भारत में सोने के दाम अलग

आजकल 14 कैरेट में भी ज्वेलरी आने लगी है, लेकिन उसकी शुद्धता और कम होती है और इसलिए उसका दाम भी और कम होता है।
Gold Necklace Design: स्टाइलिश लुक पाने के लिए भारत में सोने के दाम अलग ही ट्राई करें ये यूनिक नेकलेस, देखिए लेटेस्ट डिज़ाइन सिर्फ आपके लिए
Gold Nakelace Design: शादी जीवन का सबसे खास दिन होता है ऐसे में हर दुल्हन स्पेशल दिखना चाहती है। बात शादी की हो रही हो और जूलरी के बारे में बात ना हो ऐसा कैसे हो सकता है। समय के साथ जैसे जैसे शादी करने की जगह और तरीके बदल रहें है ऐसे में ऐसी के साथ बदल रही है दुल्हन की पहनी जाने वाली जूलरी। दुल्हन का भारत में सोने के दाम अलग सुंदर और भारी हार उसके श्रृंगार को पूरा करता है। आज हम आपको हार के डिजाइन और उनके बारें में बताने जा रहे हैं। जो शादी के बाद भारत में सोने के दाम अलग भी अलग अलग मौकों पर आपको देगी खूबसूरत लुक और आपको लगेगा की आपका जूलरी में लगा पैसा वेस्ट नहीं हुआ। जानिए आज का भाव
क्या है 10 ग्राम सोने का दाम?
आज 17 मई को सोने के दाम में पहले के मुकाबले ज्यादा अंतर नहीं देखा गया है।
- 24 कैरेट सोने का दाम- 50,450 रुपए प्रति 10 ग्राम है।
- 22 कैरेट सोने का दाम- 47,440 रुपए प्रति 10 ग्राम है।
- 18 कैरेट सोने का दाम- 34,218 रुपए प्रति 10 ग्राम है।
18 कैरेट और 22 कैरेट ज्वेलरी में क्या है अंतर?
जब बात गोल्ड ज्वेलरी की आती है तो 18 कैरेट ज्वेलरी में लगभग 25 प्रतिशत मात्रा में कॉपर मिला होता है और 22 कैरेट में कॉपर या किसी अन्य एलॉय की मात्रा कम होती है।
दरअसल, 24 कैरेट सोने का जो फॉर्म होता है वो बहुत लचीला होता है और उसमें कोई भी ज्वेलरी नहीं बनाई जा सकती है। इसलिए उसमें किसी अन्य मेटल को मिलाया जाता है।
जहां तक 18 कैरेट सोने की बात है तो ये ज्यादा सस्ता होता है क्योंकि इसमें एलॉय ज्यादा होता है। लेकिन अगर रंग और शुद्धता की बात करें भारत में सोने के दाम अलग तो ये 22 कैरेट की तुलना में थोड़ा कम चमकीला और पीला भारत में सोने के दाम अलग होता है।
18 कैरेट और 22 कैरेट ज्वेलरी का दाम-
यकीनन 18 कैरेट में सोने की मात्रा कम होती भारत में सोने के दाम अलग है इसलिए ही इसका दाम कम होता है, लेकिन 18 कैरेट का सोना अधिकतर हीरे की ज्वेलरी में इस्तेमाल किया जाता है इसलिए इससे बनी ज्वेलरी का दाम बढ़ जाता है। अगर आप 18 कैरेट में बनी सिर्फ गोल्ड ज्वेलरी लेते हैं तो उसका दाम कम होगा, लेकिन उसकी रीसेल वैल्यू भी कम होगी और उसकी चमक भी इतनी नहीं होगी।
22 कैरेट ज्वेलरी में स्टोन कम ही लगाए जाते हैं क्योंकि सोने की शुद्धता के कारण ये थोड़ी लचीली होती है। इसलिए अगर आपको सिर्फ सोने से बनी ज्वेलरी खरीदनी है तो आप 22 कैरेट खरीदें जिसकी चमक, रीसेल वैल्यू और शुद्धता ज्यादा होगी।
क्यों हीरे की ज्वेलरी को 18 कैरेट में बनाया जाता है?
हीरा बहुत ही कीमती स्टोन होता है और ऐसे में ये बहुत जरूरी होता है कि हीरे के लिए ऐसी हीरे की अंगूठी या ज्वेलरी बनाई जाए जो इसे सहेज कर रखे। 22 कैरेट के सोने में हीरे के निकलने का डर रहेगा क्योंकि ये लचीली होती है और इसलिए सोने में कॉपर जैसे मेटल को मिलाकर इसे थोड़ा और मजबूत किया जाता है। कॉपर का रंग लाल होता है और इसलिए हीरे की ज्वेलरी में सोने का रंग अलग होता है और सिर्फ भारत में सोने के दाम अलग सोने की 22 कैरेट की ज्वेलरी में पीलापन और चमक ज्यादा होती है।