प्राप्त करने हेतु कारगर विकल्प है। क्योंकि इसमें पोजीशन को स्विंग ट्रेडिंग की भांति 1 दिन से अधिक के लिए नहीं रखना पड़ता इसलिए रातों-रात होने वाले बदलावों का जोखिम नहीं होता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग को विभिन्न प्रकार की परिस्थितियां प्रभावित करती हैं जिनके आधार पर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं।
Intraday trading में स्टॉक का सिलेक्शन कैसे करें?
किसी Intraday trading को शेयर बाजार में लाभ प्राप्त करने के लिए अच्छे स्टॉक का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण होता है।इसके आधार पर आप उच्च लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
अच्छे शेयरों का चयन करने हेतु निम्न बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।
लिक्विडिटी
शेयर बाजारमैं किसी स्टॉक मैं ट्रेडिंग करने हेतु लिक्विडिटी बहुत आवश्यक है। इसके आधार पर आप अच्छे शेयरों का चुनाव कर सकते हैं।
इसके लिए किसी शेयर या कमोडिटी में उच्च लिक्विडिटी का होना स्टॉक को Intraday trading हेतु लाभकारी बनाता है। हाई लिक्विड स्टॉक उच्च वॉल्यूम वाले होते हैं जहां बहुत अधिक संख्या में शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं।जिसके कारण ट्रेडर बड़ी संख्या में शेयरों की खरीदी बिक्री का कार्य उसके स्थैतिक मूल्य के परिवर्तन कर सकता है। कम लिक्विडिटी वाले शेयरों Intraday trading को लाभ कमाने हेतु मौके उपलब्ध नहीं होते हैं परंतु उच्च लिक्विडिटी वाले शेयरों में उसके अनेक मौके होते हैं।
Volatility
Volatility किसी शेयर में Intraday trading हेतु अत्यंत आवश्यक होती है।किसी भी शेयर या कमोडिटी की volatility मध्यम या उच्च होनी चाहिए। इसमें Intraday traders को तभी लाभ होता है। जब बाजार उनकी इच्छा अनुसार ऊपर या नीचे की ओर जाता है यदि बाजार में उनकी इच्छा अनुसार उतार-चढ़ाव नहीं होता या वह consolidation की अवस्था में होता है तो ट्रेडर को नुकसान झेलना पड़ सकता है। यदि किसी शेयर या कमोडिटी की volatility उच्च होती है तो आप इसका फायदा उठाकर दिन में बहुत से Intraday trading ऑर्डर लगा सकते हैं जिससे आपके लाभ होने के विकल्प बढ़ जाते हैं।
इसलिए आपको ऐसे शेयरों का चुनाव करना चाहिए जिसकी volatility 3-5%तक हो।
मार्केट ट्रेंड्स
शेयर बाजार तथा कमोडिटी बाजार को विभिन्न प्रकार की परिस्थितियां प्रभावित करती हैं। जिनमें महामारी, प्राकृतिक आपदाएं, आर्थिक संकट, युद्ध, बजट तथा अन्य राजनीतिक कारण इत्यादि हो सकते हैं।
जिसके कारण बाजार में उतार चढ़ाव होते हैं। इसके फलस्वरूप विभिन्न सेक्टरों की कंपनियों मैं भी वृद्धि या गिरावट देखने को मिलती है।
जैसे यदि बाजार में वृद्धि होगी तो शेयर का मूल्य भी बढ़ सकता है। और यदि बाजार गिरेगा तो शेयर की कीमत भी घटती जाएगी। इसलिए Intraday trader को मार्केट ट्रेंड को समझकर ही शेयरों का चुनाव करना चाहिए।
मार्केट ट्रेंड को आप विभिन्न एक्सचेंजों के इंडेक्सों के माध्यम से जान सकते हैं।
सेक्टर का विश्लेषण।
शेयर बाजार में विभिन्न प्रकार की कंपनियां लिस्टेड होती हैं जो अलग-अलग क्षेत्रों में कार्यरत होती हैं जिनमें टेक्नोलॉजी, फार्मास्युटिकल्स, एफएमसीजी(FMCG) रियल स्टेट,बैंकिंग(BANKING) तथा मेटल सेक्टर इत्यादि होते हैं
Intraday trading को स्टॉक का चयन करते समय विभिन्न प्रकार के सेक्टरों के विश्लेषण के आधार पर उनमें उपस्थित कंपनियों की तुलना करके अच्छे शेयर का चयन कर सकते हैं।
शेयरों का तकनीकी विश्लेषण
Intraday trading में टेक्निकल एनालिसिस की आवश्यकता होती है जिसके आधार पर आप शेयरों के मूवमेंट को समझ कर स्टॉक का चयन कर सकते हैं।
इसमें ऐसी बहुत सी रणनीतियां होती हैं जिनके आधार पर Intraday trading में खरीदने और बेचने के संकेतों को पहचान सकते हैं। टेक्निकल एनालिसिस में ऐसे बहुत सारे इंडिकेटर्स व टूल्स होते हैं जिसकी सहायता से आप आसानी से अच्छे शेयर का चयन कर सकते हैं।