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Zee Business हिंदी 20 घंटे पहले ज़ीबिज़ वेब टीम

कम जोखिम में ज्यादा फायदा पाने का आसान तरीका है ऑप्शन ट्रेडिंग से निवेश, ले सकते हैं बीमा

यूटिलिटी डेस्क. हेजिंग की सुविधा पाते हुए अगर आप मार्केट में इनवेस्टमेंट करना चाहते हैं तो फ्यूचर ट्रेडिंग के मुकाबले ऑप्शन ट्रेडिंग सही चुनाव होगा। ऑप्शन में ट्रेड करने पर आपको शेयर का पूरा मूल्य दिए बिना शेयर के मूल्य से लाभ उठाने का मौका मिलता है। ऑप्शन में ट्रेड करने पर आप पूर्ण रूप से शेयर खरीदने के लिए आवश्यक पैसों की तुलना में बेहद कम पैसों से स्टॉक के शेयर पर सीमित नियंत्रण पा सकते हैं।

शेयर खरीदने के नियम | Share Kharidne Ke Niyam

शेयर खरीदने के नियम क्या हैं? यह सवाल हर उस व्यक्ति के मन में जरुर से आता है जो की पहली बार शेयर मार्किट में कदम रख रहा होता हैं। शेयर बाज़ार में कौन से कंपनी के शेयर खरीदें, कब खरीदें, कैसे खरीदें, और किस भाव पर खरीदें, यह कुछ ऐसे सवाल हैं जिसका जवाब हर नए और पुराने निवेशक को पता होना आवश्यक है।

पिछले 5-8 सालों में शेयर खरीदने के नियम बहुत ही आसान हो गए हैं। आज के समय में आप घर बैठे अपने कंप्यूटर या मोबाइल से ही ऑनलाइन शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं।

तो चलिए जानते हैं कुछ बहुत ही जरुरी शेयर खरीदने के नियम (Share Kharidne Ke Niyam) के बारे में जोकि आपको शेयर मार्किट में बेहतर करने में सहायता कर सकते हैं।

चलिए शुरू करते हैं।

यह भी पढ़े – शेयर बाजार के नियम

शेयर खरीदने के नियम (Share Kharidne Ke Niyam)

शेयर खरीदने के नियम | Share Kharidne Ke Niyam

शेयर बाज़ार में किसी भी कंपनी के शेयर को खरीदने के लिए कुछ सिद्ध हो चुके नियम हैं जिसका पालन कर आप अपने निवेश जर्नी को और भी फायदेमंद बना सकते हैं। तो चलिए शेयर खरीदने के नियम के बारे में विस्तार से जानते हैं –

1. अपने फाइनेंशियल उद्देश्यों को ध्यान में रखें

शेयर खरीदने के नियमों में सबसे पहला नियम यह है कि शेयर खरीदने से पहले हमें अपने उद्देश्यों को ध्यान में रखना चाहिए। अर्थात सबसे पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप लंबी अवधि का निवेश करना चाहते हैं या छोटी अवधि का।

शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स इंट्राडे ट्रेडिंग या स्विंग ट्रेडिंग चुनते हैं। दूसरी ओर, लंबी अवधि के निवेशक डिलीवरी ट्रेडिंग या पोजिशनल ट्रेडिंग का विकल्प चुन सकते हैं।

अगर आप छोटी अवधि के माध्यम से रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं तो आप निवेश के अन्य माध्यमों पर विचार कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपके पास लंबी अवधि का निवेश प्लान है, तो इक्विटी में निवेश करने से आपको शानदार रिटर्न मिल सकता है।

लंबी अवधि में, निवेशक किसी कंपनी के शेयर सस्ते होने पर खरीदते हैं, और जब उन्हें लगता है कि शेयर की कीमत पर्याप्त रूप से बढ़ गई है, तो वे शेयरों को अधिक कीमत पर बेचना शुरू कर देते हैं। इस तरह की ट्रेडिंग में रिस्क कम होता है।

इसके विपरीत, अल्पकालिक व्यापार में इंट्राडे ट्रेडिंग शामिल होती है। इसमें अगर सही स्टॉक की पहचान की जाए तो रोजाना शेयर बाजार में पैसा लगाकर मुनाफा कमाया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि इसमें जोखिम भी बहुत है।

इसलिए, शेयर बाजार को शॉर्ट टर्म मनी मेकिंग टूल के रूप में सोचने के बजाय, इसे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट ऑप्शन के रूप में देखें। लंबी अवधि के रिटर्न को ध्यान में रखते हुए शेयर खरीदें, क्योंकि शेयर बाजार में लंबी अवधि के निवेश अन्य निवेश खंडों की तुलना में बेहतर रिटर्न देते हैं।

2. मौलिक और तकनीकी विश्लेषण करें

यह भी शेयर खरीदने के बहुत ही महत्वपूर्ण नियमों में से एक है। बिना उचित शोध या विश्लेषण के शेयर बाजार में धड़ल्ले से स्टॉक खरीदना अपने पैरो पर कुलहाड़ी मारने जैसा है।

शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि शेयर बाजार कैसे काम करता है। किसी कंपनी विशेष के शेयर खरीदते समय, कंपनी के पिछले प्रदर्शन के साथ-साथ भविष्य की संभावनाओं पर कुछ शोध करना आवश्यक होता है।

इसी तरह शेयर खरीदने से पहले बाजार का रुख देख लें और जानें कि पहले शेयर बाजार कैसा था और अब कैसा चल रहा है। इसके आधार पर ही शेयर खरीदें।

आप शेयर बाजार में मौलिक और तकनीकी विश्लेषण कर सकते हैं। यदि आप किसी स्टॉक का मौलिक विश्लेषण करना चाहते हैं, तो आपको कंपनी के वित्तीय वक्तव्यों को देखना होगा। अंततः, यह आपको कंपनी के स्वास्थ्य और विकास क्षमता के बारे में बताता है।

बैलेंस शीट, प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट, ऑपरेटिंग मार्जिन, प्रति शेयर कमाई और अन्य जानकारी को समझने से आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि कंपनी कैसा प्रदर्शन कर रही है।

इसके अलावा, तकनीकी विश्लेषण का मूल उद्देश्य स्टॉक के भविष्य और पिछले मूल्य आंदोलनों के बारे में पता लगाना है। दूसरे शब्दों में, तकनीकी विश्लेषण का अर्थ शेयर बाजार चार्ट और शेयर बाजार संकेतकों का उपयोग करके मूल्य और मात्रा के पिछले रुझानों को देखकर शेयर की कीमत के बारे में सही भविष्यवाणी करना है।

यहां आप मूविंग एवरेज, कैंडलस्टिक चार्ट, बोलिंगर बैंड, इचिमोकू चार्ट और कई अन्य चार्ट और संकेतक का उपयोग कर सकते हैं। इसलिए, इंडिकेटर और ऑसिलेटर का उपयोग करें जो मूल्य गति का समर्थन करते हैं ताकि आपको खरीदारी का निर्णय लेने में मदद मिल सके।

3. सही कीमत पर शेयर खरीदें

आपके द्वारा वहन की जा सकने वाली कीमत पर स्टॉक खरीदना बहुत महत्वपूर्ण है। हो सकता है कि आप एक ऐसे स्टॉक मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ की तलाश कर रहे हों जो बहुत लोकप्रिय हो और जिसे अन्य लोग खरीद रहे हों। लेकिन इसके लिए आपको यह भी देखना होगा कि अपने बजट के अनुसार ही शेयर खरीदें और जो आपको बेहतर रिटर्न दे सके।

जो स्टॉक आपके बजट में फिट न हो उसे छोड़ दें। सही समय का इंतजार करें और ऐसा स्टॉक चुनें जो आपके बजट के अनुकूल हो और आपको मुनाफा भी दे। इसके अलावा जब आपको लगे कि आप अपना शेयर बेचना चाहते हैं और आपको अच्छा रिटर्न मिल रहा है तो आपको शेयर बेच देना चाहिए।

शेयर की कीमत कुछ और बढ़ने का इंतजार करना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन ध्यान रहे कि अगर इसकी कीमत गिरती है तो आपको नुकसान भी हो सकता है। इसलिए हमेशा सही समय पर शेयर खरीदें और सही समय पर बेचें।

4. एक ही बार में पूरी राशी निवेश न करें

शेयर बाजार में शेयर की कीमतों में रोजाना उतार-चढ़ाव होता है। यदि आपने एक ही दिन में सारा पैसा निवेश कर दिया है, तो आप खरीद मूल्य से औसत पैसा नहीं बना पाएंगे।

अगर आप धीरे-धीरे शेयर खरीदते हैं तो आप अलग-अलग कीमतों पर किसी कंपनी के शेयर खरीद पाएंगे। इसमें लाभ की संभावना अधिक है।

आप चाहें तो इसके लिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) का रास्ता चुन सकते हैं। जिसमें आपको एक निश्चित अंतराल पर निवेश करना होता है। इस तरह के निवेश में जोखिम कम होता है और रिटर्न भी अच्छा मिलता है।

5. सेबी के नियमों का पालन करें

शेयर बाजार की नियामक संस्था (सेबी) ने 1 सितंबर 2020 से शेयरों की खरीद-बिक्री के नियमों में भारी बदलाव किया है। एक तरफ जहां इन नियमों से निवेशकों की सुरक्षा बढ़ी है, वहीं दूसरी तरफ इससे शेयर खरीदना थोड़ा मुश्किल हो गया है।

जैसा कि आप जानते हैं कि “कार्वी ऑनलाइन” ने निवेशकों के पैसे का घोटाला किया था। उसके बाद सेबी ने नियम बनाने के लिए कड़े कदम उठाए। ऐसे में अगर आप शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपको शेयर खरीदने के नियम पता होने चाहिए।

आप जानते हैं कि निवेशक अपने ब्रोकर से पावर ऑफ अटॉर्नी लेते थे। यहां ब्रोकर उनके शेयरों से मनमानी करता था और निवेशकों की सहमति के बिना शेयरों का इस्तेमाल करता था। लेकिन अब सेबी के नए शेयर आपके डीमैट अकाउंट में ही रहेंगे और क्लियरिंग हाउस वहीं गिरवी रख देगा। इस तरह आपके शेयर ब्रोकर के खाते में नहीं जाएंगे।

इसके अलावा शेयरों को कैश में खरीदने और बेचने पर भी अपफ्रंट मार्जिन देना होगा। क्लाइंट से मार्जिन नहीं लेने पर ब्रोकरों पर जुर्माना लगाया जाएगा। 1 लाख रुपये से अधिक की कमी पर 1% पेनल्टी लगेगी और मार्जिन प्लेज/री-प्लेज सिस्टम भी लागू किया गया है।

अंतिम शब्द

तो दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने शेयर खरीदने के नियम (Share Kharidne Ke Niyam), के बारे में विस्तार से जाना हैं। मैं आशा करता हूँ की आप सभी को हमारा यह आर्टिकल जरुर से पसंद आया होगा।

अब यदि आपको यह लेख पसंद आया हैं और इससे कुछ भी नया सिखने को मिला हो तो इसे अपने सभी दोस्तों के साथ भी जरुर से शेयर करें।

आर्टिकल को अंत तक पढने के लिए आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद!

सुधांशु HindiQueries के संस्थापक और सह-संस्थापक हैं। वह पेशे से एक वेब मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ डिज़ाइनर हैं और साथ ही एक उत्साही ब्लॉगर भी हैं जो हमेशा ही आपको सरल शब्दों में बेहतर जानकारी प्रदान करने के प्रयास में रहते हैं।

Budget 2023: फाइनेंशियल मार्केट एक्सपर्ट्स की FM के साथ बैठक, बैन की गई कमोडिटी में ट्रेडिंग शुरू करने की मांग

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Zee Business हिंदी 20 घंटे पहले ज़ीबिज़ वेब टीम

Pre Budget 2023: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) प्री-बजट मीटिंग में आज फाइनेंशियल मार्केट एक्सपर्ट्स के साथ बैठक की. प्री-बजट मीटिंग में ट्रेडिंग बैन की गई कमोडिटी को वापस शुरू करने की मांग वित्त मंत्री की सामने रखी गई. इसके साथ ही कमोडिटीज ट्रांजैक्शन टैक्स (Commodities Transaction Tax) घटाने की मांग की गई. सीटीटी (CTT) ₹1000 से घटाकर ₹500 प्रति टन करने की मांग की है.

बता दें कि वित्त मंत्री के साथ प्री-बजट मीटिंग की शुरुआत हुई. पहले दिन इन्फ्रास्ट्रक्चर और क्लाइमेट चेंज से जुड़े स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक हुई. इस बैठक में वित्त मंत्री के साथ सीनियर अधिकारी भी मौजूद रहे.

GST रेशनलाइजेशन, बैंक कर्ज सुगम बनाने की मांग

इंफ्रास्ट्रक्चर इंडस्ट्री ने बजट से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ सोमवार को बैठक में जीएसटी (GST) को रेशनलाइजेशन बनाने, बैंक से कर्ज को सुगम बनाने और सार्वजनिक व्यय बढ़ाने की मांग की. उद्योग संगठन सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने 5जी नेटवर्क (5G Network) और सर्विसेज के क्रियान्वयन के बीच वित्त मंत्री के समक्ष प्रस्तुत अपने प्रतिवेदन में टेलीकॉम सेक्टर में चार्ज और टैक्स में कटौती की भी मांग की.

⚡️#BreakingNews:

🔸फाइनेंशियल मार्केट एक्सपर्ट्स की FM के साथ बैठक

🔸बैन की गई कमोडिटी में ट्रेडिंग शुरू करने की मांग

🔸कमोडिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स घटाने की मांग

🔸CTT ₹1000 से घटाकर ₹500/Cr करने की मांग pic.twitter.com/fF5Dy37rdD

— Zee Business (@ZeeBusiness) November 22, 2022

इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए ऑटो इंडस्ट्री ने की ये मांग

बैठक में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने देश को इलेक्ट्रिक व्हीकल (Electric Vehicles) के विनिर्माण का आधार बनाने के लिए दीर्घकालीन नीतियों के रूप में सरकार से समर्थन की मांग की. उद्योग ने इलेक्ट्रिक व्हीकल (EVs) कंपनियों के कर्मचारियों के लिए कौशल विकास को लेकर समर्थन की भी वकालत की.

यह मोदी 2.0 सरकार और सीतारमण का पांचवां बजट होगा और अप्रैल-मई 2024 में होने वाले आम चुनाव से पहले आखिरी पूर्ण बजट होगा.

घर बैठे फ्री ऑनलाइन ट्रेडिंग टूर्नामेंट अब है मुमकिन! जानें कैसे?

अगर आप भी ऑनलाइन ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं या एडिशनल कमाई का जरिया ढूंढ रहे हैं, तो इसके बारे में पूरी जानकारी लेना बहुत जरुरी है. ट्रेडिंग के लिए एक ऐसे प्लेटफॉर्म को चुनना जरुरी है जो न केवल आपको सुरक्षा का मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ भरोसा दे, बल्कि आपको ट्रेड करने के लिए सही जानकारी और टूल देने के साथ-साथ प्रैक्टिस भी करवाए.

Binomo

aajtak.in

  • 16 मार्च 2021,
  • (अपडेटेड 17 मार्च 2021, 3:07 PM IST)

लाइफ में अच्छी नौकरी और बैंक बैलेंस हर कोई चाहता है इसलिए अपनी लाइफ सिक्योर करने के लिए लोग सेविंग्स भी करते हैं. बैंक बाजार एस्पिरेशन इंडेक्स 2019 के मुताबिक 24 से 27 साल के बीच के ज्यादातर फीसदी नौजवान अपनी इनकम का 40 फीसदी बचा लेते हैं. लेकिन क्या बचत करना ही काफी है? हम में से कई लोग इस बात को नहीं समझ पाते कि सिर्फ बचत करना ही काफी नहीं है. बल्कि बचत को सही तरह से निवेश करना भी जरूरी है.

निवेश करना क्यों है जरुरी?

बचत की रकम को बढ़ाने के लिए निवेश करना जरूरी है. फंड का अपनी सूझबूझ से सही जगह निवेश करना कई बार फायदेमंद भी हो सकता है, लेकिन ये फायदे बाज़ार जोखिमों के आधीन होते है. साथ ही फिजूल खर्च से बचने के लिए अपनी सूझबूझ से सही जगह निवेश युवाओं के लिए एक बेहतर विकल्प है जो एडिशनल इनकम का नया जरिया बन चुका है.

निवेश करने के तरीके

‘सेविंग अकाउंट’ या ‘फिक्स्ड डिपॉज़िट’: बैंक के ‘सेविंग अकाउंट’ या ‘फिक्स्ड डिपॉज़िट’ कम समय के लिए अच्छा निवेश माना जाता है. इनमें आपको कम समय में ही आपके पैसे के साथ ब्याज भी मिल जाता है. इसमें निवेश करने के दौरान आपको बैंक के द्वारा 100 % सुरक्षा दी जाती है.

रियल एस्टेट में निवेश: मार्केट में निवेश के कई सारे विकल्प मौजूद हैं लेकिन रियल एस्टेट यानी प्रॉपर्टी में निवेश करना लोगों की पहली पसंद होती है. आमतौर पर लोग घर और निवेश के लिए ली गयी प्रॉपर्टी में अंतर नहीं कर पाते. हालाँकि दोनों की जरूरतें और प्राथमिकताएं अलग- अलग होती है. इसलिए प्रॉपर्टी में निवेश करने से पहले इन चीज़ों पर ध्यान देना बहुत जरुरी है.

गोल्ड में निवेश: गोल्ड को भारतीय संस्कृति का हिस्सा माना जाता है साथ ही निवेश करने का एक सुरक्षित माध्यम भी. गोल्ड में निवेश करने वालों के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स और गोल्ड ईटीएफ जैसे माध्यम भी हैं, जो अतिरिक्त आय और सुरक्षित धन के रूप में काम आता हैं. यही कारण है कि फिजिकल गोल्ड के साथ लोग अब लिक्विड गोल्ड में भी निवेश करने लगे हैं.

ऑनलाइन ट्रेडिंग में निवेश

ट्रेडिंग किसी भी सामान या सेवाओं को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है, साथ ही किसी विशेष परिसंपत्तियों की कीमत पर पूर्वानुमान लगाने के लिए उसके ग्राफ का विश्लेषण करना भी ट्रेडिंग का एक हिस्सा है. ये मुख्य रूप से अतिरिक्त आय और लाभ कमाने की आशा से की जाती है. लेकिन क्‍या आपकी कंपनी को अच्‍छा करेगी, शेयर के दाम ऊपर जाएंगे और क्‍या आपको फायदा होगा? इन सभी बातों को ध्यान में रखना भी बहुत जरूरी है. अगर अपनी समझदारी और सतर्कता से निवेश न किया जाये तो ये घाटे का सौदा भी हो सकता है.

अगर मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ आप भी ऑनलाइन ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं या एडिशनल कमाई का जरिया ढूंढ रहे हैं तो इसके बारे में पूरी जानकारी लेना बहुत जरुरी है. ट्रेडिंग के लिए एक ऐसे प्लेटफॉर्म को चुनना मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ जरुरी है, जो न केवल आपको सुरक्षा का भरोसा दे बल्कि आपको ट्रेड करने के लिए सही जानकारी, टूल और प्रैक्टिस भी करवाए. ऐसे में Binomo आपके लिए एक अलग और बेहतर प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है. जो कुछ परिसंपत्तियों पर डील्स खोलने और इसकी कीमत पर एक पूर्वानुमान लगाने का अवसर देता है, चाहे वह ऊपर या नीचे जाए.

घर बैठे ट्रेडिंग अब है सुविधाजनक

अगर आप अपनी सूझभूझ से काम लें तो Binomo ट्रेडिंग के लिए एक सुविधाजनक और यूज़र फ्रेंडली प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है. लेकिन ऑनलाइन ट्रेडिंग करना कोई बच्चों का खेल नहीं है यहाँ बड़े- बड़े अनुभवी ट्रेडर्स भी मात खा जाते हैं. इसलिए ट्रेडिंग की शुरुआत करने से पहले इसकी हर बारीकी को समझना बहुत जरूरी है ताकि आने वाले जोखिमों से कुछ हद तक बचा जा सके. ऐसे में Binomo ऑनलाइन ट्रेडिंग के क्षेत्र में यूजर्स को ट्रेनिंग देने पर फोकस करता है और दूसरी तरफ ऑनलाइन ट्रेडिंग में अनुभवी ट्रेडर्स को इस क्षेत्र मेंविशेषज्ञ बनने में मदद करता है.

इसके अलावा डेमो अकाउंट में Binomo ट्रेडिंग ऐप आपको $1000 के साथ शुरू करने का अवसर देता है. डेमो अकाउंट पर $1000 वर्चुअल होता है, जो निकालना मुमकिन नहीं है. लेकिन ट्रेड्स में नुकसान होने पर ये वर्चुअल अमाउंट वापस हो जाता है. ये केवल प्रैक्टिस के उद्देश्य के लिए है, जिसकी मदद से आप अपनी ट्रेडिंग स्किल्‍स को बेहतर और तेज कर सकते हैं.

सिर्फ कुछ स्टेप्स में घर से शुरू करें ट्रेडिंग

Binomo.com की वेबसाइट पर जाकर ग्राहकों को रजिस्टर करने के बाद रियल अकाउंट पर ट्रेडिंग करने के लिए डिपॉजिट करने की जरूरत होगी. फंड विथड्रॉ करने की स्थिति में वेरिफिकेशन की जरुरत पड़ती है. 350 रुपये की न्यूनतम रकम के साथ आप अपने अकाउंट को शुरू भी कर सकते हैं, जिसमें ट्रेड की न्यूनतम कीमत 70 रुपये होगी. जबकि ट्रेड्स के नंबर पर कोई पाबंदी नहीं है.

हालाँकि निवेश करना अच्छी बात है लेकिन ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले उससे जुड़े जोखिमों को जानना और समझना बहुत जरुरी है. इसके साथ ही घर की सभी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ही फंड का निवेश करना चाहिए. ट्रेडिंग किसी भी प्लेटफॉर्म पर की जाए इस क्षेत्र में अनुभव और जानकारी होना बहुत जरूरी है. अपनी सूझबूझ से किया गया निवेश आपको समय आने पर फायदा भी दिला सकता है.

Nikhil Kamath उम्र, गर्लफ्रेंड, पत्नी, परिवार, Biography in Hindi

Nikhil Kamath

जब मैं सेवानिवृत्त हुआ तो मेरी कोई योजना नहीं थी; केवल योजना पैसा बनाने की थी। मैं एक ठेठ मध्यम वर्गीय ब्राह्मण परिवार से आता हूं; मेरे सभी चचेरे भाई एमबीए, पीएचडी टाइप के हैं, इसलिए ‘वह अपने जीवन के साथ क्या करने जा रहा है?’ जैसे सवाल करते हैं। उनसे पूछा गया।”

  • पढ़ाई छोड़ने के बाद, निखिल 17 साल की उम्र में 8,000 रुपये के वेतन पर एक कॉल सेंटर में नौकरी पाने में कामयाब रहा। कथित तौर पर, उन्हें एक झूठा जन्म प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना पड़ा क्योंकि उस नौकरी के लिए आवश्यक आयु 18 वर्ष थी।
  • उन्होंने कॉल सेंटर में शाम 4 बजे से 1 बजे तक रात की पाली में काम किया और सुबह स्टॉक ट्रेडिंग शुरू कर दी। इस दौरान वह अपने माता-पिता के घर से निकल गया और अपनी प्रेमिका के साथ रहने लगा। एक साक्षात्कार में, चलने के अपने अनुभव को साझा करते हुए, उसने कहा:

मैंने बहुत कुछ सीखा; जब आप पारिवारिक पारिस्थितिकी तंत्र और रिश्तेदारों के फैसले से दूर हो जाते हैं, तो आप वास्तविक पर पहुंच जाते हैं”।

  • शेयरों का व्यापार करना सीखने के बाद, उन्होंने अपने पिता की बचत का प्रबंधन करना शुरू किया। निखिल ने कॉल सेंटर में अपने मैनेजर को भी मना लिया कि वह उसे अपने पैसे का प्रबंधन करने दे। बदले में मैनेजर ने उसे रोज हाजिर होने के लिए चिन्हित किया और प्रोत्साहन भी दिया।
  • कामथ ने अपने बड़े भाई नितिन के साथ कामथ एसोसिएट्स नामक एक ट्रेडिंग कंपनी शुरू करने के लिए 2004 में उस नौकरी को छोड़ दिया, जो एक अंशकालिक स्टॉकब्रोकर के रूप में भी मैं ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकता हूँ काम करता था।
  • 2010 में, कामथ भाइयों ने ज़ेरोधा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया, जो दो शब्दों ‘ज़ीरो’ और ‘रोधा’ (रोधा बाधा के लिए एक संस्कृत शब्द है) का एक संयोजन है।
  • COVID-19 लॉकडाउन के दौरान ज़ेरोधा भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बन गया, जिसका उपयोगकर्ता आधार हर महीने 100% बढ़ रहा है। ज़ेरोधा की सबसे बड़ी बिक्री रुपये की मामूली फीस है। प्रत्येक इंट्राडे ट्रेड के लिए 20 का शुल्क लिया जाता है, चाहे उसका आकार कुछ भी हो।
  • 2021 तक, ज़ेरोधा प्रति दिन 5 मिलियन से अधिक ऑर्डर (1 बिलियन डॉलर से अधिक मूल्य) की सुविधा प्रदान करता है, जो भारत की दैनिक पूंजी मात्रा का लगभग 15% है।
  • निखिल और उनके भाई ने 2014 में 50 करोड़ रुपये की पूंजी के साथ हेज फंड रेनमैटर की स्थापना की। हेज फंड का उद्देश्य प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप को वित्त देना था। उन्होंने एक नीति बनाई कि उनके द्वारा किया गया प्रत्येक निवेश $ 1 मिलियन से कम होना चाहिए। जिन कुछ निवेशों ने भुगतान किया है उनमें डिजीओ, लर्नएप, फिनसेप्शन, स्मॉलकेस, सेंसिबुल और क्विको शामिल हैं।
  • 2019 में, ज़ेरोधा टीम ने ट्रू बीकन नामक एक और परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी शुरू की। कंपनी वैकल्पिक निवेश कोष (आईडीए) के क्षेत्र में निवेश पर ध्यान केंद्रित करती है। $ 2 मिलियन म्यूचुअल फंड ने अस्थिर बाजारों में निवेश करके अपने पहले वर्ष में 40% रिटर्न उत्पन्न किया।
  • ज़ेरोधा ने एक म्यूचुअल फंड-आधारित एएमसी शुरू करने की भी योजना बनाई है और 2020 में इसके लाइसेंस के लिए आवेदन किया है।
  • मीडिया से बातचीत में, स्कूल छोड़ने से लेकर एक सफल व्यवसायी बनने तक के अपने सफर के बारे में बात करते हुए, निखिल ने कहा:

जो काम नहीं आया उसके बारे में नाराज होने के बजाय मैं आगे बढ़ता रहा। 14 साल का स्कूल ड्रॉपआउट होने से लेकर कॉल सेंटर में काम करने तक, ज़ेरोधा से लेकर ट्रू बीकन तक, मैंने उन 2-3 चीज़ों की खोज की है जिनमें मैं अच्छा हूँ और उनसे जुड़ा हुआ हूँ। और एक अरबपति बनने से यह नहीं बदलता है: मैं अभी भी वह आदमी हूं जो दिन का 85% काम करता है और ‘क्या होगा अगर वे इसे मुझसे लेते हैं?’ की असुरक्षा के साथ रहते हैं। तो मेरी एक ही सलाह होगी कि इन बातों की चिंता न करें – 5 साल बाद जिन चीजों की आप चिंता करते हैं, वे अब कोई मायने नहीं रखती हैं, तो आप आज जो करना है वह क्यों नहीं करते और ‘मूर्खतापूर्ण विश्वास’ रखते हैं कि सब कुछ हो जाएगा ठीक है? सब कुछ ठीक हो जाता है…किसी तरह?

  • 2020 में, निखिल 34 साल की उम्र में भारत के सबसे कम उम्र के अरबपतियों में से एक बन गए।
  • अपने भाई के साथ अपने रिश्ते के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा:

मेरे भाई और मेरे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं, हम दोस्त की तरह अधिक हैं। हालांकि, वह 10 साल के बच्चे की तरह ही प्रतिस्पर्धी है, लेकिन अच्छे तरीके से।”

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