Fixed Time ट्रेडिंग क्या है

There is an issue with live ticks for NSE indices (Nifty 50, Nifty Bank and others) across brokers. We are in touch with NSE to have this fixed. — Zerodha (@zerodhaonline) February 24, 2021
Fixed Time ट्रेडिंग क्या है
हम न्यूनतम रु. 15,000 से शुरू होने वाले टर्म डिपॉजिट ऑफर करते हैं जिन्हें आमतौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट भी कहा जाता है. आप ऑनलाइन फिक्स्ड डिपॉजिट खोल सकते हैं और 12 महीनों से 60 महीनों तक की अवधि चुन सकते हैं. हम समय-समय पर एफडी के लिए उच्च ब्याज दरों के साथ विशेष अवधि की सुविधा देते हैं. हमारे फिक्स्ड डिपॉजिट में, आप एक निश्चित अवधि के लिए एक निश्चित राशि इन्वेस्ट करते हैं और आपको मेच्योरिटी पर या एक Fixed Time ट्रेडिंग क्या है निर्धारित फ्रिक्वेंसी पर ब्याज मिलता है.
सिस्टमेटिक डिपॉजिट प्लान-सिंगल मेच्योरिटी स्कीम (एसएमएस)
हमने रेकरिंग डिपॉजिट (आवर्ती जमा) में दिलचस्पी लेने वाले कस्टमर के लिए एक विशेष डिपॉजिट प्लान बनाया है, जिसे सिस्टमेटिक डिपॉजिट प्लान (एसडीपी) कहा जाता है. एसडीपी में, आप एक निर्धारित अवधि (12 से 60 महीने) के लिए हर महीने रु. 5,000 तक इन्वेस्ट कर सकते हैं. सिंगल मेच्योरिटी स्कीम (एसएमएस) के तहत, आपको मेच्योरिटी पर मूलधन और ब्याज मिलता है. प्रत्येक नए डिपॉजिट पर ब्याज को राशि डिपॉजिट किए जाने वाले महीने में लागू ब्याज दरों के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है.
सिस्टमेटिक डिपॉजिट प्लान- मासिक मेच्योरिटी स्कीम (एमएमएस)
हमने रेकरिंग डिपॉजिट (आवर्ती जमा) में दिलचस्पी लेने वाले कस्टमर के लिए एक विशेष डिपॉजिट प्लान बनाया है, जिसे सिस्टमेटिक डिपॉजिट प्लान (एसडीपी) कहा जाता है. एसडीपी में, आप एक निर्धारित अवधि (12 से 60 महीने) के लिए हर महीने रु. 5,000 तक इन्वेस्ट कर सकते हैं. मंथली मेच्योरिटी स्कीम (एमएमएस) के तहत, आपको हर महीने ब्याज का भुगतान मिलेगा और मूलधन का भुगतान मेच्योरिटी पर किया जाएगा. प्रत्येक नए डिपॉजिट पर ब्याज को राशि डिपॉजिट किए जाने वाले महीने में लागू ब्याज दरों के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है.
Options Trading in Hindi
ऑप्शन ट्रेडिंग भारत में ही नहीं पूरी दुनिया में बहुत ही लोकप्रिय है जिससे बहुत से लोग लाखो रूपये कमा रहे है तो आज हम Options Trading in Hindi लेख में Options Trading Meaning in Hindi, ऑप्शन कितने तरह के होते है और ऑप्शन में ट्रेड क्यों करना चाहिए आदि पहलुओं को समझेंगे।
चलिए Options Trading in Hindi लेख को शुरू करते है :
Options Trading Meaning in Hindi
ऑप्शन एक कॉन्ट्रैक्ट होता है जिसे खरीदने पर हमें किसी चीज को future में किसी fixed date पर एक price पर Buy or Sell करने का right मिलता है। लेकिन ये हम पर निर्भर करता है कि हम उस fixed date पर अपने right का इस्तेमाल करना चाहते है या नही और हम अपने Right का use तभी करना चाहेंगे जब हमें Profit होगा।
Example –
माना कि Mr. राहुल एक Businessman है और वो Mr. सूनील से एक एकड जमीन Buy करना चाहते है जिसकी Market Price अभी 20 लाख रुपयें है और जमीन के वारे में ऐसी खबर है कि Government जल्द ही उस से थोडी दूरी पर एक Metro project शुरु करेंगी। Mr. राहुल जानते है कि जैसे ही Government ये Decision लेगी उस जमीन की Price काफी बढ जायेगी।
इसी को देखते हुये Mr. राहुल चाहते है कि वो जमीन को अभी के Market Price यानी 20 लाख रुपये में खरीद ले और जैसे ही इसकी Price बढे तो इसको बेच कर मुनाफा कमायें। लेकिन Mr. राहुल के मन में एक doubt आता है कि अगर बहां पर Metro project शुरु नही हुआ तो मुझे भारी नुकसान हो जायेगा।
इसके लिए Mr. राहुल ने Mr. सूनील को पूरा पैसा ना देकर 1 लाख रुपयें का Token दिया और ये Contract किया Fixed Time ट्रेडिंग क्या है कि 3 Month बाद वह उस जमीन को 20 लाख में खरीदेंगे। और अगर 3 महीने के बाद Mr. राहुल उस जमीन को न खरीदने का निर्णय लेते है तो Mr. सूनील उनके दिए Token Amount को रख सकते है।
इस तरह 1 लाख रुपयें देकर Mr. राहुल ने Mr. सूनील से एक Contract किया और इसी तरह के Contract को ऑप्शन कहते है। ऑप्शन Contract दो लोगो के बीच होता है जो ऑप्शन Contract को खरीदता है उसे ऑप्शन Buyer कहते है और जो ऑप्शन Contract को बेचता है उसे ऑप्शन Seller या ऑप्शन Writer कहते है।
ऑप्शन एक Financial Derivative जिसकी ट्रेडिंग Exchange पर होती है और यदि आपके ट्रेडेड शेयर या इंडेक्स की कीमत आपके पक्ष में है, तो ऑप्शन ट्रेडिंग आपको बड़ा लाभ कमाने में मदद कर सकती है। ऑप्शन ट्रेडिंग बहुत लोकप्रिय है क्योंकि यदि आप कोई Index (Nifty or Bank Nifty) खरीदना चाहते है तो आपको उसके लिए index के पूरे मार्जिन का भुगतान नहीं करना पड़ता है। सिर्फ Premium amount देकर हम ऑप्शन buy कर सकते है।
ऑप्शन कितने तरह के होते है?
1) Call Fixed Time ट्रेडिंग क्या है ऑप्शन
2) Put ऑप्शन
कॉल ऑप्शन क्या है?
किसी भी Index या Stock के Call ऑप्शन हम जब खरीदते है जब हमें लगता कि उस Index या Stock की Price बढने बाली है। और जैसे – जैसे Index या Stock की Price बढती है वैसे ही Call ऑप्शन की Price भी बढती है।
पुट ऑप्शन क्या है?
किसी भी Index या Stock के Put ऑप्शन हम जब खरीदते है जब हमें लगता कि उस Index या Stock की Price गिरने बाली है। और जैसे – जैसे Index या Stock की Price गिरेगी है वैसे – वैसे Put ऑप्शन की Price भी बढेगी।
अभी तक आप Options Trading in Hindi लेख में ऑप्शन क्या होते है समझ गए होंगे अभी हम ऑप्शन ट्रेडिंग क्यों करे, ये समझते है –
ऑप्शन ट्रेडिंग क्यों करे?
ट्रेडर्स, ऑप्शन ट्रेडिंग mainly दो reason की बजह से करते है।
Margin: – ऑप्शन ट्रेडिंग आपको इंडेक्स या शेयर की पूरी कीमत दिए बिना ही किसी भी स्टॉक या इंडेक्स में Trade करने की अनुमति देता है।
Hedging:- मानलो यदि आपके होल्डिंग में कुछ Stocks हैं जो आपने long term के लिए खरीद कर रखे है और कुछ समय के बाद किसी कारण वस अचानक उस शेयर की कीमत बहुत गिरने लगती है, तो आप अपने होल्डिंग शेयरों का ऑप्शन Contract खरीद सकते हैं जिससे आपका भारी नुकसान होने से बच जायेगा और इस प्रक्रिया को Hedging कहा जाता है।
Options Trading Terminology
# 1 Premium: – Premium वह होता है जो ऑप्शन Buyer ऑप्शन Seller को कॉन्ट्रैक्ट buy करने के लिए Pay करता है।
#2 Strike Price:- Strike Price वह Price होती है जिस पर ऑप्शन खरीदे या बेचे है और ये Price Stock Exchange द्वारा तय की जाती है। आप किसी भी Strike Price का कोई भी स्टॉक या इंडेक्स खरीद या बेच सकते हैं।
#3 Expiry: – भविष्य की वह तारीख जब ऑप्शन शुन्य हो जायेगा, क्योकि जिस भी Expiry का हम ऑप्शन buy करते है तो जैसे – जैसे ऑप्शन expiry के नजदीक जाता है वैसे – वैसे ऑप्शन की Price कम होने लगती है और expiry के दिन शुन्य हो जाती है।
ऑप्शन की तीन अलग-अलग अवधि होती है…
- Near Month (1 Month).
- Middle Month (2 Months).
- Far Month (3 Month)
#4 Lot Size :- Lot size का मतलब है Shares की एक निश्चित संख्या। ये एक्सचेंज द्वारा तय किए गए जाते है जिसमें हर एक Stock और Index के लिए Lot size अलग – अलग होता है।
#5 Contract Name :- Contract Name Stock ticker Symbol की तरह होता है जिसमें ऑप्शन Contract कुछ अक्षर और संख्या को मिला कर बनाया जाता है जैसे – Nifty 17500 PE
#6 Intrinsic Value : – Intrinsic Value किसी भी Stock या Index के current Price और Strike Price के बीच का अंतर होता है।
#7 Open Interest :- Open Interest किसी विशेष ऑप्शन Contract पर खरीदारों और विक्रेताओं की कुल संख्या को दर्शाता है।
निष्कर्ष
ऑप्शन ट्रेडिंग से आप बहुत जल्दी Fixed Time ट्रेडिंग क्या है ही बहुत अच्छा पैसा कमा सकते है लेकिन इसमें रिस्क भी ज्यादा है इसलिए ऑप्शन ट्रेडिंग की शुरुआत, ऑप्शन ट्रेडिंग को अच्छे से समझने के बाद ही करे।
हमें उम्मीद है कि Options Trading in Hindi लेख में ऑप्शन ट्रेडिंग से संबधित सभी सबालो के जबाव मिल गए होंगे, अगर फिर भी कोई सबाल रहता है तो आप हमें कमेंट कर सकते है।
NSE पर तकनीकी खराबी से रुकी ट्रेडिंग, ट्विटर पर आई Memes की बाढ़
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर तकनीकी खराबी के चलते ट्रेडिंग को आज थोड़ी देर के लिए रोक दिया गया. ब्रोकिंग कंपनी Zerodha ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. इसके बाद तो जैसे Twitterati ने memes की बाढ़ ला दी और #nseindia टॉप ट्रेंड करने लगा.
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 24 फरवरी 2021,
- (अपडेटेड 24 फरवरी 2021, 2:45 PM IST)
- कैश और फ्यूचर मार्केट पर आई गड़बड़ी
- #nseindia कर रहा टॉप ट्रेंड
- राजपाल यादव, हर्षद मेहता के Meme शीर्ष पर
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर तकनीकी खराबी के चलते ट्रेडिंग को आज थोड़ी देर के लिए रोक दिया गया. ब्रोकिंग कंपनी Zerodha ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. इसके बाद तो जैसे Twitteratis ने memes की बाढ़ ला दी और #nseindia टॉप ट्रेंड करने लगा.
कैश और फ्यूचर मार्केट पर आई गड़बड़ी
NSE के कैश और फ्यूचर मार्केट पर तकनीकी गड़बड़ी आने के बाद सुबह 11.40 पर एक्सचेंज पर ट्रेडिंग को रोक दिया गया.
Zerodha नाम की ब्रोकिंग कंपनी ने ट्ववीट कर बताया कि Nifty 50, Nifty Bank और अन्य सूचकांक पर लाइव टिक्स नहीं मिल रहे हैं. कंपनी NSE के साथ इसे ठीक करने की कोशिश कर रही है.
There is an issue with live ticks for NSE indices (Nifty 50, Nifty Bank and others) across brokers. We are in touch with NSE to have this fixed.
— Zerodha (@zerodhaonline) February 24, 2021
इस पर NSE India ने भी ट्वीट कर बताया, ‘हम सिस्टम को दोबारा शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं। तकनीकी गड़बड़ी के कारण सुबह 11.40 पर ट्रेडिंग रोक दी गई थी। जैसे ही तकनीकी गड़बड़ी दूर होती है हम दोबारा ट्रेडिंग शुरू करेंगे।’
We are working on restoring the systems as soon as possible. In view of the above, all the segments have been closed at 11:40 and will be restored as soon as issue is resolved.
— NSEIndia (@NSEIndia) February 24, 2021
कैसे-कैसे Memes हुए शेयर
इस तकनीकी खराबी के बाद NSE India ट्विटर पर टॉप ट्रेंड करने लगा.
ट्विटर यूजर स्वपनजा शर्मा ने हाल में बागपत की मारपीट की घटना की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि NSE India के ट्रेडर आज ऐसे दिख रहे हैं.
वहीं साबिर सिविलियन नाम के ट्विटर यूजर ने amazon primevideo की पंचायत सीरीज की एक तस्वीर शेयर करते हुए ये लिखा.
अभिदेव ने शेयर दलाल हर्षद मेहता के जीवन पर बनी Scam 1992 सीरीज की एक तस्वीर को साझा किया.
‘चुप चुप के’ फिल्म के राजपाल यादव के सीन को भी साझा किया गुलशन लासी ने और लिखा ‘भगवान क्या जुल्म है’
फ्यूज कंडक्टर निकाले
एक ट्विटर यूजर ने तिरंगा फिल्म का एक वीडियो साझा करते हुए कहा कि NSE पर खराबी की वजह उसके फ्यूज कंडक्टर निकाल लिया जाना है.
Opening and closing time of stock market in India
भारतीय शेयर बाजार के खुलने तथा बंद होने के समय को तीन भागो में बांटा गया है। इस आर्टिकल में आप भारतीय शेयर बाजार के opening and closing time के बारे में विस्तार से जानेंगे। तो चलिए जानते हैं- Opening and closing time of stock market in India, Stock market की टाइमिंग को तीन भागों डिवाइड किया गया है। 1.प्री ओपनिंग सेशन 2. नार्मल सेशन या रेग्युलर सेशन 3. पोस्ट क्लोजिंग सेशन
1.प्री ओपनिंग सेशन
Market Opening शरुआत प्रीओपनिग सेशन से होती है।प्रीओपनिंग सेशन का समय सुबह नौ बजे से नौ पंद्रह तक होता Fixed Time ट्रेडिंग क्या है है इसमें तीन स्लॉट होते है। पहला स्लॉट सुबह नौ बजे से नौ बजकर आठ मिनट तक, इसे ऑर्डर एंट्री पीरियड कहते ,है, इस पीरियड में शेयर खरीद तथा बिक्री के ऑर्डर दे सकते है।
अगर आपको अपना आर्डर रद्द करना है तो वो भी कर सकते है। नौ बजकर सात या आठ मिनट के दौरान यह स्लॉट खत्म हो जाता है। Life Insurance Corporation Lic के initial public offer (IPO) से पैसे कैसे कमायें?
दूसरा स्लॉट सबह नौ बजकर आठ मिनट से नौ बजकर बारह मिनट तक होता है। इस स्लॉट में ऑर्डर मैचिंग की प्रक्रिया की जाती है तथा नार्मल सेशन की opening price निकाली जाती है। इस सेशन में शेयर खरीदने तथा बेचने के आर्डर केंसिल या मॉडिफाई नहीं कर सकते। Initial Public Offering (IPO) क्या है और यह कैसे काम करता है?
तीसरा स्लॉट नौ बजकर बारह मिनट से नौ बजकर पंद्रह मिनट तक होता है। इसे बफर पीरियड कहते है। इस सेशन में प्रीओपनिंग सेशन का स्मूथली ट्रांसफर होता है। जिस कीमत पर ज्यादातर buy / sell आर्डर मैच होते है वह equilibrium price कहलाती है और वही नॉर्मल सेशन की ओपनिंग प्राइस होती है।
Bilateral Matching System में जब शेयर खरीदने तथा बेचने की कीमत मैच हो जाती है, तो आर्डर ऑटोमेटिक रूप से पूरा हो जाता है। अगर शेयर खरीदने तथा बेचने वाले ज्यादा हो, तो कीमत तथा समय की प्रायोरिटी के हिसाब से सारे ऑर्डर पूरे किये जाते है। उम्मीद है आपको Opening and closing time of stock market in India पर यह लेख पसंद आ रहा होगा।
2.नॉर्मल सेशन (continuous session )
नॉर्मल सेशन की शरूआत सुबह नौ बजकर पंद्रह मिनट से होती है तथा यह साढ़े तीन बजे तक लगातार चलता है। इसे continuous session भी कहते है। इस सेशन में आप सुबह के सवा नौ बजे से शाम के साढ़े तीन बजे तक आप जब भी चाहे शेयर खरीद तथा बेच सकते है। शेयर मार्केट निवेश के दौरान ध्यान देने योग्य बातें
नॉर्मल सेशन में bilateral matching system का उपयोग किया जाता है, यानी कि जब buyer तथा seller की प्राइस मैच हो जाती है, तब वह सौदा अपने आप पुरा हो जाता है। अगर शेयर खरीदने तथा बेचने वाले ज्यादा हो, तब टाइम की प्रायोरिटी के हिसाब से सारे सौदे पूरे किये जाते है।
Bilateral Matching System की वजह से stock market opening प्राइस बहुत volatile रहती है। इसी volatility को कम करने के लिए प्रीओपनिंग सेशन लाया गया। फांग शेयरऔर फांग कंपनी क्या हैं ?
जिसमे मल्टी लेयर्ड मैचिंग सिस्टम यानी जिस प्राइस पर ज्यादातर आर्डर Fixed Time ट्रेडिंग क्या है मैच होते हैं। उस प्राइस को नॉर्मल सेशन की ओपनिंग प्राइस बनाकर, स्टॉक एक्सचेंज ने ओपनिंग प्राइस वोलेटिलिटी को कम करने का प्रयास किया है।
इंडिया में बहुत कम ट्रेडर्स प्रीओपनिंग सेशन में पार्टिसिपेट करते है, ज्यादातर ट्रेडर्स नॉर्मल ट्रेडिंग सेशन की शुरुआत में ही ट्रेडिंग करते हैं। इसलिए नॉर्मल ट्रेडिंग सेशन के शुरू के दस, पंद्रह मिनट बहुत ही वोलेटाइल रहते है। नार्मल सेशन के शुरुआत में आपको बहुत सोच समझ कर ट्रेड करना चाहिए।
यदि आप शेयर मार्केट में नुकसान नहीं उठाना चाहते तो आपको बेंजामिन ग्राहम द्वारा लिखित बुक 'द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर बुक (हिंदी) को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए। इस बुक को शेयर मार्केट की बाइबिल भी कहा जाता है। The intelligent investors book को जरूर पढ़ना चाहिए।
नॉर्मल सेशन खत्म होने के बाद यानि साढ़े तीन बजे के बाद के दस मिनट का टाइम क्लोजिंग प्राइस के कैलकुलेशन के लिए होता है। इस दस मिनट में यानी साढ़े तीन बजे से तीन बजकर चालीस मिनट तक क्लोजिंग प्राइस का कैलकुलेशन होता है क्योंकि साढ़े तीन बजे जब नॉर्मल सेशन ट्रेडिंग बंद हो जाती है।
तब stocks तथा index का जो बंद होने का भाव होता है वह closing price नहीं होता है। शेयरों तथा इंडेक्स की क्लोजिंग प्राइस उनकी आखिरी आधे घंटे यानि तीन Fixed Time ट्रेडिंग क्या है से साढ़े तीन के बीच के ट्रेडिंग प्राइस का औसत होता है। शेयर बाजार से पैसे कमाने के दस सबसे अच्छे तरीके क्या हैं?
इंडेक्स जैसे निफ़्टी इंडेक्स, आईटी इंडेक्स, बैंक इंडेक्स आदि का क्लोजिंग प्राइस इनके इंडेक्स में जो भी शेयर शामिल हैं। उनके आखिरी आधे घंटे के ट्रेडिंग प्राइस का वेटेड एवरेज होते है। जिसे वॉल्यूम वेटेड एवरेज प्राइस कहते है। ज्यादातर closing price दो या तीन मिनट में ही आ जाते है यानि की तीन बजकर बत्तीस या तैंतीस मिनट पर।
Post Closing Session
पोस्ट क्लोजिंग सेशन तीन चालीस से चार बजे तक होता है। यानी कि सिर्फ बीस मिनट के लिए। हम इस सेशन में नार्मल सेशन के क्लोजिंग प्राइस पर शेयर खरीद तथा बेच सकते है- जैसे मन लीजिये इंफोसिस के शेयर का क्लोजिंग प्राइस 600 रूपये है तथा कोई ट्रेडर इंफोसिस के शेयर खरीदना या बेचना चाहता है, तो वह post closing session में 600 रूपये के भाव पर खरीद या बेच सकता है।
प्रीओपनिंग सेशन तथा पोस्ट क्लोजिंग सेशन सिर्फ cash segment में ही होते है। फ्यूचर एंड ऑप्शन में ये दोनों सेशन नहीं होते है।संक्षेप में Stock market opening and closing in India इस प्रकार है -
9, 00 AM To 9 ; 15 AM , Price Opening Session
9, 15 AM To 3 ; 30 PM Normal Session ( Regular Session )
3, 30 PM To 3 ; 40 PM Closing Price Calculation
3, 40 PM To 4 ; 00 PM Post Closing Session
कई बार ऐसा होता है कि stock market open session के दौरान किसी कारणवश शेयर खरीद या बेच नहीं पाहैं। तब After Market Order यानि AMO का उपयोग कर सकते है। आफ्टर मार्केट ऑर्डर में आप अपने शेयर खरीदने तथा बेचने के ऑर्डर, स्टॉक मार्केट बंद होने से लेकर स्टॉक मार्केट खुलने तक दे सकते है। इस समय में वास्तविक Fixed Time ट्रेडिंग क्या है ट्रेडिंग नहीं होती है, क्योंकि तो बंद ही Stock market रहता है आप बस अगले ट्रेडिंग सेशन के लिए ऑर्डर प्लेस सकते है।
अलग-अलग ब्रोकर्स के आफ्टर मार्केट ऑर्डर का समय अलग हो सकता है। कुछ स्टॉक ब्रोकर आफ्टर मार्केट ऑर्डर कि सुविधा नहीं प्रदान करते है। Stock market में एक स्पेशल ट्रेडिंग सेशन भी होता है, जिसे दीपावली पर किया जाता है। इसे मुहूर्त ट्रेडिंग भी कहते है। इसमें दीपावली के दिन एक घंटे के लिए ट्रडिंग होती है। मुहूर्त ट्रडिंग ज्यादातर शाम के समय होती है।
एक रिक्वेस्ट है, प्लीज़ इस आर्टिकल में दिखाये गये किसी एक विज्ञापन पर किल्क अवश्य करें क्योंकि यह बिल्कुल फ्री है। जिससे इस साइट के मेंटिनेंस के लिए कुछ अर्निग्स भी हो सके। Fixed Time ट्रेडिंग क्या है धन्यवाद
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