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रोड्सटर बाइक सेगमेंट में हंगामा मचाने लॉन्च हुई Royal Enfield Hunter 350, कीमत 1.50 लाख से शुरू

अंशुमन साकल्ले

रॉयल एनफील्ड ने भारतीय मार्केट में लंबे इंतजार के बाद बिल्कुल नई हंटर 350 मोटरसाइकिल लॉन्च कर दी है जिसकी शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 1.50 लाख रुपये है. कंपनी ने नई हंटर 350 को रेट्रो और मेट्रो दो वेरिएंट में पेश किया है.

Royal Enfield Hunter 350 Motorcycle Launched In India

Hunter 350 की शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 1,49,900 रुपये है जो टॉप मॉडल के लिए 1,68,900 रुपये तक जाती है (Image Credit: ZigWheels) 

  • रॉयल एनफील्ड हंटर 350 भारत में लॉन्च
  • शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 1.50 लाख
  • दो वेरिएंट्स - रेट्रो और मेट्रो में हुई लॉन्च

Royal Enfield Hunter 350 Launched In India: लंबे इंतजार के बाद रॉयल एनफील्ड ने भारतीय मार्केट में हंटर 350 लॉन्च कर दी है. ये कंपनी की रोड्सटर स्टाइल मोटरसाइकिल है और रॉयल एनफील्ड के लाइनअप में ये अब सबसे सस्ती मोटरसाइकिल बन गई है. हंटर 350 को रेट्रो और मेट्रो दो वेरिएंट्स में लॉन्च किया गया है जिसमें रेट्रो फैक्ट्री सीरीज बाइक है, वहीं मेट्रो दो अवतार में आई है जिनमें डेपर सीरीज और रेबेल सीरीज शामिल हैं. रॉयल एनफील्ड हंटर 350 की शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 1,49,900 रुपये है जो टॉप मॉडल के लिए 1,68,900 रुपये तक जाती है.

लुक और डिजाइन में तगड़ी है बाइक

़़डिजाइन की बात करें तो नई हंटर 350 निओ रेट्रो में आई है जिससे रॉयल एनफील्ड का लुक एक अलग ही लेवल पर पहुंच गया है. इस बाइक की डिजाइन दो अलग-अलग वेरिएंट्स पर निर्भर करती है, यहां दोनो वेरिएंट्स को अलग रंग और लिवरीज दी गई हैं जिसमें ग्राहकों को कुल 23 कॉम्बिनेशन मिलते हैं. मेट्रो को एलईडी टेललैंप और गोल टर्न इंडिकेटर्स दिए गए हैं, वहीं रेट्रो चौकोर टर्न इंडिकेटर्स और हेलोजन टेललैंप्स दिए गए हैं. दोनो वेरिएंट्स के साथ कंपनी ने हेलोजन हेडलैंप्स दिए हैं, वहीं विकल्प के तौर पर आपको एलईडी टर्न इंडिकेटर्स मिलेंगे. मोटरसाइकिल को सिंगल पीस सीट दी गई है.

कितना दमदार है बाइक का इंजन

रॉयल एनफील्ड ने नई हंटर 350 के साथ 349 सीसी का सिंगल-सिलेंडर जे-सीरीज इंडिकेटर्स इंजन दिया गया है जो क्लासिक 350 और मीटिओर 350 में भी मिलता है. ये इंजन 6,100 आरपीएम पर 20.1 बीएचपी ताकत और 4,000 आरपीएम पर 27 एनएम पीक टॉर्क जनरेट करता है. ये इंजन 5-स्पीड गियरबॉक्स से लैस है जो बाइक को 114 किमी/घंटा की टॉप स्पीड तक पहुंचाता है. इसका कुल भार 181 किग्रा है जो क्लासिक 350 के मुकाबले 14 किग्रा हल्की है. भारत में इस बाइक का मुकाबला टीवीएस रॉनिन, जावा 42 और होंडा सीबी 350 आरएस के साथ होने वाला है.

डुअल डिस्क ब्रेक्स, डुअल चैनल एबीएस

हंटर 350 के साथ ऑफसेट पार्ट डिजिटल गोल शेप का स्पीडोमीटर दिया गया है, लेकिन दोनों वेरिएंट में ये अलग है. मेट्रो का स्पीडोमीटर रेट्रो के मुकाबले कुछ बड़ा है. मेट्रो के साथ ट्रिपर नेविगेशन पॉड विकल्प में उपलब्ध कराया गया है जो बाकी रॉयल एनफील्ड बाइक्स में देखने को मिलता है. यहां आपको दोनों पहियों में डिस्क ब्रेक्स के साथ डुअल चैनल एंटीलॉक ब्रेकिंग सिस्टम मिलेगा. कंपनी ने रेट्रो के साथ स्पोक्ड व्हील्स दिए हैं, मेट्रो के साथ ब्लैक्ड आउट अलॉय व्हील्स मिले हैं.

Maruti Suzuki Grand Vitara Sigma (बेस वेरिएंट) वीडियो पर विस्तृत

कई टीज़र और कुछ हफ़्ते पहले हुई एक वैश्विक अनावरण के बाद, बिल्कुल नई Maruti Suzuki Grand Vitara भारत में आधिकारिक तौर पर आ गई है। नई Grand Vitara की कीमतें 10.45 लाख रुपये से 19.65 लाख रुपये के बीच निर्धारित की गई हैं, इस प्रकार Hyundai Creta, Kia Seltos, Volkswagen Taigun, Skoda Kushaq, MG Astor, Nissan Kicks और Toyota Urban Cruiser Hyryder जैसी अन्य मध्यम आकार की एसयूवी को लक्षित किया गया है। यहां, हमें एक व्यापक वीडियो मिला है जो Grand Vitara के बेस-स्पेक Sigma वेरिएंट के दृश्यों और विशेषताओं को प्रदर्शित करता है, जिसकी कीमत 10.45 लाख रुपये है।

द कार शो द्वारा अपलोड किया गया YouTube वीडियो, आर्कटिक व्हाइट पेंट शेड में Maruti Suzuki Grand Vitara Sigma को दिखाता है। बेस-स्पेक वैरिएंट होने के बावजूद, Grand Vitara का Sigma वैरिएंट कई विशेषताओं के साथ आता है जो आमतौर पर इसके प्रतिद्वंद्वियों के मिड-स्पेक वेरिएंट में होते हैं।

एक्सटीरियर लोडेड दिखता है

Maruti Suzuki Grand Vitara Sigma (बेस वेरिएंट) वीडियो पर विस्तृत

बाहरी से शुरू होकर, Grand Vitara Sigma हलोजन प्रोजेक्टर हेडलैम्प्स और डे टाइम रनिंग एलईडी से सुसज्जित है, इंडिकेटर्स जिनमें से बाद वाले टर्न इंडिकेटर्स के रूप में भी काम करते हैं। यहां का फ्रंट ग्रिल क्रोम सराउंड और ग्लॉस ब्लैक इन्सर्ट के साथ प्रीमियम दिखता है। Grand Vitara Sigma के फ्रंट प्रोफाइल में नीचे की तरफ चौड़ी दिखने वाली सिल्वर स्किड प्लेट भी है।

साइड प्रोफाइल की ओर बढ़ते हुए, Maruti Suzuki Grand Vitara Sigma में 17 इंच के काले स्टील के पहिये मिलते हैं, जो प्लास्टिक व्हील कैप से सजे होते हैं। यहां साइड प्रोफाइल में बॉडी कलर्ड डोर हैंडल और रियरव्यू मिरर, व्हील इंडिकेटर्स आर्च मोल्डिंग, सी-पिलर सिल्वर गार्निश, डोर क्लैडिंग और बाहरी रियरव्यू मिरर पर टर्न इंडिकेटर्स भी मिलते हैं। हालांकि, यह वेरिएंट रूफ रेल्स से चूक जाता है जैसा कि अन्य प्रीमियम वेरिएंट में देखा गया है। पीछे की तरफ, Grand Vitara Sigma में स्ट्रेच-आउट एलईडी टेल लैंप हैं, जिसमें रिवर्स लाइट के लिए अलग लैंप और रियर बम्पर के कोनों पर टर्न इंडिकेटर्स लगे हैं।

केबिन में मिलते हैं बेसिक फीचर्स

अंदर की तरफ, Grand Vitara Sigma के डैशबोर्ड में सॉफ्ट-टच प्लास्टिक के साथ डुअल-टोन ब्लैक और बरगंडी लेआउट है। यह वैरिएंट पुश स्टार्ट-स्टॉप बटन, स्टीयरिंग-माउंटेड ऑडियो और Bluetooth कंट्रोल, 4.2-इंच TFT MID, ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, फिक्स्ड फ्रंट और रियर सेंटर आर्मरेस्ट और रियर एसी वेंट से लैस है। हालांकि, इस वेरिएंट में फैक्ट्री-फिटेड इंफोटेनमेंट सिस्टम नहीं है, और आफ्टरमार्केट सिस्टम के साथ स्टीयरिंग माउंटेड ऑडियो और Bluetooth कंट्रोल का इस्तेमाल किया जा सकता है। सुरक्षा के लिहाज से, यह डुअल फ्रंट एयरबैग, EBD के साथ ABS, ब्रेक असिस्ट, रिवर्स पार्किंग सेंसर, ट्रैक्शन कंट्रोल और चाइल्ड सीटों के लिए ISOFIX माउंट के साथ पूर्ण है।

Maruti Suzuki Grand Vitara Sigma केवल 1.5-लीटर चार-सिलेंडर माइल्ड-हाइब्रिड पेट्रोल इंजन के साथ उपलब्ध है, जो 103 पीएस की शक्ति और 138 एनएम का टार्क देता है, और केवल 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ पेश किया जाता है। हालांकि, एसयूवी ईसीवीटी के साथ 1.5-लीटर पेट्रोल+इलेक्ट्रिक हाइब्रिड और माइल्ड-हाइब्रिड इंजन विकल्प में वैकल्पिक 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स और AllGrip ऑल-व्हील-ड्राइव सिस्टम के साथ भी उपलब्ध है।

पुराने पेटर्न पर लौटा शिक्षा विभाग: पुराने तरीकों से होगी पढ़ाई

भोपाल। 80 के दशक में मप्र की स्कूली शिक्षा का लोहा पूरा इंडिकेटर्स देश मानता था। धीरे धीरे उच्च अधिकारियों ने पढ़ाई के तरीके बदलने शुरू कर दिए और शिक्षा इंडिकेटर्स का स्तर गिरता चला गया, लेकिन अब शिक्षा विभाग वापस पुराने पेटर्न पर लौटता दिख रहा है। विभाग चाहता है पढ़ाई का तरीका कुछ भी हो, परिणाम बेहतर होना चाहिए।

स्कूलों में 1980 के दशक में जैसी पढ़ाई होती थी, ठीक वैसे ही नजारे देखने को मिलेंगे। शिक्षक गिनती सिखाने के लिए पट्टी पहाड़ा नहीं। मिट्टी लाने को कहेंगे। उससे गुल्ली या अन्य कुछ बनवाएंगे और गिनती कराएंगे। वैसे तो अभी इसे लिखा पढ़ी में नहीं लाया गया है, लेकिन अधिकारियों के मनोभाव यही हैं। वे चाहते हैं कि शिक्षक हर वह प्रयोग करे, जिससे बच्चों को निर्धारित दक्षता हासिल करने में मदद मिले। स्कूल शिक्षा विभाग ने विषय वार और माह वार दक्षता का चार्ट भी जारी कर दिया है।

जिसके तहत इंडिकेटर्स बच्चे की हर माह की दक्षता निर्धारित कर दी गई है। कुल नौ माह में उसे लर्निंग इंडिकेटर्स के मुताबिक दक्ष कर दिया जाएगा। विभाग ने सभी विषयों के लर्निंग इंडिकेटर्स तैयार किए हैं। उल्लेखनीय है कि राज्य में हर कक्षा के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम है, जिसकी राज्य शिक्षा केंद्र से जारी निर्देशों के मुताबिक पढ़ाई कराई जाती है, लेकिन बच्चों की कक्षावार दक्षताएं तय नहीं थीं।

नई व्यवस्था वर्तमान शैक्षणिक सत्र से लागू कर दी गई है। प्रदेशभर के स्कूलों को पहले माह के लर्निंग इंडिकेटर्स भेज दिए गए हैं। शिक्षकों से अपेक्षा की गई है कि वे इसी माह से नई व्यवस्था के मुताबिक पढ़ाई कराएं। जबकि अगले माह से लर्निंग इंडिकेटर्स के मुताबिक पढ़ाई कराना अनिवार्य होगा।

पांचवीं : राज्य शिक्षा केंद्र के मुताबिक बच्चे को पहले माह एक करोड़ तक की संख्या को पहचानना, उसे अंकों और शब्दों में लिखना, 10 लाख तक स्थानीमान व विस्तारित रूप में लिखना और उसका बढ़ता-घटता क्रम बताना आना चाहिए। जबकि नौवें माह में बच्चे को क्षेत्र की गणना करना, मूल ज्यामिति अवधारणा की समझ, कोण-समकोण-न्यूनकोण एवं अधिककोण की जानकारी, त्रिभुज की समझ, त्रिभुज के गुणधर्म एवं त्रिभुज के तीनों कोणों का योग 180 अंश हो, इसका क्रियाकलाप द्वारा सत्यापन करना और समपित व असमपित आकृतियों को परिवेश में पहचानना आना चाहिए।

आठवीं : इस कक्षा के बच्चों को पहले माह में वर्ग की समझ, पूर्ण वर्ग बनाना एवं वर्गमूल, दशमलव पूर्ण संख्याओं का भाग विधि से वर्गमूल आना चाहिए। ऐसे ही नौवें माह में सांख्यिकी, बारंबारता, बंटन सारणी, मिलान चिन्ह, वर्ग अंतराल, उच्च एवं निम्न सीमा, आयत चित्र, आकड़े, परिसर, आरोही-अवरोही क्रम, समान्तर माध्य निकालना आना चाहिए।

अधिकारियों द्वारा दिए गए काम को शिक्षक कितना कर पा रहे हैं। इसकी लगातार इंडिकेटर्स मॉनीटरिंग होगी। विभाग मॉनीटरिंग की रूपरेखा तय कर रहा है। सूत्र बताते हैं कि विभाग प्रतिभा पर्व के तहत दो परीक्षाएं लेगा, जिसमें बच्चों से एक ही सवाल कई तरीके से पूछा जाएगा। यह परीक्षा तय करेगी कि शिक्षकों ने बच्चों को कितना समय दिया और बच्चे निर्धारित दक्षता पूरी करने में इंडिकेटर्स कितने सफल रहे हैं।

पढ़ाने के तरीके को भी रुचिकर बना रहे हैं और लर्निंग इंडिकेटर्स भी तय कर दिए हैं। इससे यह तय होगा कि संबंधित कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे को कम से कम इतना तो आता ही है।

वित्त राज्य मंत्री डॉ.भागवत कराड का दो दिवसीय जमशेदपुर दौरा, एसएलबीसी की बैठक व आकांक्षी जिला इंडिकेटर्स की करेंगे समीक्षा, पोटका में परिसम्पत्ति वितरण कार्यक्रम में भी होंगे शामिल

जमशेदपुर : भारत सरकार के वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड 14 व 15 जून को दो दिसवीय दौरे पर जमशेदपुर में रहेंगे। इस दौरान उनके द्वारा 14 जून को 12:30 बजे से समाहरणालय सभागार में आयोजित एसएलबीसी बैठक की अध्यक्षता करेंगे। वहीं अपराह्न 3 बजे आकांक्षी जिला इंडिकेटर्स की समीक्षा बैठक जिले के पदाधिकारियों के साथ करेंगे। 15 जून को उनका फिल्ड विजिट का कार्यक्रम है, इस दौरान सदर अस्पताल, जमशेदपुर, जमशेदपुर स्थित पीडीएस दुकान का निरीक्षण, मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र, नांदुप, गोलमुरी, मेगा स्कील सेंटर हाटा, पोटका, कस्तूरबा गांधी विद्यालय पोटका का निरीक्षण व पोटका प्रखंड परिसर में आयोजित परिसम्पत्ति वितरण कार्यक्रम में शामिल होने का संभावित कार्यक्रम है। वित्त राज्य मंत्री, भारत सरकार के दौरे को लेकर उपायुक्त विजया जाधव द्वारा सभी संबंधित पदाधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए आवश्यक सौजन्य प्रदर्शित करने का निर्देश दिया गया है।

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