बाजार का रुझान

Bazaar Aaj Aur Kal: कल के शेयर बाजार पर अनिल सिंघवी की दमदार स्ट्रैटेजी
Nifty - 17,475 से 17,525 के बीच पहला सपोर्ट करेगा और ऊपरी स्तरों पर 17,700 से 17,725 तक जाने की कोशिश करेगा. Bank Nifty - 38,750 से 38,850 के बीच मजबूत सपोर्ट करेगा और ऊपरी स्तरों पर 39,500 से 39,650 तक जाने की कोशिश करेगा: अनिल सिंघवी
तिमाही नतीजों और वैश्विक रूझानों से तय होगी शेयर बाजार की चाल!
घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह घोषित होने वाले तिमाही नतीजों और वैश्विक रुझानों से तय होगी। इसके अलावा विदेशी पूंजी का प्रवाह भी बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। उन्होंने कहा कि रुपये में उतार-चढ़ाव और अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड में रुझान भी कारोबार को प्रभावित करेंगे।
वित्तीय और सीमेंट कंपनियां जारी कर सकती है दूसरी तिमाही के नतीजे
स्वस्तिका इन्वेस्टमेंट लिमिटेड में शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘बाजार की नजर दूसरी तिमाही के नतीजों और वैश्विक रुझानों पर होगी। इस हफ्ते कई वित्तीय कंपनियों और सीमेंट कंपनियों के दूसरी तिमाही के परिणाम जारी होने वाले हैं। वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बहुत है जिसका प्रभाव हमारे बाजार पर भी पड़ सकता है।’
उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर अमेरिका और चीन के व्यापक आंकड़े महत्वपूर्ण होंगे। इसके अलावा डॉलर सूचकांक, कच्चा तेल और अमेरिकी बांड के परिणामों पर भी नजर रखनी होगी। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘एसीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, आईटीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी बड़ी कंपनियां और कई अन्य कंपनियां नतीजे घोषित करने वाली हैं।’
एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को सितंबर तिमाही के नतीजे घोषित किए जिनके मुताबिक फंसे कर्ज के लिए प्रावधान घटाने से उसका समेकित शुद्ध लाभ 22.30 फीसदी बढ़कर 11,125.21 करोड़ रुपये हो गया है। सैमको सिक्योरिटीज के बाजार परिप्रेक्ष्य प्रमुख अपूर्व सेठ ने कहा कि इस हफ्ते सारा ध्यान कंपनियों के तिमाही नतीजों पर रहेगा तथा भावी आय वृद्धि के बारे में जानना दिलचस्प रहने वाला है।
Market : बाजार में गिरावट, आगे भी जारी रहेंगे उतार-चढ़ाव, निवेशकों के लिए यह सतर्कता के साथ खरीदारी का सही समय
शेयर बाजारों में पूरे साल उतार-चढ़ाव जारी रहने का अनुमान है। निवेशकों के लिए यह सतर्कता के साथ खरीदारी करने का सही समय है। मौजूदा हालात में उन्हें अपनी गाढ़ी कमाई को ऐसे साधनों में लगाना चाहिए, जिनमें ठीक-ठाक रिटर्न मिलने की गुंजाइश हो। सुरक्षित निवेश के साथ बेहतर मुनाफे का पूरा गणित बताती अजीत सिंह की रिपोर्ट-
केआर चौकसी के प्रबंध निदेशक देवेन चौकसी कहते हैं कि हमें निकट समय में बाजार की वापसी के बारे में बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं लग रही है। जिस तरह से पूरी दुनिया में ब्याज दरों के बढ़ने और महंगाई की वजह से बाजारों में गिरावट है, ऐसे में सुरक्षित निवेश ही समझदारी हो सकती है। निवेशक चाहें तो इस समय अगर शेयर बाजार में मुनाफे में हैं तो उसमें से निकासी कर लें। इसे फिर ऐसी जगह निवेश करें जहां डेट और इक्विटी दोनों का मिला-जुला साधन हो।
यानी डेट में ज्यादा हिस्सा हो और इक्विटी में कम हो। इसके लिए आप अगले कुछ समय तक के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) कर सकते हैं या फिर चाहें तो शॉर्ट टर्म ड्यूरेशन फंड को चुन सकते हैं। इस तरह के कोई भी निवेश आप 6 महीने से ज्यादा के लिए न चुनें क्योंकि जब भी बाजार गिरता है तो वह वापसी जरूर करता है। इस समय काफी सारे अच्छी क्वालिटी वाले ऐसे शेयर हैं, जो 50 फीसदी सस्ते भाव पर हैं।
अच्छे शेयरों में करें निवेश
सीए विजय मंत्री ने कहा कि बाजारों में इस समय बहुत ज्यादा अस्थिरता है। यह केवल एक देश की बात नहीं है। सारे बाजार इसकी चपेट में हैं। इसके कई सारे कारण भी हैं, जिनका निकट समय में कोई हल नहीं है।
n निवेशकाें को इस समय मुनाफा वसूली भी करनी चाहिए। वे चाहें तो अच्छे शेयरों में निवेश कर सकते हैं, खासकर जो गिरावट में हैं। ऐसे काफी सारे शेयर हैं जो इस समय सस्ते भाव पर हैं।
सतर्कता बरतें निवेशक
डॉलर की मजबूती और बॉन्ड की ब्याज दरों के बढ़ने से विदेशी निवेशक बिकवाल बने हुए हैं। अमेरिका के फेडरल रिजर्व और कई देशों के केंद्रीय बैंकों की ब्याज दर में बढ़ोतरी करने की रणनीति से वैश्विक स्तर पर ब्याज दरें ऊपर जा रही हैं। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रुख अपनाना चाहिए। -वीके विजय कुमार, मुख्य निवेश रणनीतिकार, जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेस
विदेशी निवेशक लगातार कर रहे निकासी
आंकड़े बताते हैं कि विदेशी निवेशक केवल भारतीय बाजार से ही पैसे नहीं निकाल रहे हैं, बल्कि वे बहुत सारे उभरते हुए बाजारों से पैसे निकाल रहे हैं। खासतौर पर ताइवान, दक्षिण कोरिया, फिलीपीन और थाईलैंड के साथ भारत जैसे बाजारों से।
- भारतीय बाजार से इस साल अब तक 2 लाख करोड़ रुपये की निकासी हुई है। विदेशी निवेशकों ने जून में 31 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे हैं। आगे भी यही रुझान जारी रहेगा।
- इनके बेचने का प्रमुख कारण यह है कि दुनियाभर में ब्याज दरें बढ़ रही हैं। इसलिए वे शेयर बाजारों से पैसा निकालकर अब बैक एफडी में डाल रहे हैं, जहां ज्यादा मुनाफा मिल रहा है।
स्मॉल कैप भी बेहतर
निवेश को लेकर कभी भी यह धारणा गलत साबित हो सकती है कि केवल बड़े शेयर ही मुनाफा दे सकते हैं। आंकड़े बताते हैं कि लार्ज और मिडकैप की तरह स्मॉलकैप ने भी अच्छा रिटर्न दिया है।
- पिछले 10 वर्षों में 6 बार स्मॉलकैप के शेयरों ने दो अंकों से ज्यादा फायदा दिया है, जबकि चार बार घाटा दिया है।
वर्ष | रिटर्न |
2014 | 43% |
2015 | 10% |
2016 | 26% |
2017 | 40% |
2018 | -25% |
2019 | -2% |
2020 | 20% |
2021 | 41% |
2022 | -22% |
विस्तार
केआर चौकसी के प्रबंध निदेशक देवेन चौकसी कहते हैं कि हमें निकट समय में बाजार की वापसी के बारे में बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं लग रही है। जिस तरह से पूरी दुनिया में ब्याज दरों के बढ़ने और महंगाई की वजह से बाजारों में गिरावट है, ऐसे में सुरक्षित निवेश ही समझदारी हो सकती है। निवेशक चाहें तो इस समय अगर शेयर बाजार में मुनाफे में हैं तो उसमें से निकासी कर लें। इसे फिर ऐसी जगह निवेश करें जहां डेट और इक्विटी दोनों का मिला-जुला साधन हो।
यानी डेट में ज्यादा हिस्सा हो और इक्विटी में कम हो। इसके लिए आप अगले कुछ समय तक के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) कर सकते हैं या फिर चाहें तो शॉर्ट टर्म ड्यूरेशन फंड को चुन सकते हैं। इस तरह के कोई भी निवेश आप 6 महीने से ज्यादा के लिए न चुनें क्योंकि जब भी बाजार गिरता है तो वह वापसी जरूर करता है। इस समय काफी सारे अच्छी क्वालिटी वाले ऐसे शेयर हैं, जो 50 फीसदी सस्ते भाव पर हैं।
अच्छे शेयरों में करें निवेश
सीए विजय मंत्री ने कहा कि बाजारों में इस समय बहुत ज्यादा अस्थिरता है। यह केवल एक देश की बात नहीं है। सारे बाजार इसकी चपेट में हैं। इसके कई सारे कारण भी हैं, जिनका निकट समय में कोई हल नहीं है।
n निवेशकाें को इस समय मुनाफा वसूली भी करनी चाहिए। वे चाहें तो अच्छे शेयरों में निवेश कर सकते हैं, खासकर जो गिरावट में हैं। ऐसे काफी सारे शेयर हैं जो इस समय सस्ते भाव पर हैं।
सतर्कता बरतें निवेशक
डॉलर की मजबूती और बॉन्ड की ब्याज दरों के बढ़ने से विदेशी निवेशक बिकवाल बने हुए हैं। अमेरिका के फेडरल रिजर्व और कई देशों के केंद्रीय बैंकों की ब्याज दर में बढ़ोतरी करने की रणनीति से वैश्विक स्तर पर ब्याज दरें ऊपर जा रही हैं। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रुख अपनाना चाहिए। -वीके विजय कुमार, मुख्य निवेश रणनीतिकार, जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेस
विदेशी निवेशक लगातार कर रहे निकासी
आंकड़े बताते हैं कि विदेशी निवेशक केवल भारतीय बाजार से ही पैसे नहीं निकाल रहे हैं, बल्कि वे बहुत सारे उभरते हुए बाजारों से पैसे निकाल रहे हैं। खासतौर पर ताइवान, दक्षिण कोरिया, फिलीपीन और थाईलैंड के साथ भारत जैसे बाजारों से।
- भारतीय बाजार से इस साल अब तक 2 लाख करोड़ रुपये की निकासी हुई है। विदेशी निवेशकों ने जून में 31 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेचे हैं। आगे भी यही रुझान जारी रहेगा।
- इनके बेचने का प्रमुख कारण यह है कि दुनियाभर में ब्याज दरें बढ़ रही हैं। इसलिए वे शेयर बाजारों से पैसा निकालकर अब बैक एफडी में डाल रहे हैं, जहां ज्यादा मुनाफा मिल रहा है।
स्मॉल कैप भी बेहतर
निवेश को लेकर कभी भी यह धारणा गलत साबित हो सकती है कि केवल बड़े शेयर ही मुनाफा दे सकते हैं। आंकड़े बताते हैं कि लार्ज और मिडकैप की तरह स्मॉलकैप ने भी अच्छा रिटर्न दिया है।
Bazaar Agle Hafte: सोमवार के लिए शेयर बाजार पर अनिल सिंघवी की दमदार स्ट्रैटेजी
सोमवार के डाओ फ्यूचर्स तय करेंगे भारतीय शेयर बाजार की दिशा. Nifty 17,350 से 17,450 के बीच मजबूत सपोर्ट करेगा और ऊपरी स्तरों पर 17,625 से 17,725 के बीच रुकावट करेगा. Bank Nifty 39,750 से 39,850 के बीच सपोर्ट करेगा और ऊपरी स्तरों पर 39,250 से 39,450 पर प्रॉफिट बुकिंग आने की संभावना है: अनिल सिंघवी
Share Market: कैसा रहेगा आज बाजार, विदेशी मार्केट का भी जानें हाल?
Stock Market: इंडियन शेयर मार्केट के बाजार का रुझान लिए रिजर्व बैंक का फैसला सही नहीं साबित हो रहा है.
सोमवार, 8 अगस्त को शेयर बाजार (Share Market) के लाल रंग में खुलने की उम्मीद है क्योंकि SGX निफ्टी में रुझान 83 अंकों के नुकसान के साथ भारत में व्यापक सूचकांक के लिए नकारात्मक शुरुआत का संकेत दे रहे हैं. बीएसई सेंसेक्स 89 बाजार का रुझान प्वाइंट बढ़कर 58,388 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी सिर्फ 15 प्वाइंट की बढ़ोतरी के साथ 17,397 पर पहुंच गया. इंडियन शेयर मार्केट के लिए रिजर्व बैंक का फैसला सही नहीं साबित हो रहा है.
पिछले सप्ताह शुक्रवार को रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद बाजार आज पहले दिन खुल रहा है और निवेशक इस सप्ताह की शुरुआत बिकवाली के साथ कर सकते हैं.
एशियाई मार्केट का हाल
सोमवार की सुबह के फेड में जापानी निक्केई 0.13 फीसदी, हैंग सेंग 0.14 फीसदी और चीनी शंघाई 0.01 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ. सोमवार को सुबह के सौदों में एसजीएक्स निफ्टी 67 प्वाइंट की गिरावट के साथ 17,356 के स्तर पर है. आईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि आज एसजीएक्स निफ्टी की छोटी रेंज 17,200 से 17,520 के स्तर पर है, जबकि सूचकांक की व्यापक रेंज 16,980 से 17,680 प्वाइंट के आस-पास है.
विदेशी इन्वेस्टर्स की खरीदारी जारी
इंडियन शेयर मार्केट पर विदेशी निवेशकों का भरोसा एक बार फिर दिख रहा है और वो लगातार इन्वेस्ट बाजार का रुझान कर रहे हैं. पिछले सत्र में भी विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बाजार में 1,605.81 करोड़ रुपये का इन्वेस्ट किया, जबकि इसी दौरान घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 495.94 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की. हालांकि, विदेशी निवेशकों की पैसे लगाने की वजह से मार्केट में बढ़त देखने को मिल रही है.