मुख्य मॉडल

टेक दिग्गज एप्पल (#Apple) के आईफोन 14 प्रो मॉडल के शिपमेंट में कथित तौर पर चौथी तिमाही में 20 मिलियन की गिरावट आएगी।@Apple pic.मुख्य मॉडल twitter.com/vVGSDUj3vw— IANS Hindi (@IANSKhabar) November 30, 2022
टेक दिग्गज एप्पल के आईफोन 14 प्रो मॉडल के शिपमेंट में कथित तौर पर चौथी तिमाही में 20 मिलियन की गिरावट . - Latest Tweet by IANS Hindi
The latest Tweet by IANS Hindi states, 'टेक दिग्गज एप्पल के आईफोन 14 प्रो मॉडल के शिपमेंट में कथित तौर पर चौथी तिमाही में 20 मिलियन की गिरावट आएगी।@Apple'
टेक दिग्गज एप्पल (#Apple) के आईफोन 14 प्रो मॉडल के शिपमेंट में कथित तौर पर चौथी तिमाही में 20 मिलियन की गिरावट आएगी।@Apple pic.twitter.com/vVGSDUj3vw— IANS Hindi (@IANSKhabar) November 30, 2022
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नील्स बोर का परमाणु मॉडल , बोर कक्ष की परमाणु त्रिज्या (r) ज्ञात करना , इलेक्ट्रॉन का वेग , कक्ष की ऊर्जा
(niels bohr model in hindi) नील्स मुख्य मॉडल बोर का परमाणु मॉडल : इस सिद्धांत के मुख्य बिंदु निम्न है –
1. परमाणु द्वारा ऊर्जा का उत्सर्जन लगातार नहीं होता है बल्कि छोटे छोटे बण्डल या पैकेट के रूप में होता है। इसमें उपस्थित ऊर्जा प्लांक समीकरण के द्वारा ज्ञात की जाती है।
प्लांक समीकरण निम्न है –
E = hv
यहाँ v = c/λ
E = hc/λ
जहाँ h = प्लान्क मुख्य मॉडल नियतांक होता है जिसका मान 6.62 × 10 −34 Js
C = प्रकाश का वेग होता है जिसका मान लगभग 3 x 10 8 मीटर प्रति सेकंड होता है।
2. इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर वृत्ताकार पथ में चक्कर लगाते है , तो वह न तो ऊर्जा का उत्सर्जन और न ही ऊर्जा का अवशोषण करते है।
3. इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारों ओर केवल उन्ही वृत्ताकार कोशों में चक्कर लगाते है जिनमें उनका कोणीय संवेग mvr = nh/2π के पूर्ण गुणज होता हो अर्थात
mvr = nh/2π
जहाँ n = एक पूर्णांक है जिसका मान 1 , 2 , 3 . . . . . . होता है।
4. जब कोई इलेक्ट्रॉन एक ऊर्जा स्तर से दूसरे ऊर्जा स्तर में जाता है तो या तो वह ऊर्जा का उत्सर्जन करता है या ऊर्जा का अवशोषण करता है।
△E = E 2 – E 1
जहाँ E 1 = प्रारंभिक कोश की उर्जा
E 2 = अंतिम कोश की ऊर्जा
△E = ऊर्जा में अंतर
5. बोर कक्ष की परमाणु त्रिज्या (r) ज्ञात करना
माना एक परमाणु जिसका परमाणु क्रमांक Z है और इसका आवेश e है इससे r दूरी पर कोई इलेक्ट्रॉन v वेग से वृत्ताकार कोश में चक्कर लगाता है।
इलेक्ट्रॉन नाभिक के चारो ओर वृत्ताकार कोश में तभी चक्कर लगाता है जब अपकेन्द्रिय बल का मान आकर्षण बल के बराबर होता है।
कीमत 4 लाख से भी कम और फीचर्स महंगी कार वाले, कुछ ऐसी है नई Maruti Suzuki Alto K10
Maruti Suzuki ने भारतीय ग्राहकों की फेवरेट कार Alto K10 की मार्केट में वापसी कर दी है जिसकी शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 3.99 लाख रुपये है. New Alto K10 जोरदार फीचर्स से लैस होने के अलावा धाकड़ माइलेज भी देती है.
इस पैसा वसूल हैचबैक का टॉप मॉडल 5.83 लाख रुपये एक्सशोरूम कीमत पर खरीदा जा सकता है (Image Credit: ZigWheels) 
- 2022 Maruti Suzuki Alto K10 लॉन्च
- शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 3.99 लाख
- 1 लीटर पेट्रोल में चलेगी 25 KM तक!
Maruti Suzuki Alto K10: मारुति सुजुकी ने हाल ही में अपनी किफायती ऑल्टो K10 भारतीय मार्केट में लॉन्च कर दी है जिसकी शुरुआती एक्सशोरूम कीमत 3.99 लाख रुपये है. कंपनी ने ऑल्टो के इस नए मॉडल की बाजार में वापसी की है जिसे मौजूदा मारुति सुजुकी ऑल्टो 800 के साथ बेचा जा रहा है. महज चार लाख रुपये से भी कम कीमत वाली इस पैसा वसूल हैचबैक का टॉप मॉडल 5.83 लाख रुपये एक्सशोरूम कीमत पर खरीदा जा सकता है. पिछले मॉडल के मुकाबले नई ऑल्टो K10 काफी बदल गई है जो इसके एक्सटीरियर और इंटीरियर को देखते ही समझ आ जाता है. भारत में इसका मुकाबला ह्यून्दे सेंट्रो और रेनॉ क्विड से शुरू हो चुका है.
नई ऑल्टो K10 में क्या-क्या बदला
पांचवीं पीढ़ी मुख्य मॉडल के हार्टेक्ट प्लेटफॉर्म पर आधारित नई ऑल्टो K10 को पूरी तरह बदली हुई मुख्य मॉडल ब्लैक मेश ग्रिल दी गई है. हालांकि इसका आकार पुराने मॉडल जैसा ही लगता है. यहां हेडलैंप्स, अगले बंपर और बोनट में भी बड़े बदलाव देखने को मिले हैं. कार का साइड प्रोफाइल भी पहले से अलग हैं और बहुत कुछ मारुति सुजुकी सेलेरियो जैसा नजर आता है. नई ऑल्टो K10 के साथ ग्राहकों को इंपेक्टो और ग्लिंटो नाम के दो कस्टमाइजेशन पैकेज भी मिल रहे हैं. ये नई हैचबैक 6 रंगों में उपलब्ध कराई गई है और इसके साथ कंपनी ने 13-इंच के व्हील्स दिए हैं.
1 लीटर पेट्रोल में करीब 25 किमी माइलेज
नई जनरेशन ऑल्टो के केबिन में भी बड़े बदलाव किए गए हैं जिनमें स्मार्टप्ले टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और ऐप्पल कारप्ले के साथ एंड्रॉइड ऑटो मुख्य हैं. इसके अलावा रिमोट की ऐक्सेस, इलेक्ट्रिकली अडजस्टेबल ओआरवीएम और स्टीयरिंग पर कंट्रोल भी कार को मिले हैं. नई ऑल्टो K10 को 1.0-लीटर के-सीरीज डुअल-जेट डुअल वीवीटी इंजन दिया गया है जो एएसजी यानी ऑटो गियर शिफ्ट ट्रांसमिशन से लैस है. ये कार 1 लीटर पेट्रोल में 24.90 किमी तक चलाई जा सकती है. सुरक्षा के लिहाज से यहां एबीएस के साथ ईबीडी, आगे दो एयरबैग्स और स्पीड सेंसिंग डोर जैसे कई फीचर्स दिए गए हैं.
TCP/IP क्या है ?
यह नियमों का एक समूह है, जो इंटरनेट कैसे कार्य करता है यह निर्णय करता है । यह दो कम्प्यूटर के बीच सूचना स्थान्तरण और संचार को संभव करता है । इनका प्रयोग डाटा को सुरक्षित ढंग से भेजने के लिए किया जाता है । टी सी पी की भूमिका डाटा को छोटे-छोटे भागों में बाँटने की होती है और आई पी इन पैकिटों मुख्य मॉडल पर लक्ष्य स्थल का पता अंकित करता है ।
TCP/IP इंटरनेट में उपलब्ध प्रोटोकॉल है । जिनके जरिये इन्टरनेट, नेटवर्क या अन्य इन्टरनेट Device के मध्य मुख्य मॉडल सूचनाओ का आदान प्रदान होता है । TCP/IP कंप्यूटर व नेटवर्क के मध्य मुख्य मॉडल कम्युनिकेशन बनाने वाले प्रोटोकॉल्स का एक समूह होते है । जिनके जरिये हम अपने मोबाइल और अन्य Device की मदत से इन्टरनेट से सूचना का आदान प्रदान कर सकते है ।
TCP/IP का implementation सभी कंप्यूटर हार्डवेयर व ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए एक सामान होता है । अतः सभी प्रकार के कंप्यूटर हार्डवेयर व नेटवर्क TCP/IP द्वारा आपस में कनेक्ट या कम्यूनिकेट कर सकते है । TCP/IP इन्टरनेट में किसी भी डाटा को भेजने का एक माध्यम है । इन दोनों प्रोटोकॉल्स के जरिये ही कोई भी सूचना इन्टरनेट में एक स्थान से दुसरे स्थान तक पहुचती है ।
TCP/IP कैसे कार्य करते है ?
TCP/IP प्रोटोकॉल इन्टरनेट में डाटा को सुरक्षित रखते हुए मुख्य मॉडल उस डाटा को उसके निश्चित स्थान तक पहुचाते है । TCP (ट्रांसमिशन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल) एक पुरे डाटा को छोटे छोटे डाटा पैकेट के रूप में विभाजित कर देता है । और इसे इन्टरनेट में भेज देता है । अब IP (इन्टरनेट प्रोटोकॉल) इस डाटा को उसके Destination Point तक पहुचाता है । जिससे इन्टरनेट व नेटवर्क के बीच कम्युनिकेशन स्थापित हो जाता है । इन दोनों प्रोटोकॉल में बिना इन्टरनेट में कम्युनिकेशन संभव नहीं है ।
TCP/IP नेटवर्क मॉडल में मुख्य रूप से चार प्रकार की Layers होती है :-