डेरिवेटिव मार्केट क्या है?

तो दही का जो प्राइस होगा = x+y+profit of the seller
डेली न्यूज़
- 21 Dec 2021
- 11 min read
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टैग्स:
कैपिटल मार्केट, डेरिवेटिव ट्रेडिंग, इन्फ्लेशन, ऑप्शंस, फ्यूचर्स, फॉरवर्ड्स, स्वैप्स
डेरिवेटिव ट्रेडिंग निलंबन के कारण और इसके प्रभाव, महत्त्व और डेरिवेटिव ट्रेडिंग से संबंधित चिंताएँ।
Derivative क्या हैं?
वित्त में, एक Derivative एक Contract है जो एक अंतर्निहित इकाई के प्रदर्शन से अपना मूल्य प्राप्त करता है। यह अंतर्निहित इकाई एक परिसंपत्ति, सूचकांक या ब्याज दर हो सकती है, और इसे अक्सर "Underlying" कहा जाता है।
डेरिवेटिव वित्तीय अनुबंध (Contract) हैं जिनका मूल्य अंतर्निहित परिसंपत्ति या परिसंपत्तियों के समूह पर निर्भर है। आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली संपत्ति स्टॉक, बॉन्ड, मुद्राएं, कमोडिटीज और मार्केट इंडेक्स हैं। अंतर्निहित परिसंपत्तियों का मूल्य बाजार की स्थितियों के अनुसार बदलता रहता है। डेरिवेटिव अनुबंधों (Contracts) में प्रवेश करने के पीछे मूल सिद्धांत भविष्य में अंतर्निहित परिसंपत्ति के मूल्य पर अनुमान लगाकर लाभ अर्जित करना है।
कल्पना कीजिए कि किसी इक्विटी शेयर का बाजार मूल्य ऊपर या नीचे जा सकता है। स्टॉक मूल्य में गिरावट के कारण आपको नुकसान हो सकता है। इस स्थिति में, आप एक सटीक शर्त लगाकर लाभ कमाने के लिए एक डेरिवेटिव अनुबंध (Derivative Contract) में प्रवेश कर सकते हैं। या बस अपने आप को स्पॉट मार्केट में होने वाले नुकसान से बचाएं जहां स्टॉक का कारोबार किया जा रहा है।
डेरिवेटिव के लाभ [Benefits of Derivatives] [In Hindi]
- अपना निवेश सुरक्षित करें (Secure your investment):
एक Derivative Contract एक निवेश के खिलाफ खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका है जिसे आप खट्टा (tart) होते हुए देख सकते हैं। जब आप शेयर बाजार में डेरिवेटिव में व्यापार करते हैं, तो आप अनिवार्य रूप से डेरिवेटिव मार्केट क्या है? अपनी निश्चितता पर पैसा लगा रहे हैं कि एक निश्चित स्टॉक या तो अच्छा करेगा या डूब जाएगा। डेरिवेटिव ट्रेडिंग का एक बड़ा हिस्सा अटकलों पर आधारित है और यह आवश्यक है कि इस तरह के व्यापार में उद्यम करने से पहले बाजार के बारे में आपका ज्ञान पर्याप्त हो। नतीजतन, यदि आप जानते हैं कि जिन शेयरों में आपने निवेश किया है, वे मूल्य में गिरावट शुरू कर रहे हैं, तो आप एक अनुबंध (Contract) में प्रवेश कर सकते हैं जिसमें आप स्टॉक मूल्य में कमी का सटीक अनुमान लगा सकते हैं।
अब डेरीवेटिव इनता इम्पोर्टेन्ट क्यों है ?
अगर बात करे कि डेरीवेटिव का क्तोया इम्पोर्टेंस है ?
तो डेरीवेटिव बहुत ही इम्इपोर्सटेन्काट पार्ट है स्टॉक मार्केट या कैपिटल मार्केट का, और इसका सिम्पल सा कारण ये है कि अगर आप स्टॉक मार्केट के डाटा को देखे तो आपको पता चलेगा कि इन टर्म ऑफ़ टर्नओवर, कैश सेगेमेंट से कई गुना ज्यादा कारोबार डेरीवेटिव सेगेमेंट में होता है, और अगर कोई स्टॉक मार्केट में काम करना चाहता है तो उसके लिए लिए डेरीवेटिव के कांसेप्ट को समझना बहुत ही ज्यादा इम्पोर्टेन्ट हो जाता है,
आई हॉप कि आप यहाँ तक डेरीवेटिव के कांसेप्ट को जरुर समझ पा रहे होंगे…और आपको डेरीवेटिव का कांसेप्ट और इसकी परिभाषा, इसका अर्थ आपको जरुर याद रहेगा…
Derivative और underlying asset
जैसा हमने देखा डेरीवेटिव में दो चीज है
पहला – डेरीवेटिव प्रोडक्ट (कॉन्ट्रैक्ट ) उस प्रोडक्ट का underlying asset (जिस के आधार पर डेरीवेटिव का भाव में बदलाव आता है )
अब एक इम्पोर्टेन्ट क्वेश्चन – किसका भाव ज्यादा होगा डेरिवेटिव मार्केट क्या है? – डेरीवेटिव का या फिर उस डेरीवेटिव के underlying (asset/stock/index) का,
दुसरे, शब्दों में,
Example के तौर पे किसका भाव ज्यादा होगा दही या फिर दूध का ?
(ध्यान दीजिए कि दही डेरीवेटिव है और दूध underlying है )
तो इसका जवाब यही होगा कि –
दही क्योकि दूध से बनता है, दूध को दही बनने के लिए समय लगता है, प्रोसेस डेरिवेटिव मार्केट क्या है? होता है, और उस प्रोसेस के कास्ट को जोड़ने से दूध की अपेक्षा दही की कीमत ज्यादा हो जाती है,
जैसे – अगर दूध का प्राइस है x और उस दूध को दही बनाने में जो कास्ट आएगा वो मान लेते है Y
डेरीवेटिव क्या होता है ? (What is Derivative) – Summary
तो अब फाइनली स्टॉक मार्केट में डेरीवेटिव को समझना हो, तो वो कुछ ऐसा होगा कि –
डेरीवेटिव (Derivative)– एक फाइनेंसियल instrument/contract/product है जिसकी value किसी दुसरे स्टॉक/इंडेक्स /commodity से डेरिवेटिव मार्केट क्या है? derive होती है,
ध्यान दीजिए कि – स्टॉक मार्केट में डेरीवेटिव लेगेल कॉन्ट्रैक्ट होते है, और इस कॉन्ट्रैक्ट की सभी डेरिवेटिव मार्केट क्या है? नियम और शर्ते, पहले से निश्चित होती है, और लीगली bounded अग्रीमेंट होते है,
Stock Market Update : आज शेयर बाजार डेरिवेटिव मार्केट क्या है? में नहीं होगी ट्रेडिंग, जानें क्यों बंद रहेगा स्टॉक मार्केट, आगे कब है छुट्टी?
- News18Hindi
- Last Updated : October 26, 2022, 07:35 IST
हाइलाइट्स
दिवाली बलिप्रतिपदा के मौके पर आज बुधवार 26 अक्तूबर को ट्रेडिंग नहीं होगी.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) आज नहीं खुलेंगे.
आज देश के कई हिस्सों में गोवर्धन पूजा का त्योहार भी मनाया जा रहा है.
नई दिल्ली. भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में निवेश की तैयारी कर रहे लोगों के लिए बड़ा अपडेट है. दिवाली बलिप्रतिपदा के मौके पर आज बुधवार 26 अक्तूबर को ट्रेडिंग नहीं होगी और दोनों ही प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) आज नहीं खुलेंगे.
शेयर बाजार की ओर से डेरिवेटिव मार्केट क्या है? दी गई जानकारी के अनुसार, दोनों ही एक्सचेंज पर हर डेरिवेटिव मार्केट क्या है? कारोबारी सत्र में सुबह 9.15 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक होने वाली ट्रेडिंग आज बंद रहेगी. बलिप्रतिपदा दिवाली के चौथे दिन मनाया जाता है. यह त्योहार हिंदूचंद्र मास कार्तिक के शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि को मनाया जाता है. इसे राजा बलि पर भगवान विष्णु की विजय के रूप में मनाया जाता है. आज देश के कई हिस्सों में गोवर्धन पूजा का त्योहार भी मनाया जा रहा डेरिवेटिव मार्केट क्या है? है.
निम्नलिखित में से कौन-सा डेरिवेटिव बाजार का लाभ नहीं है?
Key Points व्युत्पन्न
- एक व्युत्पन्न दो पक्षों के बीच एक अनुबंध है जो एक अंतर्निहित परिसंपत्ति से अपना मूल्य/कीमत प्राप्त करता है।
- व्युत्पन्न के सबसे प्रचलित प्रकार फ्यूचर्स, ऑप्शंस, फॉरवर्ड और स्वैप हैं।
- यह एक वित्तीय साधन है जिसका मूल्य/कीमत अंतर्निहित परिसंपत्तियों द्वारा निर्धारित किया जाता है। प्रारंभ में, एक अंतर्निहित कोष उत्पन्न होता है, जो एकल प्रतिभूति या प्रतिभूतियों के समूह से बना हो सकता है।
- चूंकि अंतर्निहित परिसंपत्तियों का मूल्य लगातार बदलता रहता है, अंतर्निहित परिसंपत्ति के मूल्य में परिवर्तन की गारंटी होती है।