चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर

ऐसे माहौल में किस म्यूचुअल फंड में निवेश है बेहतर
बैलेंस्ड म्युचुअल फंड
यहाँ भारत में शीर्ष प्रदर्शन करने वाली संतुलित धनराशि / हाइब्रिड म्यूचुअल फ़ंड योजनाएँ हैं:
बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड नाम | 3 साल का रिटर्न | 5 साल का रिटर्न |
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एचडीएफसी हाइब्रिड इक्विटी फंड | 13.46% | 15.49% |
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इक्विटी और डेट फंड | 13.01% | 15.31% |
एसबीआई इक्विटी हाइब्रिड फंड | 12.88% | 16.32% |
रिलायंस इक्विटी हाइब्रिड फंड | 12.82% | 15.85% |
आदित्य बिड़ला सन लाइफ इक्विटी हाइब्रिड ’95 | 13.54% | 15.69% |
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बैलेंस्ड एडवांटेज फंड | 10.58% | 12.41% |
बैलेंस्ड फंड क्या हैं?
म्यूचुअल फंड में निवेश सभी विभिन्न वित्तीय साधनों के लिए योगदान के विविध पोर्टफोलियो के बारे में हैं। बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड जिसे हाइब्रिड म्यूचुअल फंड के रूप में भी जाना जाता है, उन म्यूचुअल फंड योजनाओं में से एक है, जो आपको पोर्टफोलियो विविधीकरण करने में मदद करते हैं। इस प्रकार की म्युचुअल फंड स्कीम में जोखिम चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर कम करने के अलावा पूँजी की प्रशंसा, आमदनी का जरिया चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर होता है। अपने मूल सार में बैलेंस्ड फंड अस्थिर और अप्रत्याशित बाजार उतार-चढ़ाव से निवेश को बचाने के लिए पूंजी उत्पन्न करना चाहते हैं।
इक्विटी इंस्ट्रूमेंट्स, साथ ही डेट इंस्ट्रूमेंट्स के मिश्रण में निवेश के माध्यम से एक-स्टॉप निवेश डायवर्सिफिकेशन प्रदान करने के लिए बैलेंस्ड / हाइब्रिड फंड्स को टाल दिया गया है। भारत में सबसे अच्छा हाइब्रिड फंड आमतौर पर इक्विटी स्कीमों में 50-70% निवेश और शेष बॉन्ड और डेट मार्केट जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में होते हैं। इस प्रकार, उन्हें आमतौर पर इक्विटी हाइब्रिड फंड के रूप में भी जाना जाता है। यह फंड उन निवेशकों के लिए आदर्श है जिनके पास कम-मध्यम जोखिम वाली भूख है, लेकिन वे महत्वपूर्ण रिटर्न की ओर भी देख रहे हैं।
क्या मुझे हाइब्रिड फंड में निवेश करना चाहिए?
किसी विशेष योजना या फंड में निवेश करने के लिए, आपको यह पता लगाना चाहिए कि उस प्रकार की म्यूचुअल फंड स्कीम आपके लिए सबसे उपयुक्त होगी या नहीं। यहाँ कुछ संकेत चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर दिए गए हैं, जिनके लिए सभी एक संतुलित / संकर योजना म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।
नए निवेशक
यदि आप अपने पहले म्यूचुअल फंड निवेश के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको कर कटौती और निवेशक को मिलने चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर वाले लाभों के कारण इन इक्विटी-लिंक्ड योजनाओं (ईएलएसएस) पर विचार करना चाहिए। इन योजनाओं के कर लाभ के अलावा, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड पहली बार निवेशकों के लिए पोर्टफोलियो विविधीकरण का सही विकल्प प्रस्तुत करते हैं। इसका अनिवार्य रूप से अर्थ है कि निवेशक समय के साथ अपने निवेश की वृद्धि को देख चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर सकते हैं, जबकि उनकी मूल राशि को योजना के प्रावधानों द्वारा संरक्षित रखा जाता है।
महंगे बाजार और उतार-चढ़ाव वाले माहौल में इस फंड ने दिया 34 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न
ऐसे माहौल में किस म्यूचुअल फंड में निवेश है बेहतर
- इस समय शेयर बाजार अपने ऐतिहासिक उंचाई पर है
- साथ ही उतार-चढ़ाव चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर भी दिख रहा है
- आपको पता है कि ऐसे में आपको किस म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए
- इस क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि ऐसी स्थिति में म्यूचुअल फंड की बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (बैफ) स्कीम में निवेश करना चाहिए
मुंबई
इस समय शेयर बाजार (Stock Market) अपने ऐतिहासिक उंचाई पर है। साथ ही उतार-चढ़ाव भी दिख रहा है। आपको पता है कि ऐसे में आपको किस म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करना चाहिए। इस क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि ऐसी स्थिति में म्यूचुअल फंड की बैलेंस्ड एडवांटेज फंड (BAF) स्कीम में निवेश करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि यह स्कीम चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर उतार-चढ़ाव वाले बाजार में अच्छा प्रदर्शन करती है।
छोटी अवधि के उतार-चढ़ाव से डरें नहीं बैलेंस्ड फंड के निवेशक: मोहन
पिछले कुछ समय में बैलेंस्ड फंड लोगों की पसंद में शामिल रहे हैं. बहुत सी स्कीम ने अधिक रिस्क लेकर रिटर्न कमाने में मदद पाई. आपकी इस बारे में क्या सोच है?
मोहन: हमारी सोच यह है कि हम सोच समझकर रिस्क लें. अधिकतम समय हमारा इक्विटी निवेश 65-66 फीसदी तक ही रहा. हमने शेयरों में निवेश सेबी के दिशा निर्देशों के अनुसार ही किया. हमने लार्ज, मिड और स्माल कैप शेयरों में परिभाषा चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर के हिसाब से निवेश किया. अब भी हमारा करीब 40, 11 और 15 फीसदी निवेश इनमें है. इक्विटी में जोखिम होता ही है, हमने इन पर लगातार नजर राखी और जरूरत के वक्त सुधर के कदम उठाते रहे.
अभी के माहौल में बैलेंस्ड एडवांटेज फंड कितने असरदार साबित हो सकते हैं?
शुरू में बाजार के तेजी से लुढ़कने पर पूरी तरह पीई (प्राइस-टू-अर्निंग्स) और पीबीवी (प्राइस-टू-बुक वैल्यू) जैसे वैल्यूएशन मैट्रिक्स पर निर्भर करने वाले एसेट एलोकेशन फंडों ने लगा कि गलत जगह पांव रखे. ये फंड शेयर की कीमत घटने पर खरीदते और बढ़ने पर बिकवाली करते हैं. शेयर महंगे होने पर ये बॉन्ड में निवेश बढ़ाते हैं. वहीं, घटने पर बॉन्ड में निवेश कम किया जाता है.
शेयर कीमतें लुढ़कने पर इंडेक्स वैल्यूएशन चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर मल्टीपल भी घटे. इसने वैल्यूएशन केंद्रित मॉडलों पर निर्भर रहने वाले फंडों को इक्विटी निवेश बढ़ाने पर उकसाया. लेकिन, हर दिन चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर सूचकांक लुढ़क रहे थे. ऐसे में धीरे-धीरे इक्विटी निवेश बढ़ जाने से इन फंडों को नुकसान हुआ. मार्च 2020 के निचले स्तर पर पीबीवी केंद्रित आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बैलेंस्ड एडवांटेज फंड ने अपना इक्विटी एलोकेशन बढ़ाकर 80 फीसदी कर दिया था. यह इक्विटी में इसके निवेश की अंतिम सीमा है. आदित्य बिड़ला सन लाइफ बैलेंस्ड एडवांटेज के वैल्यूएशन आधारित मॉडल के कारण उसने भी इक्विटी एलोकेशना बढ़ाकर 90 फीसदी तक कर दिया था. हालांकि, अप्रैल से बाजार की तेज वापसी ने ऐसे कई फंडों को फायदा उठाने की स्थिति में ला दिया.
क्या होता है हाइब्रिड फंड, जानिए इसमें निवेश के फायदे?
- नई दिल्ली,
- 10 नवंबर 2021,
- (अपडेटेड 10 नवंबर 2021, 10:36 PM IST)
- हाइब्रिड फंड के जरिये इक्विटी और डेट दोनों में निवेश
- कई बार फंड का पैसा सोना में भी लगाया जाता है
म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करना सबसे सही और सुरक्षित विकल्प माना जाता है. कई तरह के अच्छे म्यूचुअल फंड बाजार में मौजूद हैं, जिनके जरिए हम अपना पैसा निवेश कर सकते हैं. उनमें से चढ़ाव की स्थिति में बैलेंस्ड फंड बेहतर एक है हाइब्रिड फंड्स (Hybrid Funds). जब से शेयर बाजार में तेजी का रुख लौटा है तो ऐसे में हाइब्रिड फंड्स में लोगों का निवेश भी दोबारा से लौट आया है. निवेशकों के बीच हमेशा से पसंदीदा रहने वाला फंड माना जाता है, तो हम आपको बताएंगे कि क्या होता है हाइब्रिड फंड्स और कैसे इसे बाकी म्यूचुअल फंड्स से अलग माना जाता है? साथ ही किसे हाइब्रिड फंड में निवेश करना चाहिए?