म्यूचुअल फंड निवेश

चौथा तरीका
अब पेटीएम मनी ऐप (PayTm Money App) की मदद से आप किसी भी म्युचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। पेटीएम मनी ऐप की मदद से आप निवेश करने के साथ-साथ अपने पोर्टफलियो को भी आसानी से चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको अलग से कोई कमीशन या फीस नहीं देनी होगी।
पिछले महीने SIP में रिकॉर्ड निवेश, इक्विटी म्यूचुअल फंड में बढ़ा निवेशकों का रूझान, लेकिन इस वजह से डेट स्कीम्स से निकासी
पिछले महीने SIP में मासिक आधार पर 2 फीसदी निवेश आया और यह 12976 करोड़ रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया।
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए पिछला महीना बेहतरीन रहा और एसआईपी में निवेश रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। देश में म्यूचुअल फंड सेक्टर की नियामक संस्था एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के मुताबिक पिछले महीने SIP में मासिक आधार पर 2 फीसदी निवेश आया और यह 12976 करोड़ रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। पूरी इंडस्ट्री की बात करें तो मासिक आधार पर एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) सितंबर में 0.87 फीसदी बढ़कर 39.87 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
अगर आप म्यूचुअल फंड में करते हैं निवेश, तो जान लें ये 5 अहम बातें
Mutual Fund अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो ये जानकारी आपके लिए बहुत ही आवश्यक हैं, नहीं तो आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि कोरोना काल के बाद म्यूचुअल फंड में निवेश करने को लेकर लोगों की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है. आमतौर पर देखा जाए तो SIP के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. शेयर बाजार के अलावा म्यूचुअल फंड के जरिए गोल्ड और कमोडिटी में भी पैसे लगाए जा सकते हैं. अगर आप अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो सबसे बड़ा सवाल सही म्युचुअल फंड चुनने का है. शेयर बाजार (Share Market) में कंपनियों की हजारों म्यूचुअल फंड स्कीमें मौजूद होने के कारण काम और भी मुश्किल हो गया है, इसलिए निवेश करने से पहले इन बातों का विशेष ध्यान रखना जरूरी हो गया है.
फंड हाउस और मैनेजर का रिकॉर्ड
अगर आपने निवेश करने के लिए म्यूचुअल फंड का चुनाव कर लिया तो इस स्कीम को लाने वाली कंपनी का रिकॉर्ड गहनता के साथ जरूर देखें. इसके साथ ही कंपनी के मैनेजर का रिकॉर्ड चेक करना भी जरूरी होता है. विशेष रूप से आपको इन बातों के लिए बारे में पता करना है कि फंड हाउस कितने समय से काम कर रहा है, उसकी दूसरी स्कीमों का परफॉर्मेंस कैसा रहा है, कंपनी की साख बाजार में कैसी है. किसी भी म्यूचुअल फंड कंपनी की वेबसाइट पर ये जानकारियां मिल जाती हैं. ऐसी भी कई वेबसाइट हैं, जहां किसी भी फंड के परफॉर्मेंस, रेटिंग, पोर्टफोलियो की जानकारी मिल जाती है.
अगर किसी फंड ने अब तक अच्छा परफॉर्म किया है तो आगे भी उसका प्रदर्शन अच्छा ही रहेगा, यह बिल्कुल जरूरी नहीं. सही फंड का चुनाव करते वक्त अलग-अलग फंड्स के पिछले प्रदर्शन का अध्ययन करें, इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि किसमें निरंतरता है. इससे आपको अपनी पसंदीदा स्कीम और म्युचुअल फंड चुनने में मदद मिलेगी. फंड चुनते वक्त आप अलग-अलग रेटिंग एजेंसियों द्वारा इन फंड्स को दी गई रेटिंग भी जरूर देखें.
खर्चों के बारे में भी करें पता
म्यूचुअल फंड का चुनाव करते वक्त आपको इसमें निवेश जुड़े खर्चों के बारे में पता होना चाहिए. एंट्री और एक्जिट लोड, एसेट मैनेजमेंट चार्ज, एक्सपेंस रेश्यो. एसेट मैनेजमेंट चार्ज और एक्सपेंस रेश्यो जैसे खर्चों को जरूर देखना चाहिए. ये सारे खर्च आपके फायदे को कम कर देते हैं. किसी म्यूचुअल फंड के लिए 1.5 फीसदी तक का एक्सपेंस रेश्यो सही माना जाता है. किसी फंड का एक्सपेंस रेश्यो इससे ज्यादा है तो उसमें निवेश से बचें.
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नॉलेज: 4 तरह के होते हैं म्यूचुअल फंड, 500 रुपए से कर सकते हैं निवेश की शुरुआत
अच्छे रिटर्न के लिए म्युचुअल फंड में निवेश करना सही विकल्प हो सकता है। लेकिन अभी भी काफी लोगों को यह नहीं पता है कि म्युचुअल फंड स्कीम क्या हैं? और म्यूचुअल फंड निवेश इनमें निवेश कैसे किया जाता है? म्यूचुअल फंड कंपनियां निवेशकों से पैसे जुटाती हैं। इस पैसे को वे शेयरों में निवेश करती हैं। इसके बदले म्युचुअल फंड निवेशकों से चार्ज भी लेती हैं। जो लोग शेयर बाजार में निवेश के बारे में बहुत नहीं जानते, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश का अच्छा विकल्प है। हम आपको म्यूचुअल फंड के म्यूचुअल फंड निवेश बारे में बता रहे हैं।
क्या निवेश की अवधि लंबी हो तो जोखिम वाले म्यूचुअल फंडों में पैसा लगाना चाहिए?
क्यों मायने रखता है जोखिम?
कई निवेशकों के लिए जोखिम सिर्फ एक विचार है. वे मानते हैं कि म्यूचुअल फंड हाउस इसे बेवजह बढ़ाचढ़ाकर पेश करते हैं. इसे कंपनियां डिस्क्लेमर की तरह इस्तेमाल करती हैं जब वह यह कहती हैं- म्यूचुअल फंड निवेश बाजार के जोखिम के अधीन हैं.
इस डिस्क्लेमर की अनदेखी सही नहीं है. म्यूचुअल फंड किसी भी रिटर्न की गारंटी नहीं देते हैं. उनसे मिलने वाला आपका रिटर्न पूरी तरह से उनके निवेश के प्रदर्शन पर निर्भर करता है. दूसरे शब्दों में यदि निवेश का मूल्य तेजी से घटता है तो आप अपनी पूंजी खो देंगे.
गजब का म्यूचुअल फंड: 1 लाख के निवेश को ₹9.78 लाख और म्यूचुअल फंड निवेश ₹10,000 के SIP को ₹6.87 लाख बना दिया
Mutual fund calculator: म्युचुअल फंड बाजार के जोखिम के अधीन हैं, लेकिन अगर कोई सही योजना का चुनाव करता है तो उसे शानदार रिटर्न मिल सकता है। आज हम आपको एक ऐसे ही प्लान के बारे में बता रहे हैं जिसने अपने निवेशकों को तीन साल में ही तगड़ा रिटर्न दिया है। इस फंड का नाम है केनरा रोबेको स्मॉल कैप फंड- डायरेक्ट प्लान। यह एक स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड प्लान है। यह स्मॉल-कॉल म्यूचुअल फंड प्लान 15 फरवरी 2019 को लाॅन्च हुआ था जिसके बाद से अपने निवेशकों को शानदार रिटर्न दे रहा है। फंड को वैल्यू रिसर्च द्वारा 5-स्टार रेटिंग दी गई है और इसने अपने अपफ्रंट निवेशकों को फिछले तीन सालों में 45 प्रतिशत से अधिक सालाना रिटर्न दिया है।