SMA और EMA में अंतर

टाइल लेवलिंग
सिरेमिक टाइल्स अब सजावट के लिए कई लोगों की पसंद हैं। कई मंजिलों और दीवारों को टाइल्स से पक्का किया गया है। हालांकि, लोगों के लिए फर्श पर टाइल्स को समतल करना मुश्किल है या अगर यह दीवार है, तो समतल करना मुश्किल है या कोण सिर्फ ऊर्ध्वाधर है। इस समय, कुछ आवश्यक उपकरणों की आवश्यकता है। फ्लोर टाइल लेवलिंग सिस्टम अब मार्केट पर है, लेवलिंग से टाइल्स सुंदर दिख सकते हैं और गिरना आसान नहीं है।
सिबिल स्कोर के बारे में जानकारी – Cibil Score Ke Bare me Jankari
होम लोन, बिजनेस लोन, पर्सनल लोन या किसी भी तरह का लोन लेने के लिए बेहतर सिबिल स्कोर होना अनिवार्य शर्त होती है। बिजनेस सेक्टर के इतिहास में ऐसा कोई कारोबारी नहीं है जिसमे अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए बिजनेस लोन का सहारा न लिया हो।
अगर हम कहें कि बिजनेस लोन एक कारोबारी के जीवन का एक आवश्यक अंग है तो यह गलत नहीं होगा। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग का भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान को देखते हुए सरकार की तरफ से लघु उद्योगों को बिजनेस लोन प्रदान करने का विशेष निर्देश दिया गया है।
बिजनेस लोन या किसी भी प्रकार का लोन पाने SMA और EMA में अंतर के लिए संबंधित व्यक्ति या बिजनेस का सिबिल स्कोर ठीक होना अतिआवश्यक है। क्रेडिट स्कोर ठीक रखने के लिए यह जानना आवश्यक है कि सिबिल स्कोर की जांच कैसे करते हैं। आइए इस ब्लॉग में SMA और EMA में अंतर समझते हैं कि सिबिल स्कोर कैसे चेक करते हैं?
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सिबिल स्कोर कैसे चेक करते हैं? – Cibil Score Kaise Check Karte Hain?
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सिबिल संस्था (CIBIL) को यह अधिकार SMA और EMA में अंतर प्रदान करती है कि वह बैंक और एनबीएफसी के ग्राहकों का डाटा इक्कठा करें और उनका विश्लेषण करें। सिबिल मुख्य रुप से एक कंपनी है जिसका नाम क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड है (CIBIL – Credit Information Bureau India Limited) है।
सिबिल संस्था का मुख्य कार्य बैंक और एनबीएफसी कंपनी से लोन लेने वाले ग्राहकों द्वारा लोन चुकाने के तरीकों पर नजर रखना और उसका रिकार्ड बनाना है। सिबिल संस्था जो डाटा इक्कठा करती है वह बाद में बैंको और लोन देने वाली कंपनियों को प्रदान किया जाता है।
जब ग्राहक बिजनेस लोन या किसी भी ने तरह के लोन के अप्लाई करता है तो उसका सबसे पहले सिबिल स्कोर जांचा जाता है। क्रेडिट स्कोर 700 से कम होने पर बिजनेस लोन या किसी भी प्रकार का लोन मिलने मुश्किल हो जाता है।
लोन मिलने के लिए अगर बेहतर क्रेडिट स्कोर की बात करें तो 700 से 900 के बीच कोई भी संख्या होने पर आसानी से कम ब्याज दर पर बिजनेस लोन मिल जाता है। आपको बता दें कि क्रेडिट स्कोर की 3 अंकों की संख्या होती है। यह संख्या 300 से शुरु होकर 900 तक जाती है।
यहां एक तथ्य यानी फैक्ट स्पष्ट कर देते हैं कि सिबिल संस्था से निशुल्क क्रेडिट रिपोर्ट केवल व्यक्तियों को मिलती है संस्थानों को नहीं। संस्थाओं को क्रेडिट रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए फीस चुकाना होता है। जब किसी को क्रेडिट रिपोर्ट मिलती है तो उसमे कुछ कोड वर्ड लिखे होते हैं, जिनका मतलब समझने के बाद ही रिपोर्ट अच्छी तरह से समझा जा सकता है। आइए क्रेडिट रिपोर्ट के कोड वर्ड के अर्थ को समझते हैं:
क्रेडिट रिपोर्ट में उपयोग कोड का अर्थ
एनए/एनएच (NA/NH) – जिस रिपोर्ट यह लिखा आता है, उसका कोई लेनदेन की कोई हिस्ट्री नहीं होती है।
एसटीडी (STD) – जिस क्रेडिट रिपोर्ट में यह लिखा आता है तो इसका मतलब है कि यह व्यक्ति अपने लोन का भुगतान समय से कर रहा है यानी स्टेंडर्ड है।
एसएमए (SMA) – जिनके सिबिल स्कोर में एसएमए लिखा होता इसका मतलब है कि ऐसे ग्राहक समय से पहले SMA और EMA में अंतर लोन का भुगतान कर देते हैं। एसएमए का फुल फॉर्म Special Mention Account होता है।
डीबीटी (DBT) – संदेहजनक खाता! जिनके रिपोर्ट में डीबीटी लिखकर आ रहा है उनके खाता को यह माना जाता है कि ऐसे लोग पिछले 12 महीनों से अपने लोन का भुगतान नहीं किये हैं।
एलएसएस (LSS) – घाटा वाले खाता! जिनके रिपोर्ट में एलएसएस लिखा होता है उनको यह माना जाता है कि ऐसे लोग लोन लेने के बाद उसे वापस करने का इरादा नहीं रखते हैं।
डीपीडी (DPD) – जिस रिपोर्ट में डीपीडी लिखा होता है तो इसका मतलब है कि इस खाता से बहुत अधिक रकम बकाया है।
लिखित तौर पर बंद/ SMA और EMA में अंतर सेटलड (Written Off/Settled Status) – इसका मतलब है कि लोन लेने वाले व्यक्ति ने 180 दिन तक कोई भी रकम जमा नहीं किया है और बकाया रकम लिखी हुई है। सेटलड स्टेटस का मतलब है कि बकाया राशि को लोन लेने वाले व्यक्ति और लोन देने वाली संस्था के बीच सुलह SMA और EMA में अंतर – समझौता के तहत समायोजन के साथ तय किया गया है।
क्रेडिट स्कोर रिपोर्ट कैसे मिलती है – Cibil Score Report Kaise
सिबिल स्कोर प्राप्त करने के लिए सबसे पहले सिबिल (CIBIL) की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना होता है। सिबिल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन से सिर्फ क्रेडिट रिपोर्ट ही नहीं मिलती बल्कि क्रेडिट स्कोर बनने की प्रक्रिया और उसपर आपको नियमित जांच करने का विकल्प भी मिलता है।
सिबिल कंपनी यह सुविधा प्रदान करने के लिए 500 रुपये फीस के तौर पर चार्ज करती है। 500 रुपया एक वर्ष के लिए फीस होती है। 2 वर्ष के लिए 800 रुपये भुगतान करना होता है। वहीं आपको बता दें कि अगर आप एक साल में 4 रिपोर्ट लेना चाहते हैं कि आपको 1200 रुपये भुगतान करना होगा।
पैन कार्ड से ऐसे करें सिबिल रिपोर्ट के लिए रजिस्ट्रेशन
- सिबिल की वेबसाइट www.cibil.com ओपन करें।
- उस मेम्बरशिप को सलेक्ट करें जिसकी सदस्यता आप लेना चाहते हैं।
- जरूरी जानकारी जैसे पैन नंबर, ईमेल एड्रेस, जन्मतिथि, जेंडर का इत्यादि का चयन करें।
- अब फीस जमा करें। फीस आप ऑनलाइन तरीके से ही भुगतान कर सकते हैं।
- अब आपको अपने लोन से संबंधित और क्रेडिट कार्ड से संबंधित जानकारी भरना होगा।
- फॉर्म भरने के बाद एक बार क्रास चेक करें और फॉर्म सबमिट कर दें।
फॉर्म सबमिट करने के बाद CIBIL के अधिकारी आपसे जानकारी कंफर्म करने के लिए संपर्क करेंगे। जानकारी कंफर्म होने के बाद संबंधित व्यक्ति को सिबिल रजिस्ट्रेशन नंबर और भुगतान की लेनदेन आईडी बताए गए ईमेल आईडी पर भेज दिया जाता है।
जानिए भारत में कैसे मिलता है बिना कुछ गिरवी रखे बिजनेस लोन?
सिबिल रजिस्ट्रेशन आईडी से CIBIL वेबसाइट पर लॉग इन करना होता है। CIBIL वेबसाइट पर लॉग इन करने के बाद अपलोड किए गए दस्तावेजों को CIBIL द्वारा सत्यापित किया जाएगा और रिपोर्ट तैयार की जाएगी (कंपनी क्रेडिट रिपोर्ट, अर्थात, CCR और CIBIL रैंक) ।
सिबिल रैंक को समझिए
CIBIL रैंक 1 से 10 तक के बीच की संख्या होती है। बिजनेस लोन के लिए 1 से 4 के बीच की रैंक और व्यक्तिगत लोन के लिए 1 से 3 के बीच रैंक बहुत बेहतर होती है। आपको बता दें कि सिबिल रजिस्ट्रेशन के समय पैन कार्ड नंबर और केवाईसी को सही तरीके से अपलोड करना अनिवार्य होता है। बिना इस दस्तावेज़ों के क्रेडिट रिपोर्ट नहीं बनती है।
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Incoming या Outgoing Call Meaning in Hindi
क्या आपने कभी सोचा है, कि आपके फोन पर जो Incoming Calls आती है, या Outgoing Calls जाती है उनका क्या मतलब होता है? अगर आप नहीं जानते हैं, तो आपको बिल्कुल भी चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। इस पोस्ट में हम Incoming Call Meaning, Outgoing Call Meaning in Hindi के बारे में बात करेंगे। हमें उम्मीद है, कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको आपके सवालों का जवाब मिल जाएगा।
Incoming Call Meaning in Hindi
किसी भी फोन में किसी दूसरे फोन या बाहर से आने वाली सभी कॉल (Calls) आपके फोन में Incoming Call कहलाती है।
इसे आसान शब्दों में ऐसे समझ सकते हैं, मान लीजिए आपके फोन पर किसी दूसरे व्यक्ति के द्वारा किया गया कॉल ( Call) आता है, चाहे वह Phone Call हो या Whatapp Call या किसी अन्य App के द्वारा किया गया हो, वह आपके फोन में Incoming Call कहलाएगा।
Jio के आने के पहले Incoming Call फ्री में होती थी, लेकिन उसके बाद सभी Telecom कंपनियों को घाटा होने लगा था, लेकिन उसके बाद सभी कंपनियों ने मिलकर Incoming Calls पर भी पैसे वसूलने शुरू कर दिए है। मतलब कि अब इस समय आपको उनकी तरफ से दिए जाने वाले Unlimited Pack या Smart Pack (लगभग 35₹-49₹ तक) में से किसी एक का Recharge अपने फोन में करवाना पड़ेगा। उसके बाद ही आप Incoming Calls की सुविधा का लाभ उठा पाएंगे।
Outgoing Call Meaning in Hindi
किसी भी दूसरे व्यक्ति के फोन में आपके फोन से जाने वाली सभी कॉल्स (Calls) आपके फोन में Outgoing Call कहलाती है।
इसे आसान शब्दों में ऐसे समझें, मान लीजिए आप किसी व्यक्ति के फोन पर अपने फोन से Call करते हैं, चाहे वह Phone Call हो Whatapp या किसी अन्य App के द्वारा किया गया हो, वह Call आपके फोन के लिए Outgoing Call कहलाएगा।
Outgoing Call ज्यादातर Paid होती है, मतलब कि किसी दूसरे को फोन करने के लिए आपको पैसे खर्च करने पड़ेंगे।
Phone Call कितनी प्रकार की होती है।
पहले के समय में कॉल्स (Calls) जोकि ऑडियो के रूप में होती थी। लेकिन जब से स्मार्ट फोन आ गए हैं, Incoming तथा Outgoing Call वीडियो के रूप में भी होने लगी है। ऑडियो और वीडियो के आधार पर Calls चार प्रकार की होती है।
- Incoming Audio Calls
- Incoming Video Calls
- Outgoing Audio Calls
- Outgoing Video Calls
Incoming Call को कैसे चालू करें?
अगर आपके फोन में भी Incoming Calls आना बंद हो गई है, तो इसका मतलब है कि आपके मोबाइल नंबर पर Recharge खत्म हो गया है। जिसके कारण आपकी टेलीकॉम कंपनी ने आपके मोबाइल नंबर पर Incoming Call तथा SMS की सुविधा को बंद कर दिया है। इसको दोबारा शुरू करने के लिए आप अपने नंबर पर रिचार्ज करा लें। उसके बाद यह सुविधा आपकी कंपनी की तरफ से पुनः शुरू कर दी जाएगी।
अनचाहे Incoming Calls को कैसे रोके?
अगर आप किसी अनजान नंबर से बार-बार Call आने पर परेशान है, तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप उस नंबर को अपने फोन की Dial Setting में जाकर ब्लॉक कर सकते हैं। जिसके बाद उस नंबर से Call आने पर Call अपने आप कट जाएगी।
Incoming या Outgoing Call Meaning in Hindi – पोस्ट आपको कैसा लगा?
हमें उम्मीद है कि आपको हमारा यह पोस्ट ” Incoming or Outgoing Call Meaning in Hindi ” पसंद आया होगा। और इसको पढ़कर आप यह समझ गए होंगे कि, Incoming तथा Outgoing Call का हिंदी में क्या मतलब होता है।
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