प्रीमियम ब्रोकर्स

ब्- सिर्फ कंफर्म टिकट ही मिलेगा आरएसी प्रीमियम ब्रोकर्स या वेटिंग लिस्ट नहीं होगी
'बीमा सुगम' से होगी बड़ी बचत, कम होगा इंश्योरेंस का प्रीमियम! जानें कैसे?
नई दिल्ली. भारत में इंश्योरेंस प्रोडक्ट और कंपनियों के कामकाज पर नजर रखने वाली नियामक संस्था भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) लगातार ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने की कोशिश करती आई है. इसी कड़ी में इरडा एक विशेष डिजिटल प्लेटफार्म पर काम कर रहा है, जहां इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदी जाएगी और पॉलिसी सर्विसिंग से जुड़ी अन्य सुविधाओं प्रीमियम ब्रोकर्स का लाभ उठाया जा सकेगा. बीमा सुगम के 1 जनवरी, 2023 से एक्टिव होने की संभावना है.
खास बात है कि इससे इंश्योरेंस एजेंट और ब्रोकर्स की भूमिका कम हो जाएगी, साथ ही एजेंट कमीशन घटने से बीमा कंपनियों का खर्च घटेगा और प्रोडक्ट्स सस्ते हो जाएंगे. इसका सीधा लाभ ग्राहकों को प्रीमियम ब्रोकर्स मिलेगा. बीमा सुगम का उद्देश्य सभी इंश्योरेंस कंपनियों, कस्टमर्स और ब्रोकर्स को एक प्लेटफार्म पर लाना है. यह एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म होगा जहां सभी तरह की लाइफ इंश्योरेंस जीवन और जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी को सूचीबद्ध किया जाएगा. बीमा सुगम के माध्यम से पॉलिसी की बिक्री-खरीदी, पॉलिसी सेवाएं और क्लेम सेटलमेंट से जुड़ी प्रोसेस को पूरा किया जा सकेगा.
एजेंट और ब्रोकर में अंतर ब्रोकर कई कंपनियों की, पर एजेंट एक की ही पॉलिसी बेच सकता है
सरकार इंश्योरेंस ब्रोकिंग क्षेत्र में 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति दे सकती है। हाल में हुई मंत्री-स्तरीय बैठक में इस पर चर्चा हुई। इस कदम से बीमा सेक्टर को बढ़ावा मिल सकेगा। फिलहाल बीमा क्षेत्र में 49% विदेशी निवेश की अनुमति है। एफडीआई के मामले देखने वाले औद्योगिक नीति एवं संवर्धन विभाग (डीआईपीपी) की परिभाषा के अनुसार इसमें इंश्योरेंस ब्रोकिंग, बीमा कंपनियां, थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर, सर्वेयर और नुकसान का आकलन करने वाले सब शामिल हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया, समय-समय पर मांग उठती रही है कि इंश्योरेंस ब्रोकर को दूसरे फाइनेंशियल इंटरमीडियरीज के समान माना जाना चाहिए। उनमें 100% एफडीआई की अनुमति है। इंश्योरेंस ब्रोकिंग अन्य फाइनेंशियल ब्रोकिंग की तरह ही है। सूत्र ने स्पष्ट किया कि बीमा कंपनियों के लिए एफडीआई सीमा प्रीमियम ब्रोकर्स 49% ही रहेगी। वित्त मंत्री ने इस मसले पर हाल में बैठक की थी। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने भी इस बारे में डीआईपीपी से विचार मांगे प्रीमियम ब्रोकर्स हैं। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि बीमा सेक्टर कमजोर वितरण नेटवर्क से प्रभावित हो रहा है। ऐसे में इसे मजबूत करने की जरूरत है।
LIC IPO: धीरे-धीरे बढ़ रहा क्रेज? 4 दिनों में 5 गुना बढ़ा GMP, जानें- कितनी हो सकती है कमाई
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 02 मई 2022,
- (अपडेटेड 02 मई 2022, 11:37 AM IST)
- एंकर इन्वेस्टर्स के लिए खुल गया LIC IPO
- बुधवार से बोली लगा सकेंगे रिटेल इन्वेस्टर्स
इस सप्ताह सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी का बहुप्रतीक्षित आईपीओ (LIC IPO) ओपन मार्केट में आने वाला है. आज यानी सोमवार से यह आईपीओ एंकर इन्वेस्टर्स के लिए खुल चुका है. रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए यह आईपीओ 4 मई को खुलेगा और 9 मई तक इसमें बोली लगाई जा सकेगी. इस बीच ग्रे मार्केट (Grey Market) में एलआईसी आईपीओ के प्रीमियम (LIC IPO GMP) में सुधार देखने को मिला है. आज ग्रे मार्केट में इसका प्रीमियम बढ़कर 85 रुपये पर पहुंच गया है.
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एलआईसी आईपीओ का जीएमपी 23 अप्रैल को महज 15 रुपये था. जिस तरह से ग्रे मार्केट में एलआईसी प्रीमियम ब्रोकर्स आईपीओ का प्रीमियम चढ़ा है, अगर यह ओपन मार्केट में भी रिफ्लेक्ट हुआ तो आईपीओ के इन्वेस्टर्स को ठीक-ठाक कमाई हो सकती है.
इतनी हिस्सेदारी बेच रही सरकार
केंद्र सरकार ने पिछले सप्ताह सोमवार को बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास एलआईसी आईपीओ का संशोधित प्रीमियम ब्रोकर्स ड्राफ्ट (LIC IPO DRHP) जमा किया था. पहले सरकार इस आईपीओ के जरिए एलआईसी की अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने वाली थी. हालांकि अब इसका साइज प्रीमियम ब्रोकर्स घटा दिया गया है. संशोधित ड्राफ्ट के हिसाब से अब सरकार एलआईसी में 3.5 फीसदी हिस्सेदारी ही बेचने जा रही है. इस तरह एलआईसी का आईपीओ अब 21 हजार करोड़ रुपये का होने वाला है. हालांकि इसके बाद भी यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ बन जाएगा. अभी तक यह रिकॉर्ड पेटीएम के नाम था, जिसने पिछले साल 18,300 करोड़ रुपये का आईपीओ पेश किया था.
धमाकेदार हो सकती है LIC के IPO की लिस्टिंग, बढ़कर 90 रुपये हुआ प्रीमियम
एलआईसी (LIC) के आईपीओ की शेयर बाजार में धमाकेदार लिस्टिंग हो सकती है। ग्रे मार्केट में लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) प्रीमियम ब्रोकर्स के शेयरों का बढ़ता प्रीमियम तो कम से कम इसी बात की ओर इशारा कर रहा है। ग्रे मार्केट में एलआईसी के शेयरों का प्रीमियम पिछले 3 दिनों में करीब 4 गुना बढ़ गया है। मार्केट पर नजर रखने वाले लोगों के मुताबिक, ग्रे मार्केट में फिलहाल LIC के शेयर 90 रुपये के प्रीमियम पर हैं, जो कि LIC आईपीओ के प्राइस बैंड से करीब 10 फीसदी ज्यादा है। LIC प्रीमियम ब्रोकर्स के आईपीओ का प्राइस बैंड 902-949 रुपये है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है।