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अतिरिक्त कमाई

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कोरोना काल में अरबपतियों ने कमाई अथाह दौलत, 10% अमीरों के पास देश की करीब 45% संपत्ति: सर्वे

Corona period: अगर भारत के टॉप-10% अमीर लोगों पर अगर 1 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स लगाया जाए तो उस पैसे से देश को करीब 18 लाख अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलिंडर मिल सकते हैं. इस कोरोना काल के दौरान देश में कुल अरबपति लोगों की संख्या 102 से बढ़कर 142 हो गई है यानी देश को 40 नये अरबपति मिले हैं.

कोरोना काल में भारतीय अरबपतियों की कुल संपत्ति दोगुनी से ज़्यादा हो गई. (सांकेतिक तस्वीर)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 जनवरी 2022,
  • (अपडेटेड 18 जनवरी 2022, 8:17 AM IST)
  • देश को 40 नये अरबपति मिले हैं
  • देश में 4 करोड़ 60 लाख लोग गरीबी के दायरे में आए
  • 84 फ़ीसदी भारतीय परिवारों की आय कम हुई

कोरोना महामारी (corona pandemic) को लेकर आप अब तक यह देखते आए हैं कि ये वायरस बहुत ख़तरनाक है. लोगों को बहुत बीमार बना देता है. उनकी जान भी ले लेता है. इस महामारी के दौर में ऐसा वक़्त भी आया जब इस वायरस ने लोगों से उनका रोजगार और गरीबों से उनकी मजदूरी भी छीन ली. कुल मिलाकर आज के दौर में कोरोना वायरस लोगों के संकट और दुखों का सबसे बड़ा कारण है.

आप भी ऐसा मानते होंगे, लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया के अमीर और पूंजीपति वर्ग के लिए ये वायरस किसी वरदान से कम नहीं है. इस कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर के अमीरों के धन और व्यापार में अथाह विस्तार हुआ है. यह सुनने में आपको थोड़ा अजीब लगेगा कि Covid संकट ही नहीं, बल्कि संपन्नता भी लाता है. कोरोना वायरस से जुड़ा ऐसा सत्य जो आपको मानना ही पड़ेगा.

सोमवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2022 का पहला दिन है और इसी मौके पर ऑक्सफैम इंडिया की तरफ से वार्षिक असमानता सर्वे जारी किया गया है. इस सर्वे के अनुसार कोरोना काल में भारतीय अरबपतियों की कुल संपत्ति दोगुनी से ज़्यादा हो गई.

मार्च 2020 से नवंबर 2021 के दौरान देश के अरबपतियों की संपत्ति करीब 23 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 56 लाख करोड़ रुपये हो गई. इनकी अमीरी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भारत के टॉप-10 अमीर देश के सभी स्कूलों और कॉलेजों को अगले 25 सालों तक चला सकते हैं.

अरबपतियों संख्या बढ़कर अतिरिक्त कमाई 142 हो गई

कोरोना काल में अमीरों की संपत्ति बढ़ने के साथ-साथ अमीरों की संख्या भी बढ़ी है. इस कोरोना काल के दौरान देश में कुल अरबपति लोगों अतिरिक्त कमाई की संख्या 102 से बढ़कर 142 हो गई है यानी देश को 40 नये अरबपति मिले हैं. अमीर होने या बनने में कोई बुराई नहीं है, लेकिन इसका असर गरीबों की गरीबी बढ़ाने पर पड़ता है तो भयानक असमानता का जन्म होता है.

10% लोगों के पास देश की करीब 45% संपत्ति

इस सर्वे के अनुसार, कोरोना महामारी के दौरान देश में 4 करोड़ 60 लाख लोग गरीबी के दायरे में आए और करीब 84 फ़ीसदी भारतीय परिवारों की आय कम हो गई है. कोरोना के कारण असमानता इतनी बढ़ गई है कि देश के सबसे अमीर 10 प्रतिशत लोगों के पास देश की करीब 45 प्रतिशत संपत्ति है. अगर गरीबों की बात की जाए तो देश की 50 प्रतिशत गरीब आबादी के पास सिर्फ़ 6 प्रतिशत संपत्ति है.

इस रिपोर्ट में अमीरी- ग़रीब के अंतर को इस तरह समझाया गया है:-

  • अगर भारत के टॉप-10 प्रतिशत अमीर लोगों पर अगर 1 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स लगाया जाए तो उस पैसे से देश को करीब 18 लाख अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलिंडर मिल सकते हैं.
  • इसके अलावा, देश के 98 अमीर परिवारों पर अगर 1 प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स लगाया जाए तो उस पैसे से आयुष्मान भारत प्रोग्राम को अगले 7 साल तक चलाया जा सकता है. आयुष्मान भारत दुनिया का सबसे बड़ा हेल्थ इंश्योरेंस प्रोग्राम है. इसके तहत हर लाभार्थी को 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा दिया जाता है.

इस आर्थिक असमानता रिपोर्ट के अनुसार अब यह भी समझिए कि देश के अमीर पूंजीपतियों के पास कितनी संपत्ति है:-

IRCTC दे रहा आपको हर महीने 80,000 रुपये तक कमाने का मौका, जानिए कैसे कर सकते हैं अप्‍लाई

IRCTC एजेंट भी बनकर हर महीने अच्‍छी कमाई की जा सकती है. IRCTC एजेंट के लाइसेंस लेने का प्रोसेस भी बहुत आसान है. लाइसेंस लेने के बाद ट्रेन, फ्लाइट और बस तक की टिकटें बुक कर सकते हैं.

IRCTC दे रहा आपको हर महीने 80,000 रुपये तक कमाने का मौका, जानिए कैसे कर सकते हैं अप्‍लाई

TV9 Bharatvarsh | Edited By: आशुतोष वर्मा

Updated on: Jul 22, 2021 | 8:25 AM

अगर आप अतिरिक्‍त कमाई करना चाहते हैं तो IRCTC आपको शानदार मौका दे रहा है. आप IRCTC टिकट बुकिंग एजेंट बनकर हर महीने 80,000 रुपये तक की फिक्‍स कमाई कर सकते हैं. IRCTC इंडियन रेलवे की ही एक सहायक कंपनी है, जो ऑनलाइन टिकट बुकिंग से लेकर ट्रेनों और रेलवे प्‍टेफॉर्म्‍स पर केटरिंग सर्विसेज मुहैया कराती है. आंकड़ों की मानें तो रेलवे के 55 फीसदी टिकटों की बुकिंग ऑनलाइन माध्‍यम से ही होती है.

ऐसे में आपके पास मौका है कि IRCTC के साथ जुड़कर ऑनलाइन टिकट बुकिंग एजेंट बनें और हर महीने अच्‍छी कमाई कर सकें. IRCTC टिकट बुकिंग एजेंट सभी तरह के टिकटों (तत्‍काल, वेटिंग लिस्‍ट या आरएसी) की बुकिंग ऑनलाइन ही करते हैं. प्रत्‍येक टिकट की बुकिंग और ट्रांजैक्‍शन पर IRCTC एजेंट को अच्‍छी कमीशन मिलती है.

IRCTC के अधिकृत बुकिंग एजेंट को मिलने वाला कमीशन

एक IRCTC एजेंट के तौर पर अगर आप नॉन-एसी क्‍लास की टिकट बुक करते हैं तो आपको 20 रुपये और एसी क्‍लास के लिए 40 रुपये प्रति पीएनआर मिलता है. इसके अलावा IRCTC एजेंट को 2,000 रुपये से ज्‍यादा के ट्रांजैक्‍शन पर 1 फीसदी अतिरिक्‍त रकम मिलती है. 2,000 रुपये से कम के ट्रांजैक्‍शन पर यह 0.75 फीसदी होती है.

किसी भी एजेंट द्वारा प्रति महीने में टिकट बुकिंग की कोई लिमिट नहीं तय की गई है. IRCTC एजेंट अपनी सुविधानुसार एक महीने में जितनी चाहे, उतनी टिकटें बुक कर सकता है. औसतन एक IRCTC एजेंट को हर महीने करीब 80,000 रुपये तक की कमाई हो सकती है. अगर काम ठीक-ठाक नहीं चल रहा है और धंधा सुस्त है तो भी उन्‍हें 40-50 हजार रुपये की कमाई हो सकती है.

IRCTC के अधिकृत एजेंट को मिलती हैं ये सुविधाएं?

अधिकृत टिकट बुकिंग एजेंट बल्‍क में सभी तरह के टिकटों की बुकिंग कर सकते हैं. तत्‍काल टिकटों की बुकिंग में भी उन्‍हें वरीयता मिलती है. IRCTC का अधिकृत टिकट बुकिंग एजेंट के लिए कैंसिलेशन का प्रोसेस और पॉलिसी बेहद सरल होती है. ये एजेंट ट्रेन, प्‍लेन, बस, होटल, हॉलीडे, फॉरेक्‍स, प्रीपेड रिचार्ज जैसी बुकिंग की सुविधाएं देते हैं. इन एजेंट्स को एक ऑनलाइन अकाउंट मुहैया कराया जाता है, जिसके तहत वे घरेलू व अंतरराष्‍ट्रीय रूटों पर फ्लाइट्स टिकट बुक कर सकते हैं. इस तरह के एजेंट्स को IRCTC कर ओर से प्रोफेशनल सपोर्ट सर्विस भी मुहैया उपलब्‍ध कराया जाता है.

अधिकृत बुकिंग एजेंट के लिए प्‍लान्‍स

  • एक साल की एजेंसी के लिए एजेंट को 3,999 रुपये देने होंगे.
  • दो साल की एजेंसी के लिए एजेंट को 6,999 रुपये देने होंगे.
  • अगर कोई एजेंट से 100 टिकटें बुक करता है तो उन्‍हें प्रति टिकट 10 रुपये की फीस देनी होगी.
  • 101 से लेकर 300 टिकटों की बुकिंग पर एजेंट को प्रति टिकट 8 रुपये देने होंगे.
  • हर महीने 300 से ज्‍यादा टिकट बुक करने पर एजेंट को 5 रुपये प्रति टिकट के हिसाब से फीस देना होगा.

IRCTC अधिकृत टिकट बुकिंग एजेंट बनने का तरीका

  • इसके लिए आपको सबसे पहले ऑनलाइन रजिस्‍ट्रेशन फॉर्म सबमिट करना होगा.
  • इसके बाद जरूरी डॉक्‍युमेंट्स, साइन किया हुआ एप्‍लीकेशन अतिरिक्त कमाई फॉर्म और डिक्‍लेयरेशन फॉर्म भी सबमिट करना होगा.
  • वेरिफिकेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद IRCTC आपकी आईडी बनाने के लिए 1,180 रुपये मांगेगा.
  • ओटीपी और वीडियो वेर‍िफिकेशन प्रोसेस को पूरा करने के बाद डिजिटल सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाएगा.
  • डिजिटल सर्टिफिकेट मिलने के बाद आपको IRCTC फीसदी जमा करना होगा.
  • फीस सबमिट करने के बाद आपके IRCTC अकाउंट से जुड़ी सभी जानकारी मेल कर दी जाएगी.
  • अब आप एक अधिकृत टिकट बुकिंग एजेंट के तौर अपने क्‍लाइंट्स के लिए ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं.

डॉक्‍युमेंट्स के तौर पर आपके पास पैन कार्ड, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, वैलिड ईमेल आईडी, फोटो, ऑफिस एड्रेस का प्रुफ, घर का पता, डिक्‍लेयरेशन फॉर्म और रजिस्‍ट्रेशन फॉर्म की जरूरत होगी.

अतिरिक्त कमाई

Paytm Service Agent Kaise Bane Online:- दोस्तों अगर आपके पास भी स्मार्टफोन है और अब घर बैठे अतिरिक्त आय के रूप में ₹1000 यानी 30,000 रुपये महीना कमाना चाहते हैं तो यह आपके लिए एक बेहतरीन मौका है, क्योंकि अभी-अभी Paytm के जरिए पेटीएम सर्विस एजेंट बनने का ऑफर आया है। पेटीएम सर्विस एजेंट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। आप पेटीएम की सेवाओं को बेचकर और कमीशन पर कमाई करके एक महीने में ₹ 30000 से अधिक कमा सकते हैं।

Earn Money Online by Paytm:अतिरिक्त कमाई - अगर आप भी अतिरिक्त आय के रूप में ₹30,000/- तक कमाना चाहते हैं? तो आज ही पेटीएम सर्विस एजेंट बनें और अपनी शर्तों पर कमाई शुरू करें। इसे फुल टाइम, पार्ट टाइम या फ्लेक्सी टाइम कमाई का अवसर बनाएं, पेटीएम सर्विस एजेंट प्रोग्राम उन सभी के लिए है जो स्वतंत्रता और अतिरिक्त कमाई लचीलेपन के साथ अतिरिक्त पैसा कमाना चाहते हैं। जिसकी पूरी जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से बताई गई है अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए अतिरिक्त कमाई लिंक पर क्लिक करें।

Paytm Service Agent Kaise Bane Online | Earn Money Online by Paytm

Paytm Service Agent कैसे बने ऑनलाइन

पेटीएम सर्विस एजेंट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। अगर आपकी उम्र 18 साल से ज्यादा है और आपके पास स्मार्टफोन और इंटरनेट है तो आप पेटीएम सर्विस एजेंट बन सकते हैं। पेटीएम सेवा एजेंट के रूप में, आप इसे फुल टाइम, पार्ट टाइम या फ्लेक्सी समय में कर सकते हैं और आप पेटीएम उत्पाद बिक्री और बिल भुगतान टिकट बुक करके दैनिक अच्छी कमाई कर सकते हैं

पेटीएम सर्विस एजेंट बनाने लिए आपको सबसे पहले Paytm PSA के ऑफिसियल पोर्टल पर जाना होगा जिसका लिंक निचे दिया गया है

पोर्टल पर जाने के बाद सभी जानकारी को ध्यान से पढना है और दिए गए Apply Online के आप्शन पर क्लीक करके अप्लाई करना होगा

रजिस्ट्रेशन फॉर्म में नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि जानकारी भरकर फॉर्म को फाइनल सबमिट कर दे

अब आपके द्वारा दिए गए मोबाइल और ईमेल आईडी पर पेटीएम अधिकारी द्वारा आपसे संपर्क किया जाएगा और आपको पेटीएम सेवा एजेंट की आईडी प्रदान की जाएगी जिसके बाद आप कमाई करना शुरू कर देंगे

हैंडमेड पेपर उद्योग : गोबर से बनेगा पैसा, घर में 10 मवेशी तो 15 हजार रुपए महीने की ज्यादा कमाई

हैंडमेड पेपर उद्योग : गोबर से बनेगा पैसा, घर में 10 मवेशी तो 15 हजार रुपए महीने की ज्यादा कमाई

जानिए हैंडमेड पेपर उद्योग के बारे में अतिरिक्त कमाई

ट्रैक्टर जंक्शन पर किसान भाइयों का स्वागत है, आज हम बात करते हैं ग्रामीण स्वरोजगार की। केंद्र की मोदी सरकार किसानों को आर्थिक आधार पर मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। अगर आप गाय के गोबर से पैसा कमाना चाहते हैं तो केंद्र सरकार आपके सहयोग के लिए तैयार है। देश में गोबर से कागज बनाने का सफल प्रयोग हो चुका है। एमएसएमई मंत्रालय के तहत काम करने वाले खादी ग्रामोद्योग (केवीआईसी) की यूनिट केएनएचपीआई ने तो गाय के गोबर से कागज का उत्पादन भी शुरू कर दिया है। अब देशभर में इस प्रकार के प्लांट लगाने की योजना तैयार की जा रही है। कागज बनाने के लिए गोबर के साथ कागज के चिथड़े का इस्तेमाल किया जाता है। एक गाय के गोबर से प्रतिदिन 50 रुपए की अतिरिक्त कमाई हो सकती है। अगर घर में 10 मवेशी हैं तो 500 रुपए की अतिरिक्त कमाई होगी। इस प्रकार एक महीने में 15 हजार व एक साल में 1 लाख 80 हजार की अतिरिक्त कमाई की संभावना बनती है।

सबसे पहले सरकार की सभी योजनाओ की जानकारी के लिए डाउनलोड करे, ट्रेक्टर जंक्शन मोबाइल ऍप - http://bit.ly/TJN50K1

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से आम लोगों तक पहुंचाने की तैयारी

गाय के गोबर से पेपर बनाने की विधि को अब प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत गांव-गांव तक पहुंचाया की तैयारी जारी है। गाय के गोबर से तैयार हैंडमेड पेपर की क्वालिटी बहुत अच्छी होती है। देश में पूर्ण रूप से प्लास्टिक पर बैन होने की स्थिति में ऐसे पेपर के कैरी बैग अच्छा विकल्प साबित होंगे। इस तरह का प्लांट लगाने से किसानों की आय बेहतर हो सकेगी और युवाओं को अच्छा रोजगार मिल सकेगा।

गाय के गोबर से कागज बनाने के लिए लोन व सब्सिडी

इस प्रकार के प्लांट लगाने के लिए सरकार की तरफ से कर्ज मुहैया कराया जा रहा है। गोबर से कागज बनाने वाले प्लांट लगाने में 15 लाख रुपये खर्च होंगे। एक प्लांट से एक माह में 1 लाख कागज के बैग बनाए जा सकते हैं। ये हैंडमेड पेपर हैं तो इससे हर प्लांट में कुछ लोगों को रोजगार भी मिलेगा। अगर 15 लाख में कोई प्लांट लगाता है तो इसमें 10 से 12 लोगों को रोजगार मिल सकता है। किसान भाई जिला उद्योग केंद्र व अन्य नोडल एजेंसियों से संपर्क कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना : अब देश के हर खेत में होगी सिंचाई, सरकार देगी 90 प्रतिशत सब्सिडी

गाय का गोबर बिकेगा 5 रुपए किलो

गोबर से कागज बनाने के साथ वेजिटेबल डाई बनाने का भी काम किया जा सकता है। गोबर में से कागज बनाने लायक सिर्फ 7 फीसदी मैटेरियल निकलते हैं। बाकी के 93 फीसदी का इस्तेमाल वेजिटेबल डाई बनाने में यूज किया जा सकता है। ये वेजिटेबल डाई पर्यावरण के अनुकूल होते हैं। इसका निर्यात भी किया जा सकता है। इस स्कीम से किसानों की आय बढ़ाई जा सकती है। कागज और विजिटेबल डाई बनाने के लिए सरकार 5 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से किसानों से गोबर खरीदना होगा। एक जानवर एक दिन में 8-10 किलोग्राम गोबर मिल सकता है। ऐसे में, किसानों को अपनी मवेशियों से रोजाना कम से कम 50 रुपए तक की अतिरिक्त कमाई हो सकती है।

देश में हर साल 5 हजार करोड़ रुपए का गोबर

सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग की एक रिपोर्ट के अनुसार देशभर में पशुओं से हर साल 100 मिलियन टन गोबर मिलता है जिसकी कीमत 5,000 करोड़ रुपए है। इस गोबर का ज्यादातर प्रयोग बायोगैस बनाने के अलावा कंडे और अन्य कार्यों में किया अतिरिक्त कमाई जाता है।

केंद्रीय मंत्री ने किया था लॉंच

12 सितंबर 2018 को तत्कालीन केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री गिरिराज सिंह ने कुमारप्पा नेशनल हेंडमेड पेपर इंस्टीट्यूट में गोबर से बने पेपर कैरी बैग को लॉन्च किया था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि गाय के गोबर से बने उत्पाद गुणवत्ता में बेहतर हैं और किफायती भी हैं। इन्हें देशभर में पसंद किया जा रहा हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच का ही परिणाम हैं कि किसान गाय के गोबर से भी पैसा कमा सकेगा।

गाय पालन करने वालों को ऐसे होगा मुनाफा

इस प्लांट के जरिए गाय पालन करने वालों को भी मुनाफा होगा, जो गोबर वेस्ट हो जाता था अब गाय पालक उससे भी पैसे कमा सकते हैं। प्रति किलो गाय के गोबर की कीमत 5 रुपये बताई जा रही है और गाय प्रति दिन 10 किलो तक गोबर करती है। ऐसे में एक गाय से 50 रुपए की अतिरिक्त कमाई। जिस घर में जितना गौवंश है उस घर में उतनी ही ज्यादा कमाई होगी। इसका मतलब गोबर से गोपालक प्रतिदिन अतिरिक्त कमाई कर सकेंगे। एक माह में प्लांट से करीब 1 लाख कागज के बैग बनाए जा सकते हैं। इस प्लांट को लगाए जाने में भारत सरकार की तरफ से लोन मुहैया करवाया जा रहा है। इसके अलावा गोबर से कागज बनाने की तकनीक के प्रचलित होने से पर्यावरण की भी सुरक्षा होगी। क्योंकि फिलहाल कागज बनाने के लिए पेड़ पौधे तथा वनस्पतियों का प्रयोग किया जाता है। लेकिन जब बड़े पैमाने पर गोबर से कागज बनाया जाएगा तो इससे पेड़ पौधों की सुरक्षा बढ़ेगी।

गाय के गोबर से कागज बनाने की योजना की ऑनलाइन जानकारी

लघु, सूक्ष्म और मध्यम उद्योग मंत्रालय सैकड़ों योजनाओं के माध्यम से लोन व सब्सिडी उपलब्ध कराता है। सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए आप एमएसएमई की ऑफिसियल वेबसाइट https://msme.gov.in/hi पर लॉगिन कर सकते हैं।

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