डॉलर की औसत लागत

इंडोनेशिया एयर एशिया तथा प्राइमेरा एयर अन्य दो एयलाइंस हैं जो शीर्ष डॉलर की औसत लागत पांच में शामिल हैं. इसके अलावा एतिहाद, रेयानएयर, क्वांटास, वाओ एयर तथा व र्जिन ऑस्ट्रेलिया शीर्ष 10 किफायती एयरलाइंस में शामिल हैं. शीर्ष 10 में ब्रिटेन या अमेरिका का एक भी एयरलाइंस शामिल नहीं है.
एसआईपी क्या होती है?
एक व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) एक ऐसी योजना है जिसमें निवेशक म्यूचुअल फंड, ट्रेडिंग खाते, या सेवानिवृत्ति खाते जैसे एक रिटायरमेंट सेविंग प्लान (401(k)) में नियमित, समान भुगतान करते हैं। एसआईपी निवेशकों को डॉलर-लागत औसत (डीसीए) के दीर्घकालिक लाभों से लाभान्वित होने के साथ-साथ छोटी राशि के साथ नियमित रूप से बचत करने की अनुमति देता है।
डीसीए (DCA) रणनीति का उपयोग करके, एक निवेशक धीरे-धीरे समय के साथ धन या पोर्टफोलियो बनाने के लिए धन के आवधिक समान हस्तांतरण का उपयोग करके एक निवेश खरीदता है।
एसआईपी कैसे काम करता है?
म्यूचुअल फंड और अन्य निवेश कंपनियां निवेशकों को व्यवस्थित निवेश योजनाओं सहित विभिन्न प्रकार के निवेश विकल्प प्रदान करती हैं। एसआईपी (SIP) निवेशकों को एक बार में बड़ी रकम बनाने के बजाय लंबी अवधि में छोटी रकम का निवेश करने का मौका देता है। अधिकांश एसआईपी को लगातार आधार पर योजनाओं में भुगतान की आवश्यकता होती है-चाहे वह साप्ताहिक, मासिक या त्रैमासिक हो।
व्यवस्थित निवेश या एसआईपी का सिद्धांत सरल है। यह किसी फंड या अन्य निवेश के शेयरों या प्रतिभूतियों की इकाइयों की नियमित और आवधिक खरीद पर काम करता है। डॉलर-लागत औसत में प्रत्येक आवधिक अंतराल पर इसकी कीमत की परवाह किए बिना सुरक्षा की समान निश्चित-डॉलर राशि खरीदना शामिल है। नतीजतन, शेयर विभिन्न कीमतों पर और अलग-अलग मात्रा में खरीदे जाते हैं-हालांकि कुछ योजनाएं आपको खरीदने के लिए निश्चित संख्या में शेयरों को नामित करने की अनुमति दे सकती हैं। क्योंकि निवेश की गई राशि आम तौर पर तय होती है और यूनिट या शेयर की कीमतों पर निर्भर नहीं होती है, एक निवेशक यूनिट की कीमतों में वृद्धि और कीमतों में गिरावट पर अधिक शेयर खरीदने पर कम शेयर खरीदता है।
एसआईपी विशेष
डीसीए (DCA)अधिवक्ताओं का तर्क है कि इस दृष्टिकोण के साथ, सुरक्षा की प्रति शेयर औसत लागत समय के साथ घट जाती है। बेशक, अगर आपके पास एक स्टॉक है जिसकी कीमत लगातार और नाटकीय रूप से बढ़ती है, तो रणनीति उलटा पड़ सकती डॉलर की औसत लागत है। इसका मतलब है कि समय के साथ निवेश करने पर आपकी लागत उस समय से अधिक होती है, जब आपने शुरुआत में एक बार में ही सब कुछ खरीदा था। कुल मिलाकर, डीसीए आमतौर पर निवेश की लागत को कम करता है। सुरक्षा में बड़ी राशि निवेश करने का जोखिम भी कम हो जाता है।
चूंकि अधिकांश डीसीए (DCA) रणनीतियां (Strategies) एक स्वचालित क्रय अनुसूची पर स्थापित की जाती हैं, व्यवस्थित निवेश योजनाएं बाजार में उतार-चढ़ाव के लिए भावनात्मक प्रतिक्रियाओं के आधार पर खराब निर्णय लेने के लिए निवेशक की क्षमता को हटा देती हैं। उदाहरण के लिए, जब स्टॉक की कीमतें बढ़ती हैं और समाचार स्रोत नए बाजार रिकॉर्ड स्थापित होने की रिपोर्ट करते हैं, तो निवेशक आमतौर पर अधिक जोखिम वाली संपत्ति खरीदते हैं।
Dollar Currency: डॉलर की मजबूती से अब जख्मी होने लगा है अमेरिका का मैन्युफैक्चरिंग उद्योग
डॉलर का चढ़ता भाव अब तक बाकी दुनिया के लिए मुसीबत बना है। लेकिन अब ऐसे संकेत हैं कि इसका अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ सकता है। डॉलर की महंगाई से अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के फिर से खड़ा होने की संभावनाओं पर सवाल उठ रहे हैं। अमेरिकी मुद्रा की मजबूती की वजह से जहां अमेरिकी निर्यातकों को नुकसान होने लगा है, वहीं विदेशी उत्पादकों का लाभ बढ़ रहा है।
अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में उत्पादित वस्तुएं विदेशी उपभोक्ताओं को महंगी दरों पर मिल रही हैं। उधर विभिन्न देशों की मुद्रा का भाव गिरने के कारण विदेशों में स्थित अमेरिकी कारखानों की कमाई डॉलर के अर्थ में घट गई है। बीते महीनों के दौरान अमेरिकी मुद्रा ना सिर्फ विकासशील देशों की मुद्राओं की तुलना में महंगी हुई है, बल्कि यूरो, जापान के येन और ब्रिटिश पाउंड भी इसकी तुलना में काफी सस्ते हो गए हैं।
विस्तार
डॉलर का चढ़ता भाव अब तक बाकी दुनिया के लिए मुसीबत बना है। लेकिन अब ऐसे संकेत हैं कि इसका अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ सकता है। डॉलर की महंगाई से अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के फिर से खड़ा होने की संभावनाओं पर सवाल उठ रहे हैं। अमेरिकी मुद्रा की मजबूती की वजह से जहां अमेरिकी निर्यातकों को नुकसान होने लगा है, वहीं विदेशी उत्पादकों का लाभ बढ़ रहा है।
अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में उत्पादित वस्तुएं विदेशी उपभोक्ताओं को महंगी दरों पर मिल रही हैं। उधर विभिन्न देशों की मुद्रा का भाव गिरने के कारण विदेशों में स्थित अमेरिकी कारखानों की कमाई डॉलर के अर्थ में घट गई है। बीते महीनों के दौरान अमेरिकी मुद्रा ना सिर्फ विकासशील देशों की मुद्राओं की तुलना में महंगी डॉलर की औसत लागत हुई है, बल्कि यूरो, जापान के येन और ब्रिटिश पाउंड भी इसकी तुलना में काफी सस्ते हो गए हैं।
इंडिगो, एयर इंडिया एक्सप्रेस दुनिया की 5 सबसे सस्ती एयरलाइंस में शामिल
जेट एयरवेज 12वें और उसके बाद एयर इंडिया 13वें पायदान पर है. यह रिपोर्ट मेलबर्न की यात्रा प्लानिंग साइट रोम 2 रियो ने तैयार की है.
जेट एयरवेज 12वें और उसके बाद एयर इंडिया 13वें पायदान पर है. यह रिपोर्ट मेलबर्न की यात्रा प्लानिंग साइट रोम 2 रियो ने तै . अधिक पढ़ें
- भाषा
- Last Updated : May 27, 2018, 15:26 IST
किफायती दर पर विमान सेवा देने वाली इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस अंतरराष्ट्रीय संपर्क सुविधा मुहैया कराने वाली दुनिया की टॉप 5 सस्ती एयरलाइंस में शामिल हैं. ग्लोबल फ्लाइट प्राइसिंग रिपोर्ट के मुताबिक पब्लिक सेक्टर की एयर इंडिया की पूर्ण सहायक एयर इंडिया एक्सप्रेस सूची में दूसरे तथा इंडिगो पांचवें स्थान पर है. सूची में दो अन्य भारतीय एयरलाइंस भी शामिल हैं. इसमें जेट एयरवेज 12वें और उसके बाद एयर डॉलर की औसत लागत इंडिया 13वें पायदान पर है. यह रिपोर्ट मेलबर्न की यात्रा प्लानिंग साइट रोम 2 रियो ने तैयार की है.
रिपोर्ट में प्रति किलोमीटर औसत लागत के आधार पर विभिन्न महाद्वीपों की 200 बड़ी एयरलाइंस की तुलना की गयी है. एयर एशिया एक्स टॉप पर है. मुख्य रूप से खाड़ी देशों तथा सिंगापुर को डॉलर की औसत लागत जोड़ने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की औसत लागत 0.08 डॉलर प्रति किलोमीटर और इंडिगो की 0.10 डॉलर प्रति किलोमीटर है. इंडिगो भारतीय शहरों को खाड़ी देशों के अलावा बैंकॉक , कोलंबो तथा काठमांडू को जोड़ती है.
अल्पकालीन औसत लागत वक्र किस आकार का होता है?
अल्पकालीन औसत लागत वक्र U आकार का होता है। औसत लागत निर्गत के निम्न स्तर पर आधारित होती है पर जैसे - 2 निगर्त का स्तर बढ़ता है औसत लागत तीव्र गति से कम होने लगती है तथा निम्नतम बिंदु पर पहुचंने तक कम होती रहती है। इस निम्नतम बिंदु के पश्चात् औसत लागत उत्पादन में वृद्धि के साथ बढ़ने लगती है। AVC = औसत परिवर्ती लागत।. अगला सवाल पढ़े
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- भारत का डॉलर की औसत लागत विदेशी मुद्रा भंडार 2022 में कितना है?
Explanation : भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 544.715 अरब डॉलर है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 18 नवंबर 2022 को जारी आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा संपत्ति में 11.80 अरब डॉलर डॉलर की औसत लागत और स्वर्ण भंडार में 2.639 अरब डॉलर की तेजी आई। इससे देश का विदेशी मुद्र . Read More
ग्लोबली प्राइम ऑफिस का किराया 2020 से 0.8% तक गिरा
जेएलएल के प्रीमियम ऑफिस रेंट ट्रैकर (पोर्ट) के इस सातवें संस्करण में 112 शहरों में 127 कार्यालय बाजार और सबमार्केट शामिल हैं। दुनिया भर में वैश्विक स्तर पर प्राइम ऑफिस का किराया स्थानीय मुद्रा के संदर्भ में 2020 से 0.8% तक गिर गया है। पिछले साल के इसी समय की तुलना में इस बार वैश्विक कार्यालय ऑक्युपेंसी कॉस्ट बहुत अलग नहीं है। जेएलएल में भारत के लिए ऑफिस लीजिंग एडवाइजरी के हेड और बेंगलुरु एमडी राहुल अरोड़ा का कहना है सीमित उपलब्धता और मॉडरेट कंस्ट्रक्शन पाइपलाइन्स का बढ़ता महत्व, प्राइम मार्केट ऑक्युपेंसी कॉस्ट को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है। भारत में समग्र प्रीमियम कार्यालय ऑक्युपेंसी कॉस्ट पर दिल्ली और मुंबई का दबदबा बना हुआ है। बेंगलुरू और गुरुग्राम में वैश्विक बाजारों की तुलना में अपेक्षाकृत कम किराए का लाभ है।