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बिटकॉइन का उपयोग

बिटकॉइन का उपयोग
Bitcoin क्या होता है

डेली न्यूज़

हाल ही में जर्मनी में टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ़ म्यूनिख (Technical University of Munich- TUM) के शोधकर्त्ताओं ने बिटकॉइन प्रणाली के कार्बन पदचिह्न (Carbon Footprint) के बारे में अब तक की सबसे विस्तृत गणना की।

अध्ययन के अनुसार, बिटकॉइन (एक लोकप्रिय आभासी मुद्रा) का उपयोग करने से सालाना 22 मेगाटन से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का उत्सर्जन होता है जो लास वेगास और वियना जैसे शहरों से होने वाले कुल CO2 उत्सर्जन के बराबर है।

Bitcoin

Bitcoin

बिटकॉइन दुनिया की पहली क्रिप्टो करेंसी है यह एक विकेन्द्रीकृत करेंसी है यानि इसे कोई सैंट्रल बैंक नहीं चलाता और न ही इसके उतार-चढ़ाव पर किसी का कंट्रोल है। बिटकॉइन का निर्माण 2009 में सतोषी नाकामोतो नाम के एक गुमनाम व्यक्ति ने किया गया था। बिटकॉइन का इस्तेमाल दूसरी करेंसी के बदले एक्सचेंज के रुप में या कुछ खरीदने के लिए किया जाता है। हालांकि भारत में बिटकॉइन मान्य नहीं है। दुनिया किसी भी सेंट्रल बैंक का इसे समर्थन प्राप्त नहीं है। हालांकि कारोबारियों के बीच यह काफी लोकप्रिय है फरवरी 2015 में दुनिया में करीब 1 लाख कारोबारी बिटकॉइन से लेन-देन करते थे।

यूनिवर्सिटी ऑफ कैंम्ब्रिज की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में करीब 29-58 लाख लोग क्रिप्टो करेंसी वॉलेट का इस्तेमाल कर रहे थे। इनमें से अधिकतर में बिटकॉइन से लेन-देन होता था। बिटकॉइन का निर्माण जटिल कम्‍प्‍यूटर एल्गोरिथम्स और कम्‍प्‍यूटर पावर से किया जाता है जिसे माइनिंग कहते हैं। रुपए, डॉलर और यूरो की तरह बिटकॉइन की भी खरीद-बिक्री होती है। ऑनलाइन भुगतान करने के अलावा बिटकॉइन को दूसरी प्रचलित मुद्राओं में भी बदला जाता है। बिटकॉइन को खरीदने या बेचने के लिए एक्सचेंज भी होते हैं , लेकिन इसकी औपचारिक रुप से कोई उपस्थिति नहीं होती।

जानिए क्या है क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन

What is bitcoin

क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की आभासी (वर्चुअल) मुद्रा है. आभासी से मतलब है कि अन्य मुद्रा की तरह क्रिप्टोकरेंसी का कोई भौतिक स्वरुप नहीं है. क्रिप्टोकरेंसी को आप ना तो देख सकते हैं और न ही छू सकते हैं. यह एक डिजिटल करेंसी है. बिटकॉइन, इथीरियम, रिप्पल, लाइटकॉइन इत्यादि कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी हैं.

बिटकॉइन को विश्व की पहली और सबसे चर्चित क्रिप्टोकरेंसी माना जाता है. अगर किसी के पास बिटकॉइन है तो वह आम मुद्रा की तरह ही इसका उपयोग कर कोई सामान खरीद सकता है. बिटकॉइन को सिर्फ ऑनलाइन ही इस्तेमाल किया जा सकता है.

बिटकॉइन का इतिहास

बिटकॉइन का विकास सातोशी नकामोतो नामक एक अभियंता (इंजिनियर) ने 2008 में किया था. सातोशी का यह छद्म नाम है. 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में इसे जारी किया गया था. इसकी शुरुआत 3 जनवरी 2009 को हुई थी. बिटकॉइन पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है. विकेन्द्रीकृत से इसका अर्थ यह है कि यह किसी केंद्रीय बैंक (सेंट्रलाइज कंट्रोलिंग अथॉरिटी) द्वारा संचालित नहीं होती. कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान हेतु इसे निर्मित बिटकॉइन का उपयोग किया गया है.

बिटकॉइन की वैल्यू

बिटकॉइन की वैल्यू दिन-प्रतिदिन बदलती रहती है. आज (जनवरी 2018) की बात करे तो 1 बिटकॉइन की कीमत कीमत लगभग 752865 रुपये है. बिटकॉइन खरीदने के लिए यह जरूरी नहीं है कि 1 बिटकॉइन ही खरीदा जाये. दरअसल बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट सातोशी (Santoshi) है और 1 बिटकॉइन = 10,00,00,000 सातोशी होता है.

बिटकॉइन वॉलेट

चुकी बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा है इसलिए इसे अपने घर या पॉकेट में नहीं रख सकते. बिटकॉइन को रखने के लिए बिटकॉइन ऑनलाइन वॉलेट अकाउंट की जरुरत होती है. इन्टरनेट के माध्यम से वॉलेट अकाउंट बनाया जा सकता है. प्रत्येक बिटकॉइन वॉलेट अकाउंट का एक विशिष्ट एड्रेस होता है.
बिटकॉइन खरीदने से पहले उस विशिष्ट वॉलेट एड्रेस की जरूरत होती है. जिसमे बिटकॉइन को रखा जाता है. बिटकॉइन वॉलेट में रखे बिटकॉइन को बेचा या अपनी बैंक अकाउंट में ट्रान्सफर किया जा सकता है.

बिटकॉइन माइनिंग और माइनरस

चूकि बिटकॉइन का कोई भोतिक रूप नहीं है इसलिए इसकी माइनिंग का मतलव इसके निर्माण से है. अर्थात बिटकॉइन को कैसे बनाएं नई बिटकॉइन बनाने के तरीके को बिटकॉइन माइनिंग कहा जाता है. बिटकॉइन माइनिंग का काम करने वाले ऑपरेटर को बिटकॉइन माइनरस कहते है.
माइनिंग का काम वही लोग करते हैं जो जिनके पास के पास विशेष गणना वाले कंप्यूटर और गणना करने की उचित क्षमता (तीव्र पप्रोसेसिंग वाले शक्तिशाली कंप्यूटर) हो ऐसा नहीं होने पर माइनरस केवल इलेक्ट्रिसिटी ही खर्च करेगा और अपना समय बर्बाद करेगा.
जिस प्रकार प्रत्येक देश में नोट छापने की एक सीमा होती है उसी प्रकार बिटकॉइन बनाने की भी एक सीमा होती है. और इसकी सीमा ये है कि मार्केट में 21 मिलियन से ज्यादा बिटकॉइन नहीं आ सकते है. अभी तक मार्केट में लगभग 13 मिलियन बिटकॉइन आ चुके हैं.

बिटकॉइन के लोकप्रिय होने के कारण

  • इसके लेन-देन में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है.
  • यह सुरक्षित और तेज है जिससे लोग बिटकॉइन स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं.
  • क्रेडिट कार्ड की तरह इसमें कोई क्रेडिट लिमिट नहीं होती है न ही कोई नगदी लेकर घूमने की समस्या है.
  • खरीदार की पहचान का खुलासा किए बिना पूरे बिटकॉइन नेटवर्क के प्रत्येक लेन-देन के बारे में पता किया जा सकता है.
  • बिटकॉइन को आप दुनिया में कही भी बेच या खरीद सकते है.
  • बिटकॉइन में सरकार आप पर नजर नहीं रखती है.
  • वर्तमान में लोग कम कीमत पर बिटकॉइन खरीद कर ऊंचे दामों पर बेच कर कारोबार कर रहे हैं.

बिटकॉइन कैसे खरीदे?

बिटकॉइन के लेन-देन के लिए बिटकॉइन एड्रेस का प्रयोग किया जाता है. कोई भी ब्लॉकचेन में अपना खता बनाकर इसके ज़रिये बिटकॉइन का लेन-देन कर सकता है. बिटकॉइन की सबसे छोटी संख्या को सातोशी कहा जाता है. एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सातोशी होते हैं. यानी 0.00000001 बिटकॉइन (BTC) को एक सातोशी कहा जाता है.
बिटकॉइन खरीदने के निम्नलिखित तीन तरीके है:

1. बिटकॉइन को आप अपने बैंक अकाउंट से ऑनलाइन पेमेंट कर ख़रीदा जा सकता है.
2. किसी सेवा या किसी चीज के बदले बिटकॉइन लिया जा सकता है.
3. किसी वेबसाइट या एप्लीकेशन की मदद से बिटकॉइन माइनिंग कर कमाया जा सकता है.

बिटकॉइन के क्या नुकसान है?

बिटकॉइन में कोई सेंट्रलाइज कंट्रोलिंग अथॉरिटी, बैंक, या कोई सरकार अधिकृत की प्रणाली नहीं है जिसकी बजह से इसकी कीमत कम ज्यादा होती रहती है.
अगर बिटकॉइन अकाउंट हैक हो जाता है तो इसमें जमा बिटकॉइन बापस नहीं लिया जा सकता क्यूंकि इसके लिए कोई कंट्रोलिंग अथॉरिटी या कोई सरकारी एजेंसी नहीं है जहाँ इसकी शिकायत किया जा सके.

आलोचना और चेतावनी

कई अर्थशास्त्रियों द्वारा बिटकॉइन को पोंज़ी स्कीम घोषित किया गया है. भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 24 दिसम्बर 2013 को बिटकॉइन जैसी वर्चुअल मुद्राओं के सम्बन्ध में एक प्रेस प्रकाशनी जारी की गयी थी. इसमें कहा गया था की इन मुद्राओं के लेन-देन को कोई अधिकारिक अनुमति नहीं दी गयी है और इसका लेन-देन करने में कईं स्तर पर जोखिम है. हाल ही में रिजर्व बैंक ने पुन: इसके बारे में सावधानी जारी की थी.

Cryptocurrency : क्या Bitcoin को करेंसी की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं? आइए जानें

Cryptocurrency in India: भारत में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड अभी रेग्युलेट नहीं किया जाता है, लेकिन भारतीय कंपनियां भी धीरे धीरे क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट मोड के तौर पर स्वीकार करने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं.

Cryptocurrency : क्या Bitcoin को करेंसी की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं? आइए जानें

Cryptocurrency Bitcoin पॉपुलर है, लेकिन इसका इस्तेमाल अभी सीमित है.

बिटकॉइन (Bitcoin) दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है. साल 2009 में Satoshi Nakamoto छद्म नाम के शख्स ने इसे बनाया था. बिटकॉइन बनाने वाले की असली पहचान आज तक एक रहस्य है. बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में सबसे पॉपुलर जरूर है लेकिन इसके बारे ज्यादातर लोगों को कम जानकारी ही होती है. ऐसे में आपके मन में यह सवाल जरूर आता होगा कि क्या इस क्रिप्टोकरेंसी को सच में असली करेंसी के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है? चलिए इस बारे में हम आपको बताते हैं.

भारत में करेंसी के तौर पर बिटकॉइन

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भारत में क्रिप्टोकरेंसी न तो कानूनी है और न ही गैरकानूनी. भारत में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड अभी रेग्युलेट नहीं किया जाता है, लेकिन भारतीय कंपनियां भी धीरे धीरे क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट मोड के तौर पर स्वीकार करने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं. भारत में कई बिजनेस कंपनियां बिटकॉइन और इथीरियम (Ethereum) को पेमेंट मोड के तौर पर स्वीकार करने लगी हैं. दिल्ली की एक होम डेकोर कंपनी Rug Republic बिटकॉइन को पेमेंट के रूप में स्वीकार करती है. इसके अलावा Purse नाम की एक इलेक्ट्रॉनिक कंपनी और बेंगलुरु में सूर्यवंशी रेस्टोरेंट्स पर भी आप इसे करेंसी के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं.

एक करेंसी के तौर पर बिटकॉइन का इस्तेमाल

अमेरिका की सबसे बड़ी रेस्टोरेंट कंपनियों में से एक Quiznos ने अपने रेस्टोरेंट्स पर बिटकॉइन को मोड ऑफ पेमेंट के तौर पर लेना शुरू कर दिया है यानी कस्टमर्स इस Quiznos के रेस्टोरेंट्स में बिटकॉइन के रूप में पेमेंट कर सकते हैं. मेरिका की ही एक और कंपनी AMC Entertainment ने भी घोषणा की है कि साल के अंत तक मूवी टिकट्स की पेमेंट बिटकॉइन के जरिए शुरू हो जाएगी.

क्या बिटकॉइन से खरीद सकते हैं प्रॉडक्ट्स?

मौजूदा दौर में बिटकॉइन को करेंसी जरूर मानते हैं, मगर इसका इस्तेमाल अभी काफी सीमित है. इसका इस्तेमाल अभी वैल्यूड करेंसी के तौर पर होता है, यानी कोई कंपनी या बिजनेस क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट लेती है, तो आप इसे करेंसी के तौर पर यूज कर सकते हैं, मगर आप किसी स्टोर पर जाकर बिटकॉइन के बदले प्रॉडक्ट्स नहीं खरीद सकते.

Bitcoin क्या होता है – जानिए बिटकॉइन के फ़ायदे और नुक़सान हिंदी में

Bitcoin क्या होता है

Bitcoin क्या बिटकॉइन का उपयोग होता है

Bitcoin क्या होता है – जानिए बिटकॉइन

Bitcoin क्या होता है | दुनिया में हर देश की कोई ना कोई currency जरूर होती है, जिसका इस्तेमाल कोई भी सामान या कोई भी वस्तु खरीदने के लिए आमतौर पर किया जाता है, दुनिया में हर देश की currency अलग-अलग होती है जिसका कोई ना कोई नाम होता है जैसे कि अगर हम भारत की बात करें तो भारत की currency रुपया है, अमेरिका की करेंसी डॉलर है, ये करेंसी पूरी तरह से लेनदेन के लिए होती है, इसका इस्तेमाल अलग-अलग देशों में अलग अलग तरीके से किया जाता है और अलग-अलग करेंसी का उपयोग किया जाता है।

इसी तरह से इंटरनेट के अंदर भी एक currency होती है जिसका इस्तेमाल लेनदेन के लिए किया जाता है और उस currency का नाम है बिटकॉइन (bitacoin)

बिटकॉइन के बारे में आप सभी लोगों ने जरूर सुना ही होगा क्योंकि बिटकॉइन काफी सालों से चर्चा में बना हुआ है और आज के इस लेख के अंदर हम आपको बताने वाले हैं कि बिटकॉइन क्या होता है और बिटकॉइन का इस्तेमाल क्यों किया जाता है और इस करेंसी की वैल्यू कितनी होती है, इन सभी सवालों के जवाब हम आपको इसलिए के अंदर देने वाले हैं, इसलिए इस लेख को ध्यानपूर्वक पढ़ें-

Bitcoin क्या होता है ?

बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी होती है, जिसको हम डिजिटल करेंसी भी कह सकते हैं क्योंकि इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से डिजिटल तरीके से ही किया जाता है और इसको वर्चुअल करेंसी इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह करेंसी बाकी सभी currency से बहुत ही अलग है, इसको हम बाकी currency जैसे कि रुपए, डॉलर इत्यादि की तरह देख नहीं सकते हैं और ना ही हम इसको पैसे की तरह छू सकते हैं।

लेकिन हम इसका इस्तेमाल पैसों की तरह लेन-देन में ही आसानी के साथ कर सकते हैं, बिटकॉइन का आविष्कार Satoshi Nakamoto ने 2008 के अंदर किया था और 2009 के अंदर इसको ग्लोबल पेमेंट ग्रुप में इसको इसको जारी किया गया था और तब से ही इसकी लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है।

यह एक Decentralized Currency होती है जिसका मतलब है कि यह पूरी तरह से मुक्त करेंसी है जिसका नियंत्रण करने के लिए कोई भी बैंक या सरकार नहीं होती है।

यह पूरी तरह से फ्री होकर कार्य करती है यानी कि इसका कोई भी मालिक नहीं है लेकिन इसका इस्तेमाल हर कोई कर सकता है जैसे कि हम इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, ठीक उसी तरह से बिटकॉइन का इस्तेमाल भी कोई भी कर सकता है।

जिस इंसान के पास bitcoin होता है वह उसका इस्तेमाल भौतिक चीजों की खरीदारी के लिए नहीं कर सकता है लेकिन उसका इस्तेमाल ऑनलाइन कर सकता है।

अगर आपके पास bitcoin है तो आप इसको अपने देश की currency के अंदर बदलकर अपने बैंक के अंदर जमा करवा सकते हैं, कंप्यूटर नेटवर्क के जरिए बिना किसी माध्यम के इसकी सीधी लेन देन कर सकते हैं, वही इस करेंसी को डिजिटल वॉलेट के अंदर रखा जाता है इसलिए बिटकॉइन को क्रिप्टोकोर्रेंसी भी कहा जाता है।

बिटकॉइन का इस्तेमाल कब और क्यों किया जाता है?

बिटकॉइन मुख्य रूप से ऑनलाइन भुगतान के लिए और किसी भी तरह की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है, बिटकॉइन पूरी तरह से peer to peer network पर कार्य करता है जिसका मतलब होता है कि आप किसी भी माध्यम जैसे कि बैंक, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड के बिना आसानी से ऑनलाइन भुगतान कर सकते हैं।

आमतौर पर जब हम डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कोई भी ऑनलाइन भुगतान करते है तो उसके ऊपर हमको 2-3% तक का शुल्क देना होता है लेकिन बिटकॉइन के अंदर आपको किसी भी प्रकार का कोई भी शुल्क नहीं देना होता है।

शायद यही वजह है कि बिटकॉइन आज के समय में इतना लोकप्रिय बनता जा रहा है, इसके अंदर काफी तेज ट्रांजैक्शन होती है और यह सुरक्षित ट्रांजैक्शन भी मानी जाती है।

आज के समय में सभी लोग बिटकॉइन को अपना रहे हैं, जिसकी वजह से इसकी ग्लोबल value बढ़ती जा रही है, इसके अंदर किसी भी प्रकार की कोई लिमिट नहीं होती है और ना ही आपको कहीं पर नगद भुगतान करना होता है और यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है और इसका इस्तेमाल करने की कोई लिमिट नहीं होती है, आप अपने अनुसार कितना भी इसको इस्तेमाल कर सकते हैं।

बिटकॉइन का रेट-

1 Bitcoin = 1,695,123.94 Indian rupee है, समय-समय पर इसके अंदर बदलाव आता रहता है और उसके अंदर उतार-चढ़ाव चलते ही रहते हैं क्योंकि इसको नियंत्रण में करने के लिए कोई भी authorty नहीं है और ना ही कोई बैंक है इसलिए इसका भाव समय-समय पर बदलता रहता है।

बिटकॉइन वॉलेट क्या होता है ?

बिटकॉइन को हम इलेक्ट्रॉनिक रूप से ही स्टोर करके रख सकते हैं और इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्टोर करने के लिए एक बिटकॉइन वॉलेट की जरूरत होती है, जिसको हम बिटकॉइन वॉलेट कहते हैं, इसके अंदर online wallet, mobile wallet, destop wallet,hardware wallet होता है और हर एक wallet का इस्तेमाल करने के लिए एक अकाउंट की जरूरत होती है उसके लिए आपको एक address की जरूरत होती है।

इसके अंदर आप जो भी बिटकॉइन कमाते हैं उसको उस एड्रेस की मदद से उस अकाउंट के अंदर स्टोर करना होता है इसके अलावा अगर आपको कोई भी bitcoin बेचना है या फिर खरीदना है तो आपको बिटकॉइन वॉलेट की जरूरत होती है।

बिटकॉइन के क्या-क्या फायदे हैं ?

1. बिटकॉइन को ट्रांजैक्शन के मामले में बहुत ही तेज और अच्छा माना जाता है क्योंकि इसके अंदर ट्रांजैक्शन का कोई भी शुल्क बिटकॉइन का उपयोग नहीं लगता है, बैंक के अंदर क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड में शुल्क लगता है।

2. बिटकॉइन को आप दुनिया के अंदर कहीं पर भी आसानी के साथ भेज सकते हैं।

3. जिस तरह से किसी कारणवश हमारा बैंक अकाउंट ब्लॉक हो जाता है और हमारा क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड बंद हो जाता है तो हमको समस्या होती है लेकिन बिटकॉइन के अंदर आपका अकाउंट कभी भी ब्लॉक नहीं होता है।

4. अगर आप लंबे समय के लिए कहीं पर निवेश करना चाहते हैं तो बिटकॉइन एक बेहतर विकल्प होता है, इसके अंदर अगर आप लंबे समय के लिए अपने पैसे को निवेश करते हैं तो आपको इसका बेहतर परिणाम मिलता है।

बिटकॉइन के नुकसान –

1. बिटकॉइन के अंदर समय-समय पर काफी बदलाव आते हैं, जिसकी वजह से इसकी कीमत बहुत बार बहुत ही कम हो जाती है और बहुत बार बहुत ही ऊपर चली जाती है और बिटकॉइन के ऊपर किसी भी सरकार या बैंक का कोई नियंत्रण नहीं होता है जिसकी वजह से यह risky होता है।

2. अगर किसी वजह से आपके अकाउंट को हैक कर लिया जाता है तो आप अपने सभी खरीदे हुए बिटकॉइन स्कोर खो सकते हैं और आपकी मदद करने के लिए कोई भी उपस्थित नहीं होता है।

बिटकॉइन कैसे खरीदें –

बिटकॉइन की खरीदारी ठीक उसी तरह से होती है जिस तरह से आप सोने की खरीदारी करते हैं तो बिटकॉइन को खरीदने के लिए कुछ ऐसी वेबसाइट है जिन पर जाकर आप आसानी से बिटकॉइन खरीद सकते हैं तो जानते हैं उन वेबसाइटों के बारे में-

आपने आज क्या सीखा –

आज इस लेख के अंदर हमने बात की है कि Bitcoin क्या होता है(What is Bitcoin in Hindi) और bitcoin को कैसे खरीद सकते है और इसके साथ साथ हमने आपको इस लेख के अंदर बिटकॉइन खरीदने के फायदे और नुकसान के बारे में भी बताया है, जिनकी मदद से आप जान सकते हैं कि बिटकॉइन को खरीदने के क्या-क्या फायदे और क्या-क्या नुकसान है।

हमारी हमेशा हर एक लेख के अंदर यही कोशिश होती है कि आपको बेहतरीन से बेहतरीन जानकारी प्रदान की जाए, जो आपके लिए फायदेमंद रहे। आशा करते हैं कि आपको क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जरूर कुछ अच्छी जानकारी सीखने को मिली होग और अगर आप चाहते हैं कि आपके दोस्तों और रिश्तेदारों को भी बिटकॉइन के बारे में पता लगे कि Bitcoin क्या होता है तो इस लेख को उनके साथ शेयर करना ना भूले ।

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