क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है

हर दिन हमे नए नए कॉइन के नाम सुनने को मिलते हैं। एसा इसीलिए क्यूंकि क्रिप्टोकरेंसी को किसी भी देश की सरकार जारी नहीं करती। यह एक ओपन सोर्स प्लेटफार्म है और कंप्यूटर डेवेलपर्स इसे कंप्यूटर क्रिप्टोग्राफ़ी के मदद से बनाते हैं।
क्या है क्रिप्टोकरेंसी, कैसे काम करती है, भारत में वैध है या नहीं?
साल 2009 में सतोशी नाकामोतो ने क्रिप्टोकरेंसी शुरू की थी. इससे पहले कई देश पहले से ही डिजिटल मुद्रा पर काम कर रहे थे. साल 1996 में अमेरिका में इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड बन गया था जिससे लोग दूसरी चीजें खरीद सकते थे.
Image क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है Courtesy: The Verge
- ब्लॉकचेन सॉफ्टवेयर के जरिए क्रिप्टोकरेंसी का यूज होता है.
- यह डिजिटल रकम कोडेड होती है और इसे एक डिसेंट्रेलाइज्ड सिस्टम की मदद से मैनेज किया जाता है.
- करेंसी के लेन-देन के दौरान आपको डिजिटल सिग्नेचर के जरिए वेरिफिकेशन करना होता है.
- जहां पर सभी जानकारियों का डेटाबेस तैयार होता है उसे माइनिंग कहा जाता है. तैयार करने वाले को माइनर्स कहा जाता है.
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कितने तरह की क्रिप्टोकरेंसी?
पूरी दुनिया में अभी तक लगभग 18सौ से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी हैं. लेकिन बिटक्वॉइन, डॉजक्वाइन, लाइटक्वाइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनक्वाइन जैसे नाम आपने सबसे ज्यादा सुने होंगे.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है ?
जैसे की हम जानते हैं की Cryptocurrency एक डिजिटल मुद्रा है और एक Decentralize करेंसी है। इसे किसी देश की सरकार द्वारा जारी नहीं किया जाता ना हीं किसी देश की सरकार द्वारा ये कण्ट्रोल होता है। क्रिप्टोग्राफ़ी की मदत से कंप्यूटर डेवेलपर्स Cryptocurrency को बनाते हैं। नार्मल करेंसी( जैसे की रुपया और डॉलर) की तरह हीं क्रिप्टोकरेंसी की मदद से हम चीजों को खरीद सकते हैं।
Cryptocurrency में peer-to-peer ट्रांज़ैक्शन होता है, जो एक Crypto Exchange और Wallet से दूसरे Crypto Exchange और Wallet में बड़ी आसानी से ट्रांसफर हो जाता है। क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करता है और ब्लॉकचैन में ही हर एक Cryptocurrency का ट्रांज़ैक्शन डिटेल्स स्टोर होता है।
जैसे भारत के Stock Market में कोई भी कंपनी आपने Share को लिस्ट करना चाहें तो उन्हें NSE(National Stock Exchange) और BSE(Bombay Stock Exchange) में लिस्ट करवाना पड़ता है। ठीक उसी तरह Cryptocurrency को भी लिस्ट करने के लिए Coinmarketcap वेबसाइट पे लिस्ट करना पड़ता है। अभी के समय में coinmarketcap.com पे 12500 से भी ज्यादा Cryptocurrency लिस्ट हो चूका क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है है।
कहां होती है क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग ?
क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग के लिए दुनिया भर में 400 से ज्यादा Crypto Exchange हैं, जैसे की Binance, Coinbase Exchange, Kucoin, Huobi Global जैसे बड़े Exchange शामिल हैं। इन Exchanges में आप अकाउंट बनाके ट्रेडिंग कर सकते हैं लेकिन अगर आप भारत से हैं तो आपको भारत के सबसे बड़े Crypto Exchange “Wazirx” में अकाउंट बनाना होगा ताकि आप INR वैल्यू में आसानी ट्रेडिंग कर सकें।
भारत में जो भी क्रिप्टो ट्रेडर हैं वे Wazirx Exchange में हीं ट्रेडिंग करते हैं क्यूंकि ये भारत का सबसे बड़ा Crypto Exchange है। इसमें ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान है, में भी cryptocurrency में invest और ट्रेडिंग के लिए इसी प्लेटफार्म का इस्तेमाल करता हूँ।
और एक Crypto Exchange का नाम है “Zebpay” जो भारतीय क्रिप्टो ट्रेडर्स के लिए दूसरा ऑप्शन है जिसमे INR वैल्यू में आसानी से ट्रेडिंग किया जा सकता है।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या है ?
अभी की बात करें तो भारत सरकार द्वारा Cryptocurrency को मान्यता नहीं दिया गया है। क्यूंकि ये एक डिसेंट्रेलाइज्ड करेंसी है, जिसे सरकार द्वारा कण्ट्रोल नहीं किया जा सकता। इसीलिए भारत सरकार अभीतक क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता देने में कोई निर्णय नहीं ले क्या क्रिप्टोकरेंसी कानुनी रुप से वैध है पा रही है।
जैसे की stock market में कोई भी शेयर का प्राइस की उतार चढ़ाव में limitation है, की एक share का वैल्यू एक दिन में maximum कितना बढ़ेगा या कितना घटेगा। लेकिन Cryptocurrency की case में एसा नहीं है, क्रिप्टोकरेंसी का वैल्यू कभी भी और कितना भी बढ़ सकता है या घाट सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी की इस उतार चढ़ाव से भारत के इन्वेस्टर्स को कोई नुकसान न उठाना पड़े, सायद इसीलिए सरकार इसे मान्यता नहीं दे रही है। आने वाले दिनों में सरकार क्रिप्टोकरेंसी को ले के क्या फैसला करती है ये देखना है।