फॉरेक्स ब्रोकर क्या है

जानिए फॉरेक्स ट्रेडिंग से कैसे बना सकते हैं पैसा
फॉरेक्स ट्रेडिंग में अलग-अलग देशों की करेंसी का लेन-देन होता है। इसे ही फॉरेक्स ट्रेडिंग कहते हैं। फॉरेक्स मार्केट में एक करेंसी को दूसरे देश की करेंसी में बदला जाता है।
आजकल के इस अर्थ युग में हर कोई पैसे के लिए परेशान नजर आ रहा है। लोग ऐसे निवेश की तलाश में है, जहां रुपये का पेड़ लगाने पर मनचाहा रिटर्न मिले। ऐसे में अगर आप बेहतर रिटर्न चाहते हैं, तो हम आपको सबसे बढ़िया और सबसे अच्छा उपाय बता रहे हैं। इस उपाय के जरिए आप करोडों, अरबों में खेल सकते हैं। इस उपाय का नाम है फॉरेक्स ट्रेडिंग। जी फॉरेक्स ब्रोकर क्या है हां फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिए आप मनचाहा पैसा कमा सकते हैं। फॉरेक्स ट्रेडिंग का नाम सुनकर घबराने की जरूरत नहीं है। यह बहुत ही सरल है। एक बार आप इसे सीख गए, तो फिर समझो कि दुनिया की करेंसी जैसे डॉलर, यूरो आपकी मुट्ठी में होगी। तो फिर पहले समझते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में:-
फॉरेक्स ट्रेडिंग:-
फॉरेक्स ट्रेडिंग को ही फॉरेक्स करेंसी ट्रेडिंग कहते हैं। इसी को एफएक्स (FX) मार्केट भी कहते हैं। यह शेयर बाजार की तरह काम करता है। जैसे शेयर बाजार में लेन-देन होता है। वैसे ही फॉरेक्स ट्रेडिंग में भी होता है। अंतर इस बात का है कि शेयर बाजार में शेयर का लेन-देन होता है वहीं फॉरेक्स ट्रेडिंग में अलग-अलग देशों की करेंसी का लेन-देन होता है। इसे ही फॉरेक्स ट्रेडिंग कहते हैं। इसे आप भी कर बैठे इंटरनेट के जरिए कर सकते हैं। फॉरेक्स मार्केट में एक करेंसी को दूसरे देश की करेंसी में बदला जाता है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात याद रखना है एक्सचेंज रेट का। एक करेंसी को दूसरे देश की करेंसी में बदलने की दर को एक्सेचेंज रेट कहते हैं। यानी आप यूरो से डॉलर में, डॉलर को यूरो में, रुपये को डॉलर में या किसी भी देश की करेंसी को किसी भी देश की करेंसी के साथ बदल सकते हैं।
कैसे करें ट्रेडिंग :-
फॉरेक्स ट्रेडिंग आजकल ट्रेडिंग का सबसे ज्यादा हॉटस्पॉट प्लेस है। यहां एक से बढ़कर एक बिजनेस मैन ट्रेडिंग करते हुए नजर आएंगे। अगर आप भी ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि ट्रेडिंग कैसे करें और किस फॉरेक्स ब्रोकर क्या है तरह से की जाती है। ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास डीमैट एकाउंट होना जरूरी है।
ट्रेडिंग करेंसी ऑनलाइन:-
जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि ऑनलाइन ट्रेडिंग यानी यहां पर आप ऑनलाइन ट्रेडिंग कर सकते हैं। इसके लिए आपका डीमैट एकाउंट होना जरूरी है। एकाउंट ओपने के बाद आपको हर देश की करेंसी के उतार-चढ़ाव पर ध्यान देना है। यानी एक्सचेंज रेट पर ध्यान देना है। इसमें जो एक्सचेंज रेट आपको अच्छा लगे, उसी में लॉक कर देना है। फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए ये सबसे बेहतर उपाय है।
ब्रोकरेज फर्म के जरिए कमाई:-
फॉरेक्स ट्रेडिंग में अगर आपने महारत हासिल कर ली, तो फिर ब्रोकरेज फर्म उसका अगला स्टेप है। इसमें आप ब्रोकरेज फर्म खल सकते हैं। इसके जरिए आप अन्य निवेशकों से ट्रेडिंग कराएं। इसमें आपको निवेशकों द्वारा खरीदने, बेचने पर कमीशन मिलेगा। इसके अलावा अगर आप निवेशक को बेहतर एक्सचेंज दिलाते हैं। आपकी साख भी बढ़ेगी। जिससे आपके यहां निवेशक बढ़ेंगे। इसमें आप बिना ट्रेडिंग किए हुए करोड़ों, अरबों कमा सकते हैं।
वेबसाइट के जरिए फॉरेक्स ट्रेडिंग:-
फॉरेक्स ट्रेडिंग में आप वेबसाइट खोलकर भी पैसे कमा सकते हैं। इस वेबसाइट पर आपको फॉरेक्स ट्रेडिंग करने वालों की जरूरते पूरी करनी होगी। वेबसाइट पर लोगों को फॉरेक्स ट्रेडिंग से संबंधित जानकारी देनी होगी। आप अपने वेबसाइट के जरिए लोगों को को एक से पांच साल की सदस्यता देकर उनको अपना ग्राहक बना सकते हैं। इसमें आपको डीमैट एकाउंट के बारे में जानकारी देनी होगी। फिर आप सलाहकार के रूप में फीस लेकर भी निवेशकों को सुविधा दे सकते हैं। यहां भी आप बिना ट्रेडिंग किए मोटी रकम कमा सकते हैं।
मनी एक्सचेंज एजेंसी खोलना:-
एक्सचेंज रेट के बारे में अच्छी जानकारी रखने वालों के लिए एक्सेचेंज एजेंसी खोलना सबसे बढ़िया उपाय है। इसके जरिए आप लोगों की करेंसी को एक्सचेंज (फॉरेक्स ब्रोकर क्या है बदल) सकते हैं। इसमें आपको हर दिन कमाई होती रहेगी। करेंसी को बदलने पर आपको शानदार कमीशन मिलेगा। कुल मिलाकर आप एक्सचेंज एजेंसी के जरिए भी बेहतर कमाई कर सकते हैं।
इस प्रकार से फॉरेक्स ट्रेडिंग की बारीकियों को समझने और एक्सचेंज रेट पर पैनी नजर रखने वाले करोड़ों, अरबों की कमाई कर सकते हैं।
Forex Trading Kya होती Hai ? हिंदी में जाने
आइए दोस्तो! क्या आप फॉरेक्स मार्केट या Forex Trading के बारे में जानना चाहते तो आप सही पोस्ट पर आए है और मैं खुद एक ट्रेडर हूं इसके बारे में आप को बेहतर तरीके से बता सकता हु। आइए जानते इस दुनिया की सबसे बड़ी मार्केट बारे में।
फॉरेक्स मार्केट क्या होता है –
फॉरेक्स क्या अर्थ होता है = foreion+exchange इस मार्केट में एक करेंसी को दूसरी करेंसी में बदला जाता है। यह दुनिया को सबसे बड़ी मार्केट है इसका रोज का लेनदेन 5 या 6 ट्रिलियन का होता है। यह 24×5 खुली रहती है और Suterday,Sunday बंद रहती है।
Forex Trading क्या होती है – FOREX TRADING IN HINDI
जिस तरह से लोग शेयर मार्केट में Profit यानी पैसा कमाने के लिए शेयरों की खरीदी बेचा करते है। इसी तरह इस forex market में किसी करेंसी को कम दाम में खरीद कर ज्यादा दाम में बेचने को ही फॉरेक्स ट्रेडिंग या करेंसी ट्रेडिंग कहते है। जिस तरह शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने पर high या medium रिस्क होता है। इस मार्केट में ट्रेडिंग करने पर medium या low रिस्क होता है। इसमें ट्रेड करने पर मार्जिन काम देना पड़ता है। आगे हम मार्जिन और जो भी फॉरेक्स मार्केट में concept है उसको जानेंगे।
India में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे होती है
भारत में यह दो तरीके से हो सकती है
- इंडियन ब्रोकर अकाउंट जैसे – Zerodha,Upstox Etc.
- International ब्रोकर अकाउंट जैसे – Octafx, Exness,Tickmill Etc.
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औरSEBI के गाईडलाइन के अनुसार NSE और BSE एक्सचेंज को दिए गये निर्देश के अनुसार सिर्फ पंजीकृत ब्रोकरों को ही यह ट्रेडिंग कराने की अनुमति है। यह ट्रेडिंग कानूनी रूप से लीगल है।
- कुछ ही सालों में भारत में बाहरी फॉरेन एक्चेंज ने काफी दिलचस्पी दिखाई है और वह भारत में ट्रेडिंग कराने लगे है।
भारत में Forex Trading के कॉन्सेप्ट –
- ट्रेडिंग करने के लिए सबसे जरूरी है Money Management, Risk Managment और Pyscology यही ट्रेडिंग का आधार है।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग हमेशा जोड़ो में होती है। जैसे – USD/INR ,GBP/INR, EUR/INR
- भारत में करेंसी ट्रेडिंग दो तरह से होती है ऑप्शन ट्रेडिंग और फ्यूचर ट्रेडिंग
करेंसी हमेशा Pairs Me ट्रेड होती है।Pairs की कीमत हमेशा ऊपर नीचे होती रहती है।करेंसी Pairs के लिए फार्मूला होता है।
बेस करेंसी/कोटेशन करेंसी = Price (कीमत)
- बेस करेंसी – बेस करेंसी हमेशा किसी देश करेंसी के एक बराबर माना जाता है। जैसे – 1 डॉलर 1 रुपया 1 जापानी येन
- कोटेशन करेंसी – कोटेशन करेंसी वह करेंसी जो बेस करेंसी के मुकाबले बताया जाता है
- Price – कीमत उसे कहते जो बेस करेंसी के मुकाबले कोटेशन की कीमत होती है
मान लीजिए की USD (अमेरिकी डॉलर)/INR (भारतीय रुपए) एक पेयर है जिसकी कीमत = 79 है।
यहां USD अमेरिकी डॉलर एक बेस करेंसी है और INR भारतीय रुपया एक कोटेशन करेंसी है। इसकी कीमत 79 है जिसका मतलब है 1 डॉलर लेने के लिए 79 रुपया देना होगा।
भारत में ट्रेडिंग करने के कुछ नियम –
Lot – फॉरेक्स ट्रेडिंग हमेशा Lot साइज में होती है।भारत में एक Lot 1000 करेंसी का होता है यानी 1000 बेस करेंसी का। JPY/INR में यह 10000 का होता है।
Pips या Tick– पेयर्स में प्राइस की सबसे छोटी movment को pip या tick कहते है। भारत में 1 Pip = 0.0025 होता है।
मार्जिन – मार्जिन शब्द हमेशा ट्रेडिंग में इस्तेमाल होता है।जैसे हम कोई ट्रेड में एंटर करते है तो हमे पूरा पैसा न देकर कुछ परसेंट पैसा देकर ट्रेड में एंटर कर सकते है जैसे USD/INR का एक lot buy करना है तो 79000 रुपए का होता है क्यों होता क्योंकि lot 1000 का था lot हमेशा बेस करेंसी के बराबर होता है लेकिन हमे लेवरेज मिलता जिसके कारण हमे सिर्फ 2000 ya 2200 में आप ट्रेड कर सकते है। इसी को मार्जिन कहते है।
Trading Hours – भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग का समय सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक ही होती है।
फॉरेक्स मार्केट को इफेक्ट करने वाले कारक
USD/INR का प्राइस फॉरेक्स ब्रोकर क्या है कम को एप्रीसिएशन कहते है और प्राइस बढ़ने को डिप्रीशिएशन कहते है। प्राइस कम होने का मतलब है भारतीय रुपया मजबूत होता है।जब प्राइस बढ़ता है तो भारतीय रुपया कमजोर होता है।
- इनफ्लेशन (मुद्रास्फीति) – जब महगाई की दर यानी महंगाई कम होती है तब INR एप्रीसिएशन होता है
- इंटरेस्ट रेट्स (ब्याज दर) – जब rbi रेट्स बढ़ाता है तब भी INR एप्रीसिएशन होता है।
- RBI का USD/INR का बेचना – जब INR का प्राइस बढ़ने लगता है।इससे एक्सपोर्ट व इंपोर्ट करने में परेशानी होने लगती है तो RBI USD/INR बेचने लगता है इससे मार्केट स्थिर हो जाता है और एप्रेशियट होने लगता है।
- निर्यात – जब एक्सपोर्ट या निर्यात बढ़ने लगता है।तब INR एप्रीसिएशन होता है।
- राजनीतिक स्थिरता – भारत में जब सरकार बार – बार नही बदलती है और एक सरकार पूरे पांच साल तक रहती है तो भी INR एप्रीसिएशन होता है
- करेंट अकाउंट डेफिसिट – करेंट अकाउंट डेफिसिट होता है तो भी INR का प्राइस कम होने लगता है
Forex Trading में जरुरी टिप्स
- ट्रेडिंग करने के लिए सबसे जरूरी है सही ब्रोकर को चुनना।कुछ ब्रोकर hidden चार्जेस लेने लगते है।
- ट्रेडिंग करते समय जरूरी है आप इमोशन पर काबू करे नही तो ट्रेडिंग आपकी दुश्मन बन जायेगी। जिसने भी इमोशन को कंट्रोल कर लिया वह ट्रेडर बन गया। ट्रेडिंग में 90% साइकोलॉजी यानी इमोशन और 10% स्किल important है।
- आप हमेशा सीखते रहे और प्रैक्टिस करते है इससे आपकी स्किल improve होगी आप और भी अच्छे ट्रेडर बन पायेंगे।
- एक अच्छा ट्रेडर मार्केट की साइकोलॉजी को समझता है वह यह जानता है अब मार्केट ओवरबॉट या ओवरसेल हो चुका है
- जो ट्रेडर रिस्क नहीं लेता वह ट्रेडर नही होता है ।बिना रिस्क लिए आप प्रॉफिट नहीं कमा सकते है।वो डायलॉग सुना है रिस्क है तो इश्क है।
- टेक्निकल एनालिसिस करे! और उसे ज्यादा से ज्यादा सीखे और चार्ट पैटर्न को देख कर ट्रेड करने का निर्णय लीजिए ।
- स्टॉप लॉस ट्रेडिंग सबसे जरूरी हिस्सा है ।जब भी आप ट्रेड में एंटर हो पहले आप अपना स्टॉप लॉस सेट करने के बाद ही किसी ट्रेड में एंटर करे।
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फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट से पैसे कैसे निकाले? | How to Withdraw Money from Forex Trading Account
How to Withdraw Money from Forex Trading Account: फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट के माध्यम से ट्रेड करना तो आसान है, लेकिन आपने प्रॉफिट को भुनाने के लिए पैसा निकालना भी जरूरी है। तो अगर आपको नहीं पता कि Forex Trading Account Se Paisa kaise Nikale? तो आइए बताते है।
Forex Trading Account Se Paisa kaise Nikale?: जब आप किसी फॉरेन करेंसी में ट्रेड करते हैं, तो आपकी चुनौती बढ़ जाती है, क्योंकि ऐसे बाजारों में जोखिम अधिक होता है और बाजार गतिशील होता है। हालांकि अंत में आप एक ऐसे पॉइंट पर पहुंच सकते हैं जहां आप अच्छा मुनाफा कमाते हैं। आप उनका अच्छा उपयोग कर सकें, इसके लिए आपको उन्हें अपने Forex Trading Account से निकाल लेना चाहिए। प्रक्रिया समान है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस ब्रोकर पर भरोसा करते हैं। हालांकि, पहले आपको सामान्य रूप से एक ट्रेडिंग एकाउंट के In और Out को समझना चाहिए।
ट्रेडिंग एकाउंट क्या है? | What is Trading Account in Hindi
एक ट्रेडिंग एकाउंट किसी भी प्रमुख ब्रोकर के साथ खोला जाता है। ट्रेडिंग एकाउंट के साथ, आपको एक ऑनलाइन डीमैट एकाउंट भी खोलना होगा। अब नीचे आते हैं कि वास्तव में एक ट्रेडिंग खाता क्या है। यह एक ऐसा खाता है जो आपकी ट्रेडिंग एक्टिविटी को सुविधाजनक बनाता है। आप विभिन्न एसेट क्लास में ट्रेड कर सकते हैं, जैसे स्टॉक, शेयर, आदि। इन स्टॉक, शेयरों और अन्य एसेट का आप जिस स्टोर में ट्रेड करते हैं, वह एक डीमैट एकाउंट है। एक बार जब आप नियमित रूप से अपना व्यापार शुरू करते हैं तो अगर आपके पास एक अच्छा डीमैट और ट्रेडिंग एकाउंट है, तो आपके व्यापार और भंडारण को आसानी से संचालित किया जा सकता है। यह समझना जरूरी है कि आपका ट्रेडिंग अकाउंट वास्तव में ट्रेडिंग करने के लिए ऑनलाइन यूजर इंटरफेस प्रदान करता है। डीमैट एकाउंट वह डिजिटल स्टोर होता है, जिसमें आप उन एसेट्स को रखते हैं जिनमें आप ट्रेड कर सकते हैं या नहीं भी कर सकते हैं। इन दोनों एकाउंट को आपके बैंक एकाउंट से जोड़ा जा सकता है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट क्या है? | What is Forex Trading Account in Hindi
जब आप एक ऑनलाइन ट्रेडिंग एकाउंट खोलते हैं, तो आप इसे फॉरेक्स ब्रोकर क्या है स्टॉक और किसी अन्य संपत्ति में व्यापार करने के उद्देश्य से खोल सकते हैं। एक फॉरेन करेंसी ट्रेडिंग एकाउंट आपको विभिन्न मुद्राओं का व्यापार करने देता है। आप इसे अपने बैंक खाते से जोड़ सकते हैं और अपने मुनाफे को जमा कर सकते हैं। आप एक अलग फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट भी खोल सकते हैं, ताकि आपका प्रॉफिट ऐसे एकाउंट में जमा हो और एक नियमित बैंक खाते से अलग रखा जा सके। यह ध्यान रखना जरूरी है कि आपका फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट फॉरेन करेंसी में आपके ट्रेड की सुविधा प्रदान करता है। हालांकि, आप एक फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट खोल सकते हैं जिसमें आपके द्वारा व्यापार की जाने वाली मुद्राएं किसी भी प्रमुख ब्रोकर के साथ होती हैं, और ये आपकी करेंसी के लिए स्टोर (डिपॉजिटरी) के रूप में कार्य करती हैं जिसका उपयोग ट्रेडिंग एक्टिविटी के लिए किया जाता है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट से पैसे कैसे निकाले?
How to Withdraw Money from Forex Trading Account: जब आप उस एकाउंट में अपना मुनाफा जमा कर लेते हैं तो आप फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं। फॉरेक्स ट्रेडिंग के माध्यम से कैश तक आपकी पहुंच भी आपके बैंक एकाउंट को आपके ट्रेडिंग एकाउंट से जोड़कर सुगम बनाती है। हालांकि, अगर आप अपने फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट से पैसा निकालना चाहते हैं, तो आपको एक फॉर्म भरना होगा जो आपके फॉरेक्स ब्रोकर के पास ऑनलाइन उपलब्ध है। अगर आपका बैंक एकाउंट आपके फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट से जुड़ा हुआ है (और ऐसा होने की संभावना है), तो आप सीधे अपने बैंक एकाउंट में धनराशि जमा करने का रिक्वेस्ट कर सकते हैं।
व्यापार और कमाई
आप जिस भी एसेट में ट्रेड करते हैं, चाहे स्टॉक हो या कमोडिटी, आपका मुनाफा आपके बैंक एकाउंट में जमा किया जा सकता है। हालांकि, यह जानना महत्वपूर्ण है कि एक ट्रेडिंग एकाउंट एसेट को स्टोर करने के लिए उपयोग किए जाने वाले एकाउंट से अलग होता है। करेंसी के मामले में आप सीधे पैसे निकाल सकते हैं क्योंकि यह करेंसी के रूप में एक एसेट है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट से पैसे कैसे निकाले? | How to Withdraw Money from Forex Trading Account
How to Withdraw Money from Forex Trading Account: फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट के माध्यम से ट्रेड करना तो आसान है, लेकिन आपने प्रॉफिट को भुनाने के लिए पैसा निकालना भी जरूरी है। तो अगर आपको नहीं पता कि Forex Trading Account Se Paisa kaise Nikale? तो आइए बताते है।
Forex Trading Account Se Paisa kaise Nikale?: जब आप किसी फॉरेन करेंसी में ट्रेड करते हैं, तो आपकी चुनौती बढ़ जाती है, क्योंकि ऐसे बाजारों में जोखिम अधिक होता है और बाजार गतिशील होता है। हालांकि अंत में आप एक ऐसे पॉइंट पर पहुंच सकते हैं जहां आप अच्छा मुनाफा कमाते हैं। आप उनका अच्छा उपयोग कर सकें, इसके लिए आपको उन्हें अपने Forex Trading Account से निकाल लेना चाहिए। प्रक्रिया समान है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस ब्रोकर पर भरोसा करते हैं। हालांकि, फॉरेक्स ब्रोकर क्या है पहले आपको सामान्य रूप से एक ट्रेडिंग एकाउंट के In और Out को समझना चाहिए।
ट्रेडिंग एकाउंट क्या है? | What is Trading Account in Hindi
एक ट्रेडिंग एकाउंट किसी भी प्रमुख ब्रोकर के साथ खोला जाता है। ट्रेडिंग एकाउंट के साथ, आपको एक ऑनलाइन डीमैट एकाउंट भी खोलना होगा। अब नीचे आते हैं कि वास्तव में एक ट्रेडिंग खाता क्या है। यह एक ऐसा खाता है जो आपकी ट्रेडिंग एक्टिविटी को सुविधाजनक बनाता है। आप विभिन्न एसेट क्लास में ट्रेड कर सकते हैं, जैसे स्टॉक, शेयर, आदि। इन स्टॉक, शेयरों और अन्य एसेट का आप जिस स्टोर में ट्रेड करते हैं, वह एक डीमैट एकाउंट है। एक बार जब आप नियमित रूप से अपना व्यापार शुरू करते हैं तो अगर आपके पास एक अच्छा डीमैट और ट्रेडिंग एकाउंट है, तो आपके व्यापार और भंडारण को आसानी से संचालित किया जा सकता है। यह समझना जरूरी है कि आपका ट्रेडिंग अकाउंट वास्तव में ट्रेडिंग करने के लिए ऑनलाइन यूजर इंटरफेस प्रदान करता है। डीमैट एकाउंट वह डिजिटल स्टोर होता है, जिसमें आप उन एसेट्स को रखते हैं जिनमें आप ट्रेड कर सकते हैं या नहीं भी कर सकते हैं। इन दोनों एकाउंट को आपके बैंक एकाउंट से जोड़ा जा सकता है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट क्या है? | What is Forex Trading Account in Hindi
जब आप एक ऑनलाइन ट्रेडिंग एकाउंट खोलते हैं, तो आप इसे स्टॉक और किसी अन्य संपत्ति में व्यापार करने के उद्देश्य से खोल सकते हैं। एक फॉरेन करेंसी ट्रेडिंग एकाउंट आपको विभिन्न मुद्राओं का व्यापार करने देता है। आप इसे अपने बैंक खाते से जोड़ सकते हैं और अपने मुनाफे को जमा कर सकते हैं। आप एक अलग फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट भी खोल सकते हैं, ताकि आपका प्रॉफिट ऐसे एकाउंट में जमा हो और एक नियमित बैंक खाते से अलग रखा जा सके। यह ध्यान रखना जरूरी है कि आपका फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट फॉरेन करेंसी में आपके ट्रेड की सुविधा प्रदान करता है। हालांकि, आप एक फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट खोल सकते हैं जिसमें आपके द्वारा व्यापार की जाने वाली मुद्राएं किसी भी प्रमुख ब्रोकर के साथ होती हैं, और ये आपकी करेंसी के लिए स्टोर (डिपॉजिटरी) के रूप में कार्य करती हैं जिसका उपयोग ट्रेडिंग एक्टिविटी के लिए किया जाता है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट से पैसे कैसे निकाले?
How to Withdraw Money from Forex Trading Account: जब आप उस एकाउंट में अपना मुनाफा जमा कर लेते हैं तो आप फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट से पैसे निकाल सकते हैं। फॉरेक्स ट्रेडिंग के माध्यम से कैश तक आपकी पहुंच भी आपके बैंक एकाउंट को आपके ट्रेडिंग एकाउंट से जोड़कर सुगम बनाती है। हालांकि, अगर आप अपने फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट से पैसा निकालना चाहते हैं, तो आपको एक फॉर्म भरना होगा जो आपके फॉरेक्स ब्रोकर के पास ऑनलाइन उपलब्ध है। अगर आपका बैंक एकाउंट आपके फॉरेक्स ट्रेडिंग एकाउंट से जुड़ा हुआ है (और ऐसा होने की संभावना है), तो आप सीधे अपने बैंक एकाउंट में धनराशि जमा करने का रिक्वेस्ट कर सकते हैं।
व्यापार और कमाई
आप जिस भी एसेट में ट्रेड करते हैं, चाहे स्टॉक हो या कमोडिटी, आपका मुनाफा आपके बैंक एकाउंट में जमा किया जा सकता है। हालांकि, यह जानना महत्वपूर्ण है कि एक ट्रेडिंग एकाउंट एसेट को स्टोर करने के लिए उपयोग किए जाने वाले एकाउंट से अलग होता है। करेंसी के मामले में आप सीधे पैसे निकाल सकते हैं क्योंकि यह करेंसी के रूप में एक एसेट है।
ईसीएन-दलाल
ईसीएन ब्रोकर परिभाषा को फॉरेक्स डोमेन में एक वित्तीय विशेषज्ञ के रूप में संदर्भित किया जा सकता है। ब्रोकर को ईसीएन (इलेक्ट्रॉनिक संचार नेटवर्क) का उपयोग करने के लिए जाना जाता है ताकि ग्राहकों को संबंधित मुद्रा बाजारों में अन्य प्रतिभागियों तक सीधे पहुंच प्रदान की जा सके।
एक ईसीएन ब्रोकर के रूप में कई से उचित मूल्य कोटेशन को मजबूत करने के लिए जिम्मेदार हैमंडी प्रतिभागियों, यह आम तौर पर ग्राहकों को उनके लिए सामान्य रूप से उपलब्ध होने की तुलना में अधिक सख्त पूछने/बोली फैलाने की पेशकश करने के लिए जाना जाता है।
ईसीएन ब्रोकर की भूमिका को समझना
ईसीएन दलालों को गैर-डीलिंग डेस्क दलालों के रूप में माना जा सकता है। इसका तात्पर्य यह है कि वे मार्केटिंग निर्माताओं के लिए संबंधित ऑर्डर फ्लो को पारित करने के लिए जाने जाते हैं। इसके बजाय, वे संबंधित को आदेश देते समय इलेक्ट्रॉनिक रूप से दिए गए व्यापार में प्रतिभागियों से मेल खाते हैंलिक्विडिटी प्रदाता।
जैसा कि ईसीएन ब्रोकर को केवल बाद के ट्रेडों के बीच मिलान करने के लिए जाना जाता है, यह क्लाइंट के खिलाफ ट्रेडिंग करने में सक्षम नहीं है। यह आरोप ज्यादातर कुछ अविश्वसनीय विदेशी मुद्रा व्यापारियों के खिलाफ निर्देशित है। जैसा कि ईसीएन स्प्रेड रोजमर्रा के दलालों द्वारा उपयोग किए जाने वाले की तुलना में अत्यधिक संकुचित होते हैं, ईसीएन दलाल ग्राहकों को प्रति लेनदेन पर कुछ निश्चित कमीशन चार्ज करने के लिए जाने जाते हैं।आधार.
एक ईसीएन ब्रोकर पूरे ईसीएन में इच्छुक निवेशकों के लिए व्यापार को सुविधाजनक बनाने में मदद करता है। जैसा कि आप इस तरह के दलालों के साथ काम करेंगे, यह अक्सर ईसीएन के कामकाज के कारण अतिरिक्त व्यापारिक समय के साथ-साथ कम शुल्क का परिणाम देगा।
ईसीएन (इलेक्ट्रॉनिक संचार नेटवर्क) कैसे काम करता है?
ईसीएन खरीदारों और विक्रेताओं दोनों को ट्रेडों को निष्पादित करने के लिए एक साथ इकट्ठा करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है। यह द्वारा हासिल किया जाता हैप्रस्ताव दर्ज किए गए आदेशों के संबंध में और आदेश के निष्पादन की सुविधा के माध्यम से विशिष्ट जानकारी तक पहुंच। नेटवर्क विशेष रूप से दिए गए एक्सचेंज में मौजूद खरीदारों और विक्रेताओं के ऑर्डर से मेल खाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
जब दिए गए ऑर्डर की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जाती है, तो यह उन कीमतों को प्रदान करने में मदद करती है जो कम मांग या उच्चतम बोली को दर्शाती हैं जो दिए गए खुले बाजार में सूचीबद्ध हैं।
ईसीएन (इलेक्ट्रॉनिक संचार नेटवर्क) के लाभ
ईसीएन का उपयोग निवेशकों को पारंपरिक व्यापारिक घंटों के डोमेन के बाहर विशेष रूप से व्यापार करने की अनुमति देने में मदद करता है। यह उन व्यक्तियों के लिए एक समर्पित तंत्र प्रदान करने में मदद करता है जो या तो मानक बाजार समय के दौरान सक्रिय रूप से शामिल नहीं हो सकते हैं या जो बढ़ी हुई उपलब्धता द्वारा प्रदान किए गए समग्र लचीलेपन को पसंद करते हैं।
यह उस व्यापक प्रसार से बचने में भी मदद करता है जो किसी पारंपरिक ब्रोकर का उपयोग करने पर आम होता है। यह समग्र कम शुल्क और कमीशन प्रदान करने में मदद करता है। जो व्यक्ति आपकी समग्र गोपनीयता के बारे में चिंतित हो सकते हैं, ईसीएन उन व्यक्तियों को उच्च गुमनामी स्तर प्रदान करने में मदद कर सकता है जो इसकी इच्छा रखते हैं। यह उन निवेशकों के लिए विशेष रूप से आकर्षक साबित होता है जो बड़े लेनदेन सुनिश्चित करने में रुचि रखते हैं।