क्या बिटकॉइन भारत में वैध है?

1 फीसदी टीडीएस का भी ऐलान
बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के लेनदेन के मामले में एक्वीजीशन कॉस्ट को छोड़कर क्रिप्टोकरेंसी से आय का कंप्यूटेशन करते वक्त किसी व्यय या भत्ते के मामले में कोई डिडक्शन नहीं मिलेगा। डिजिटल एसेट्स के ट्रान्सफर के दौरान किसी भी तरह का लॉस, किसी अन्य आय के साथ सेटऑफ नहीं किया सकेगा। वर्चुअल एसेट्स के ट्रान्सफर के दौरान एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर 1 फीसदी टीडीएस लगेगा। गिफ्ट के रूप में प्राप्त हुए वर्चुअल डिजिटल एसेट भी टैक्स के दायरे में आएंगे और प्राप्तकर्ता को टैक्स देना होगा।
क्या बिटकॉइन भारत में वैध है?
अस्वीकरण :
इस वेबसाइट पर दी की गई जानकारी, प्रोडक्ट और सर्विसेज़ बिना किसी वारंटी या प्रतिनिधित्व, व्यक्त या निहित के "जैसा है" और "जैसा उपलब्ध है" के आधार पर दी जाती हैं। Khatabook ब्लॉग विशुद्ध रूप से वित्तीय प्रोडक्ट और सर्विसेज़ की शैक्षिक चर्चा के लिए हैं। Khatabook यह गारंटी नहीं देता है कि सर्विस आपकी आवश्यकताओं को पूरा करेगी, या यह निर्बाध, समय पर और सुरक्षित होगी, और यह कि त्रुटियां, यदि कोई हों, को ठीक किया जाएगा। यहां उपलब्ध सभी सामग्री और जानकारी केवल सामान्य सूचना उद्देश्यों के लिए है। कोई भी कानूनी, वित्तीय या व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए जानकारी पर भरोसा करने से पहले किसी पेशेवर से सलाह लें। इस जानकारी का सख्ती से अपने जोखिम पर उपयोग करें। वेबसाइट पर मौजूद किसी भी गलत, गलत या अधूरी जानकारी के लिए Khatabook जिम्मेदार नहीं होगा। यह सुनिश्चित करने के हमारे प्रयासों के बावजूद कि इस वेबसाइट पर निहित जानकारी अद्यतन और मान्य है, Khatabook किसी क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? भी उद्देश्य के लिए वेबसाइट की जानकारी, प्रोडक्ट, सर्विसेज़ या संबंधित ग्राफिक्स की पूर्णता, विश्वसनीयता, सटीकता, संगतता या उपलब्धता की गारंटी नहीं देता है।यदि वेबसाइट अस्थायी रूप से अनुपलब्ध है, तो Khatabook किसी भी तकनीकी समस्या या इसके नियंत्रण से परे क्षति और इस वेबसाइट तक आपके उपयोग या पहुंच के परिणामस्वरूप होने वाली किसी भी हानि या क्षति के लिए उत्तरदायी नहीं होगा।
We'd love to hear from you
We are always available to address the needs of क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? our users.
+91-9606800800
Taxation on Cryptocurrency: तो क्या अब बैन नहीं होगी क्रिप्टोकरेंसी? बजट ऐलान से क्या मिल रहा संकेत
क्रिप्टोकरेंसी पर विधेयक 'द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021' (The Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021) संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाने वाला था। लेकिन ऐसा हो नहीं सका।
Budget 2022: क्रिप्टोकरेंसी के ट्रान्सफर/ट्रांजेक्शन से होने वाली आय पर 30 फीसदी टैक्स
हाइलाइट्स
- क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक बड़ा ऐलान
- क्रिप्टोकरेंसी के ट्रान्सफर/ट्रांजेक्शन से होने वाली आय पर 30% टैक्स
- विधेयक में था प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव
दरअसल क्रिप्टोकरेंसी पर विधेयक 'द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021' (The Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021) संसद के शीतकालीन सत्र में पेश किया जाने वाला था। इस बिल को लेकर सामने आई डिटेल्स के अनुसार, विधेयक में देश में सभी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव रखा गया था। हालांकि यह प्रस्ताव भी था क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? कि अंतर्निहित तकनीक और इसके उपयोगों को बढ़ावा देने के लिए कुछ अपवादों को अनुमति दी जाए। कानून का उल्लंघन करने वालों की बिना वारंट के गिरफ्तारी और उन्हें जमानत न मिलने की बात भी विधेयक में थी। साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल करेंसी के क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? क्रिएशन के लिए एक फ्रेमवर्क बनाने का भी प्रस्ताव था।
मच गई थी खलबली
इस विधेयक के बारे में डिटेल्स सामने आते ही क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों और क्रिप्टो एक्सचेंजों में खलबली मच गई थी। क्रिप्टो एक्सेंजेस समेत विभिन्न एक्सपर्ट और तबकों ने क्रिप्टो पर कोई बीच का रास्ता निकाले जाने की मांग की थी। क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाने के बजाय उसे रेगुलेट करने पर विचार करने की मांग की गई थी। हालांकि यह अलग बात है कि 'द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021' के प्रारूप पर मंत्रिमंडल में सहमति नहीं बन सकी और इसलिए विधेयक संसद में पेश नहीं किया जा सका।
अब मंगलवार को संसद में पेश आम बजट 2022 (Union Budget 2022) में प्रस्ताव रखा गया है कि वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के ट्रान्सफर से इनकम 30 फीसदी टैक्स रेट के दायरे में आएगी। बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने ऐलान किया कि वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के मामले में ट्रांजेक्शन में बड़ा उछाल आया है। इसे देखते हुए ही क्रिप्टो को टैक्स के दायरे में लाया जा रहा है। इस ऐलान से कहीं न कहीं यह संकेत है कि सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी में ट्रांजेक्शन को प्रतिबंधित करने के बजाय, वर्चुअल डिजिटल एसेट को रेगुलराइज करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
क्या कहते हैं WazirX के निश्चल शेट्टी
क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के सीईओ निश्चल शेट्टी ने बजट में हुए ऐलान पर कहा, 'भारत अंततः भारत क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? में क्रिप्टो क्षेत्र को वैध बनाने की राह पर है। यह अभूतपूर्व खबर है कि भारत एक ब्लॉकचेन संचालित डिजिटल रुपया लॉन्च कर रहा है। यह कदम क्रिप्टो को अपनाने का मार्ग प्रशस्त करेगा और भारत इनोवेशन की फ्रंट सीट पर होगा। यह भी दिलचस्प है कि कैसे हमारी सरकार क्रिप्टो को एक उभरते हुए एसेट क्लास के रूप में पहचानना शुरू कर रही है। देखिए कि हमारी वित्त मंत्री कैसे इसे एक वर्चुअल डिजिटल एसेट के तौर पर संदर्भित कर रही हैं।'
आगे कहा कि आज का सबसे बड़ा डेवलपमेंट क्रिप्टो टैक्सेशन पर स्पष्टता थी। यह भारत के क्रिप्टो इकोसिस्टम में एक बहुत आवश्यक रिकग्निशन को जोड़ देगा। हम यह भी उम्मीद करते हैं कि यह डेवलपमेंट, बैंकों के लिए किसी भी अस्पष्टता को दूर करेगा और वे क्रिप्टो उद्योग को वित्तीय सेवाएं प्रदान कर सकेंगे। क्रिप्टोकरेंसी को टैक्सेशन के दायरे में लाकर सरकार ने काफी हद तक उद्योग को वैध बना दिया है। अधिकांश लोग विशेष रूप से कॉर्पोरेट, जो अभी तक अनिश्चितता में थे, वे अब क्रिप्टो में भाग ले सकेंगे। कुल मिलाकर यह उद्योग के लिए एक सकारात्मक कदम है।
Budget 2022 News : सैलरी वाले हों या मिडिल क्लास, सोशल मीडिया पर आंसू क्यों बहा रहे हैं लोग?
1 फीसदी टीडीएस का भी ऐलान
बजट भाषण के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के लेनदेन के मामले में एक्वीजीशन कॉस्ट को छोड़कर क्रिप्टोकरेंसी से आय का कंप्यूटेशन करते वक्त किसी व्यय या भत्ते के मामले में कोई डिडक्शन नहीं मिलेगा। डिजिटल एसेट्स के ट्रान्सफर के दौरान किसी भी तरह का लॉस, किसी अन्य आय के साथ सेटऑफ नहीं किया सकेगा। वर्चुअल एसेट्स के ट्रान्सफर के दौरान एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर 1 फीसदी टीडीएस लगेगा। गिफ्ट के रूप में प्राप्त हुए वर्चुअल डिजिटल एसेट भी टैक्स के दायरे में आएंगे और प्राप्तकर्ता को टैक्स देना होगा।
Cryptocurrency कभी भी वैध मुद्रा नहीं बनेगी, टैक्सेशन के बाद वित्त सचिव ने क्रिप्टो पर कही यह बड़ी बात
वित्त सचिव टी वी सोमनाथन ने कहा कि ‘क्रिप्टो कभी भी वैध मुद्रा नहीं होगी. कानून के हिसाब से वैध मुद्रा का मतलब है कि उसे कर्ज के निपटान में स्वीकार किया जाएगा. भारत किसी भी क्रिप्टो संपत्ति को वैध मुद्रा नहीं बनाएगा. केवल भारतीय रिजर्व बैंक का डिजिटल रुपया ही देश में वैध मुद्रा होगा.’
वित्त सचिव टी वी सोमनाथन ने गुरुवार को क्रिप्टोकरेंसी की वैधता को लेकर चीजें साफ करते हुए कहा कि निजी डिजिटल मुद्रा कभी भी कानूनी मुद्रा नहीं बनेगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस सप्ताह संसद में पेश 2022-23 के बजट में क्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल संपत्तियों में लेन-देन पर होने वाले लाभ को लेकर 30 प्रतिशत कर लगाने का प्रस्ताव किया. साथ ही एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) लगाने की भी घोषणा की.
यह भी पढ़ें
सोमनाथन ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? कहा कि जिस प्रकार सोना और हीरा मूल्यवान होने के बावजूद वैध मुद्रा नहीं है, निजी क्रिप्टोकरेंसी भी कभी वैध मुद्रा नहीं होंगी. उन्होंने कहा, ‘क्रिप्टो कभी भी वैध मुद्रा नहीं होगी. कानून के हिसाब से वैध मुद्रा का मतलब है कि उसे कर्ज के निपटान में स्वीकार किया जाएगा. भारत किसी भी क्रिप्टो संपत्ति को वैध मुद्रा नहीं बनाएगा. केवल भारतीय रिजर्व बैंक का डिजिटल रुपया ही देश में वैध मुद्रा होगा.'
दुनिया में केवल अल-सल्वाडोर ने ही पिछले साल सितंबर में बिटकॉइन को वैध मुद्रा के रूप में स्वीकार किया है. किसी भी अन्य देश में क्रिप्टो को वैध मुद्रा का दर्जा नहीं मिला है.
देश में क्रिप्टो मुद्रा के लिये नियम बनाने को लेकर विचार-विमर्श जारी है. लेकिन अब तक कोई मसौदा जारी नहीं किया गया है. इस बीच, केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा अगले वित्त वर्ष से परिचालन में आएगी.
यह पूछे जाने पर कि संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टो संपत्ति के नियमन को लेकर विधेयक लाने की बात संसद के कामकाज में शामिल थी लेकिन मौजूदा बजट सत्र में ऐसा नहीं है, सोमनाथन ने कहा, ‘यह महसूस किया गया कि क्रिप्टो पर कानून लाने से पहले इस पर व्यापक विचार-विमर्श की जरूरत है. इस विचार-विमर्श का मकसद इस बात पर गौर करना है कि क्या इसके लिये नियमन की जरूरत है.'
वित्त सचिव ने कहा, ‘हमारी व्यवस्था लोकतांत्रिक है. लोकतंत्र में सरकार कुछ शुरू करती है लेकिन फिर प्रतिक्रिया होती है. सरकार उस प्रतिक्रिया को सुन रही है और उसके आधार अभी तक अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा गया है. इस बीच, चूंकि क्रिप्टो और अन्य डिजिटल संपत्तियों में लेन-देन लगातार बढ़ रहा था, अत: कर स्पष्टता की जरूरत थी.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
क्रिप्टोकरेंसी: भारत में बिटकॉइन और इथेरियम समेत अन्य की लेटेस्ट कीमत क्या है?
पिछले 24 घंटे में बिटकॉइन की वैल्यू 0.18 फीसदी बढ़ी है, जिसके बाद यह 15,79,203 रुपये पर कारोबार कर रहा है। बिटकॉइन का मार्केट कैपिटलाइजेशन 30.4 लाख करोड़ रुपये का है। इसके अलावा इथेरियम में भी 1.22 फीसदी की बढ़त देखी गई है। वर्तमान में इथेरियम 1,07,132 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 13.2 लाख करोड़ रुपये का है। वहीं, एक हफ्ते में बिटकॉइन की वैल्यू 2.59 क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? फीसदी और इथेरियम में 2.95 फीसदी कम देखी गई है।
BNB कॉइन 22,286 रुपये पर कारोबार कर रहा है। कल की तुलना में BNB की क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? वैल्यू में 0.28 फीसदी की बढ़त देखी गई है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.6 लाख करोड़ रुपये का है। आज रिपल XRP की कीमत 38.क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? 41 रुपये (3.85 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहा है। कार्डानो और डॉजकॉइन की कीमत क्रमशः 30.22 रुपये (0.01 फीसदी नीचे) और 4.83 रुपये (0.82 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
सोलाना 2,466.95 रुपये (0.34 फीसदी ऊपर), शीबा इनु कॉइन 0.000841 रुपये (1.10 फीसदी नीचे), पोल्का डॉट 505.5 रुपये (0.10 फीसदी नीचे) और पॉलीगॉन वर्तमान में 65.89 रुपये (0.58 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं। साप्ताहिक चार्ट के आधार पर सोलाना (10.54 फीसदी नीचे) और पोल्का डॉट (5.92 फीसदी नीचे) है। शीबा इनु पिछले सात दिनों में अपने मूल्य से (8.38 फीसदी नीचे) और पॉलीगॉन (4.83 फीसदी नीचे) है।
टॉप गेनर टोकन लिस्ट में कास्पर, सिथेंटिक्स, क्वांट और ट्रस्ट वॉलेट टोकन शामिल हैं, जो क्रमशः 4.04 रुपये (16.68 फीसदी ऊपर), 186.71 रुपये (8.86 फीसदी ऊपर), 16,590.83 रुपये (8.43 फीसदी ऊपर) और 85.54 रुपये (4.24 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहे हैं।
स्थिर कॉइन इथेरियम टोकन हैं। इन्हें एक निश्चित मूल्य पर रहने के लिए डिजाइन किया गया है, भले ही ETH की कीमत क्यों न बदल जाए। ये फिएट मुद्रा या फिर सोना (गोल्ड) से जुड़ी होती हैं। लोकप्रिय टोकन में टेथर USD, USD कॉइन और बिनेंस USD क्रमशः 82.33 रुपये (0.12 फीसदी नीचे), 82.38 रुपये (0.07 फीसदी नीचे) और 82.39 रुपये (0.06 फीसदी ऊपर पर कारोबार कर रहे हैं।
टॉप लूजर की लिस्ट में टेरा क्लासिक USD, Huobi टोकन, XRP और Elrond टोकन शामिल हैं। यह क्रमशः 3.06 रुपये (11.01 फीसदी नीचे), 553.53 रुपये (10.85 फीसदी नीचे), 38.79 रुपये (2.96 फीसदी नीचे) और 4,566.61 रुपये (2.02 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
ट्रैफिक, लिक्विडिटी, ट्रेडिंग वॉल्यूम और ट्रेडिंग वॉल्यूम की वैधता में विश्वास के हिसाब से टॉप-3 क्रिप्टोकरेंसी स्पॉट एक्सचेंज में बायनेन्स, कॉइनबेस एक्सचेंज और FTX शामिल हैं। बायनेन्स और कॉइनबेस एक्सचेंज में 24 घंटे के अंदर क्रमशः 71,152 करोड़ रुपये (11.31 फीसदी ऊपर) और लगभग 5,675 करोड़ रुपये (5.84 फीसदी ऊपर) वॉल्यूम पर देखा गया है। FTX में लगभग 4,295 करोड़ रुपये (17.41 फीसदी ऊपर) वॉल्यूम पर देखा गया है।
DeFi एक ऐसी वित्तिय प्रणाली है जिसमें किसी मिडलमैन का कोई काम नही रहता। DeFi की सभी लेनदेन का रिकॉर्ड ब्लॉकचेन के ऊपर मौजूद रहता है, जिसे कोई भी देख सकता है। Dai, रैप्ड बिटकॉइन, एवंलॉन्च, यूनिस्वैप और चेनलिंक कुछ लोकप्रिय DeFi टोकन हैं। वे वर्तमान में क्रमशः 82.39 रुपये (0.07 फीसदी ऊपर), 15,84,120.31 रुपये (0.51 फीसदी ऊपर), 1,301.25 रुपये (1.78 फीसदी ऊपर), 502.03 रुपये (0.67 फीसदी ऊपर) और 589.52 रुपये (0.69 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहे हैं।
NFT (नॉन फंजिबल टोकन) एक ऐसी क्रिप्टोकरेंसी हैं, जिनका इस्तेमाल डिजिटल असेट्स या ऐसी चीजों के लिए किया जा सकता है जो एकदम अलग होते हैं। जैसे- आर्ट, म्यूजिक, फिल्म और गेम्स। फ्लो, ऐपकॉइन, तेजोस, डीसेंट्रालैंड और द सैंडबॉक्स कुछ प्रमुख NFT टोकन हैं। ये वर्तमान में क्रमशः 122.84 रुपये (0.29 फीसदी ऊपर), 373.00 रुपये (0.23 फीसदी नीचे), 111.53 रुपये (0.61 फीसदी नीचे), 52.65 रुपये (0.37 फीसदी नीचे) और 64.01 रुपये (1.20 फीसदी ऊपर पर कारोबार कर रहे हैं।
मौजूदा समय में वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो की मार्केट कैपिटलाइजेशन 75.8 लाख करोड़ रुपये है, जबकि पिछले 24 घंटों में कुल क्रिप्टो वॉल्यूम 5.4 करोड़ रुपये है।
क्या बिटकॉइन भारत में लीगल है या नहीं - Is Bitcoin Legal In India
जो लोग बिटकॉइन के बारे में नहीं जानते है उनको एक ही सवाल मन में आता है, की क्या हमारे भारत में बिटकॉइन वैध माने जाते है या नहीं?
क्या कहा वित्त मंत्री अरुण जेटली जी ने :
मंगलवार 2 जनवरी 2018 वित्त मंत्री अरुण जेटली संसद में कहा की भारत में कानूनी मुद्रा के रूप में बिटकॉइन की स्वीकृति से इनकार किया है. जेटली जी ने कहा है कि भारत में बिटकॉइन एक कानूनी निविदा नहीं है.
जेटली जी ने ये भी कहा की भारत में कुल 11 क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? crypto currency exchanges है. सरकार के पैनल भारत में crypto currency से निपटने की एक रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं , जेटली ने कहा.
जेटली जी ने कहा की “ सरकार विशेषज्ञ समूह की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, ताकि बाद में ये तय किया जाए की इसके बारे में क्या कदम क्या बिटकॉइन भारत में वैध है? उठाने है”.
बिटकॉइन का मूल्य पिछले साल दिसंबर में 19000 डॉलर पार कर गया. और आज इसकी कीमत हमारे इंडियन रुपस में 10 , 59015 है.
ये एक आभासी मुद्रा है, जिसका लेन देंन इन्टरनेट के माध्यम से होता है. इस प्रकार की कई cryptocurrency दुनिया में मौजूद है. इस प्रकार की 700+ से भी ऊपर आभासी मुद्राए पुरे विश्व में चल रही है.
एक लाइन में कहा जाए तो वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है की bitcoin और बिटकॉइन जैसी और क्रिप्टोकरेंसी को भारत में कोई क़ानूनी मान्यता नहीं है.
फ़िलहाल The Department of Economic Affairs had constituted an Inter-disciplinary committee इस पर काम कर रही है.
इसलिए bitcoin और बिटकॉइन जैसी और क्रिप्टोकरेंसी को भारत में कोई क़ानूनी मान्यता न होने के कारण इसको किसी भी प्रकार का प्रोटेक्शन भी नहीं दिया जाएगा.
इसलिए जो लोग इन जैसी cryptocurrency पर काम कर रहे है, निवेश कर रहे है, उनको अब सावधान होने की जरुरत है.