Share market क्या होता है

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बुल मार्केट: बुल मार्केट वह स्थिति है जिसमें वित्तीय बाजार बढ़ रहा है या फिर निकट भविष्य में ऐसा होने की उम्मीद है। 'बुल' वास्तविक दुनिया के बैल से लिया गया है, जो आमतौर पर ऊपर की दिशा में हमला करता है। यह या तो बेसलाइन पर शुरू होता है (आर्थिक गतिविधि की शुरुआत के दौरान) या फिर चक्र के नीचे। बाजार मजबूत होने पर बुल मार्केट सामने आता है और आगे की संभावनाएं बहुत ही आकर्षक होती हैं। यह निवेशकों के विश्वास को मजबूत करता है, जिसमें अधिक लोग खरीदना चाहते हैं और कम लोग बेचना चाहते हैं।
शेयर क्या होता है? – What is Share?
अक्सर अखबारों या न्यूज़पेपर में आपने शेयर के बारे में तो जरूर पढ़ा सुना होगा? जब यह न्यूज़ पेपर अखबार में शेयर लिखा हुआ देखते हैं तो हमारे जेहन में एक Share market क्या होता है बात तो जरूर आती है कि यह शेयर मार्केट से संबंधित है. लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि शेयर क्या होता है? What is Share in Hindi कोई भी कंपनी शेयर कब जारी करती है? किसी भी कंपनी को शेयर जारी करके क्या लाभ मिलता है? ऐसे ही कुछ सवाल है, जो शायद आपके जहन में भी आया होगा. आज के हमारे इस लेख में हम आप लोगों को इस बारे में जानकारी देने वाले हैं कि शेयर क्या होता है? What is Share in Hindi
शेयर क्या होता है? – What is Share in Hindi
शेयर (Share) का अर्थ बांटना या हिस्सेदारी होती है. जब भी आप शेयर बाजार से किसी कंपनी के शेयर खरीदे हैं, तो इसका अर्थ यह होता है कि आप उस कंपनी में आंशिक रूप से अपनी हिस्सेदारी खरीदते हैं. यानी कि आप उस कंपनी के हिस्सेदारी में हिस्सा खरीदते हैं. जब आप उस कंपनी का शेयर खरीदते हैं तो आप उस कंपनी के हिस्सेदार (Share Holder) या इक्विटी होल्डर (Equity Holder) बन जाते हैं. स्टॉक एक्सचेंज में आपके द्वारा खरीदी गई शेयर या हिस्सेदारी को इक्विटी या स्क्रिप्ट भी कहा जाता है.
किसी भी कंपनी के द्वारा जारी किए गए शेयर, 2 तारीख को से खरीद-फरोख्त की जाती है:-
- पहला कंपनी इसके लिए आईपीओ (Initial Share market क्या होता है Public Offering) जारी करती है. आईपीओ के जरिए ही कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर को शेयर बाजार में उतारती है. जिससे कि पब्लिक इन शेयरों को खरीद सके.
- दूसरा तरीका यह है कि जो कंपनी स्टॉक एक्सचेंज (Stock Exchange) पर लिस्टेड है उनके शेयर की खरीद बिक्री की जा सके. यहां दो तरीके हैं जिसकी सहायता से कोई भी शेयर होल्डर अपने द्वारा खरीदे गए शेयर की खरीदारी एवं बिक्री करता है.
निवेशक आईपीओ या फिर सीधे स्टॉक एक्सचेंज से शेयर की खरीद फरोख्त करता है. कोई भी निवेशक ब्रोकर के माध्यम से स्टॉक एक्सचेंज से अपने लिए शेयर खरीदता है. What is Share in Hindi
कोई भी कंपनी शेयर क्यों जारी करती है? – Why Companies issue Share?
हर कंपनी यह चाहती है कि, आप अपने बिजनेस को आगे बढ़ा है. कंपनी को अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए काफी पैसों की आवश्यकता होती है. बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए काफी ज्यादा पूंजी की जरूरत होती है. ऐसे में कंपनियां आम जनता से पैसे उठाने के लिए शेयर (Share) जारी करती है. कंपनी अपना बिजनेस का विस्तार करने के लिए कॉर्पोरेट ढांचा तैयार करती है. इसके लिए स्टॉक एक्सचेंज में आईपीओ के जरिए अपने शेयर पब्लिक के लिए लाती है. जिससे कि निवेशक बड़ी तादाद में उन शेयरों पर अपनी हिस्सेदारी खरीदते हैं. कोई भी कंपनी IPO के जरिए अपने शेयर को स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध करवाती है. निवेशक के लिए किसी भी सूचीबद्ध कंपनी के शेयर को खरीदने में आसानी होती है. कंपनी द्वारा घोषित किए गए डिविडेंड, बोनस शेयर और राइट शेयर पर निवेशकों का भी अधिकार होता है.
स्टॉक मार्केट में शेयर कितने प्रकार के होते हैं? – Type of Share in Stock Market
स्टॉक मार्केट में दो प्रकार के शेयर होते हैं:-
- इक्विटी शेयर (Equity Share)
- प्रेफरेंस शेयर (Preference Share)
हम नीचे इस बारे में जानेंगे कि इक्विटी शेयर और प्रेफरेंस शेयर क्या होते हैं?
Equity Share ( इक्विटी शेयर) क्या होता है?
इक्विटी शेयर किसी भी शेयर होल्डर वा निवेशक होता है, जो प्राइमरी मार्केट (Primary Market) और सेकेंडरी मार्केट (Secondary Market) से शेयर खरीद और बेच सकते हैं. What is Share in Hindi
आइए तब निकल लाभ और नुकसान से जुड़े रहते हैं. इक्विटी शेयर धारक की इक्विटी शेयर होल्डर होता है जो किसी भी कंपनी का इक्विटी शेयर होल्डर शेयर की संख्या के अनुपात में कंपनी पर मालिकाना अधिकार रखता है. उसको कंपनी के मामलों में वोटिंग का अधिकार भी होता है. जब हम शेयरों की बात करते हैं तो हमारे दिमाग में इक्विटी शेयर भी आते हैं. इन शेयरों पर लाभांश की कोई गारंटी नहीं होती है.
कंपनी सभी लेनदार ओ और प्रेफरेंस शेयर होल्डर का बकाया चुकाने के बाद ही इक्विटी शेयर पर लाभांश देती है. कंपनी का नुकसान होने पर शेयर होल्डर को कम कीमत या कुछ भी लाभांश नहीं मिलता है, और इसके विपरीत कंपनी को लाभ होने की स्थिति में सबसे अधिक लाभ इन्हीं शेयरधारकों को मिलता है.
Preference Share ( प्रेफरेंस शेयर) क्या होता है?
यह दूसरी तरह की शेयर होती है, इसमें धारकों को इक्विटी शेयर होल्डर की तरह वोटिंग करने का अधिकार नहीं होता है. इन शेयरों की कीमत इक्विटी शेयर की मौजूदा कीमत से कम होती है. इन शेयरों पर लाभांश की दर तय होती है. किसी भी कारणवश अगर कंपनी बंद हो जाती है तो पहला अधिकार प्रेफरेंस शेयर धारकों को दिया जाता है, और इन्हें इक्विटी शेयर धारकों से पहले लाभांश और मूलधन का भुगतान किया जाता है. शेयर होल्डर को अपना पहला लाभांश लाभांश के दर से मिलता है. इसमें चाहे कंपनी लाभ में हो या नुकसान.
शेयर मार्केट में निवेश करने से होने वाले लाभ
शेयर में निवेश करने से कई तरह से लाभ हो सकता है जिसे हमने सूचीबद्ध कर के नीचे बताया है
- डिविडेंड का लाभ :- यदि कंपनी भविष्य में लाभ कम आती है तो वह अपने शेयरधारकों को लाभ का कुछ हिस्सा Share market क्या होता है लाभांश के तौर पर अदा करती है. जिसका लाभ प्रत्येक निवेशक को उसके द्वारा निवेश की गई धनराशि पर दिया जाता है.
- बोनस का लाभ प्राप्त होता है :- कंपनी समय-समय पर अपने निवेशकों को बोनस के रूप में अतिरिक्त शेयर देती है. जिसका लाभ सभी शेयर होल्डर को मिलता है.
- राइट ईशु का लाभ :- कंपनी अपने शेयरधारकों के लिए राइट इश्यू जारी करती है. जिसका लाभ उन के शेयर के अनुपात में हर शेयर होल्डर को दिया जाता है.
- शेयर के मूल्य बढ़ने से होने वाला लाभ :- अगर कोई कंपनी अच्छा परफॉर्मेंस करती है तो उसकी शेयर की कीमतों में भी बढ़ोतरी होती है. जिसके चलते निवेशकों द्वारा निवेश किया गया पैसा भी बढ़ता है. जिससे निवेशक को का मूलधन भी बढ़ जाता है. अच्छी कीमत बढ़ने पर शेयर धारक अपने शेयर अच्छी कीमत पर शेयर बाजार में भी बेच सकते हैं.
मैं इस ब्लॉग का संस्थापक हूं. यहां पर मैं विभिन्न विषयों पर आधारित लेख लिखता हूं. हम यहां सरल शब्दों में आप सभी को जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं.
Share Market
शेयर मार्केट से पैसे कमाने के तरीके
SHARE MARKET – The Way of Making Money in Stock Market
SHARE MARKET के बारे में अच्छी जानकारी होने से आपके पास, पैसो से पैसा बनाने की एक खास स्किल्स आ जाती है,
और आप शेयर बाजार से अपने लिए PASSIVE INCOME भी बना सकते है,
स्टॉक मार्केट में निवेश की शुरुआत कैसे करे
Stock market में निवेश क्यों करे
शेयर Share market क्या होता है बाजार से पैसे कमाने के बहुत सारे तरीके है, जिसमे सबसे प्रमुख है-
- शेयर्स के भाव बढ़ने पर उन्हें बेचकर लाभ कमाना (PROFIT ON SELLING)
- इंट्रा डे ट्रेडिंग (Intra day Trading)
- स्विंग ट्रेडिंग (Share market क्या होता है Swing Trading)
- शोर्ट टर्म ट्रेडिंग (Short Term Trading)
- लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग (Long Term Trading)
- फ्यूचर मार्केट ट्रेडिंग (FUTURE MARKET)
- ऑप्शन मार्केट ट्रेडिंग (OPTION MARKET)
हम यहाँ पे शेयर मार्केट के बारे में Share market क्या होता है बेसिक से एडवांस लेवल तक कि जानकारी आपके सामने लाना चाहते है,
ताकि आप शेयर मार्केट से पैसे कमाने के तरीको को सिख कर, पैसो से पैसा बनाने की कला को सिख सके,
शेयर मार्केट की कुछ बेसिक और जानकारी और शेयर मार्केट से जुड़े हमारे काफी सारे सवालों के जवाब आपको निचे दिए गए लिंक्स के जरिये मिल जायेगा,
शेयर मार्केट के बारे आधारभूत और इस से जुडी सभी तरह की जानकारी के बारे में STEP BY STEP GUIDE हिन्दी में ,
क्या है 'बुल मार्केट' और 'बियर मार्केट'? जानिए शेयर बाजार से क्या है इसका संबंध
यदि आपने हर्षद मेहता के जीवन पर आधारित लोकप्रिय वेब सीरीज देखी है, तो आपको याद होगा कि उसमें 'मंदोड़िया' (बियर) और 'तेजड़िया' (बुल) के बारे में बताया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि बुल और बियर मार्केट, मार्केट एक्विटी का आधार हैं। ये निवेशकों और व्यापारियों को प्रचलित प्रवृत्ति के अनुसार अपना स्थान लेने में मदद करते हैं।
पर ये क्या हैं? आइए फिनोलॉजी के मुक्य कार्यकारी अधिकारी प्रांजल कामरा द्वारा जानते हैं इसके बारे में।
बिजनेस साइकल (व्यापार चक्र) को समझना
कोई भी बाजार कुछ आर्थिक सिद्धांतों के आधार पर बढ़ता है। इस संदर्भ में सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांतों में से एक 'व्यापार चक्र' है, जिसे इकोनॉमिक साइकल या ट्रेड साइकल के रूप में भी जाना जाता है। ये चक्र लहर की तरह के पैटर्न हैं जो दीर्घकालिक विकास की प्रवृत्ति पर बनते हैं। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि बाजार के आगे बढ़ने के साथ-साथ उनमें एक उछाल और गिरावट (मंदी) आती है। संक्षेप में, एक व्यापार चक्र की लंबाई एक उछाल और मंदी से लिया गया समय है।सच कहा जाए, तो बाजार में इस तरह के उछाल और उतार-चढ़ाव काफी हैं और ये तकनीकी मंदी के बिना भी एक दिन, सप्ताह या महीने में हो सकते हैं। दूसरी ओर मंदी, दीर्घकालिक विकास प्रक्षेपवक्र की उपोत्पाद है, जिसकी अर्थव्यवस्था में आमतौर पर कम से कम दो तिमाहियों (प्रत्येक तीन महीने) के लिए गिरावट आती है।
आइए अब जानते हैं कि एक बुल और बियर मार्केट क्या है
- बुल मार्केट: बुल मार्केट वह स्थिति है जिसमें वित्तीय बाजार बढ़ रहा है या फिर निकट भविष्य में ऐसा होने की उम्मीद है। 'बुल' वास्तविक दुनिया के बैल से लिया गया है, जो आमतौर पर ऊपर की दिशा में हमला करता है। यह या तो बेसलाइन पर शुरू होता है (आर्थिक गतिविधि की शुरुआत के दौरान) या फिर चक्र के नीचे। बाजार मजबूत होने पर बुल मार्केट सामने आता है और आगे की संभावनाएं बहुत ही आकर्षक होती हैं। यह निवेशकों के विश्वास को मजबूत करता है, जिसमें अधिक लोग खरीदना चाहते हैं और कम लोग बेचना चाहते हैं।
- बियर मार्केट: बियर मार्केट, बुल मार्केट के बिल्कुल विपरीत है। इस मामले में वित्तीय बाजार स्टॉक की कीमतों में गिरावट के साथ सुधार का अनुभव करता है और निकट अवधि में गिरने की उम्मीद करता है। बहुत कुछ 'बुल' की तरह, बियर मार्केट का 'बियर' भी वास्तविक दुनिया के भालू से लिया गया है, जो आमतौर पर नीचे की दिशा Share market क्या होता है में हिट करता है। जब बाजार में संतृप्ति हो जाती है तो भालू का बाजार बढ़ जाता है क्योंकि बाजार संतृप्त हो जाता है (आपूर्ति मांग से अधिक हो जाती है)। यह आम तौर पर बुल-रन की ऊंचाई पर होता है और गर्त बनने तक जारी रहता है।
इस समय, अधिक लोग खरीदने के बजाय स्टॉक बेचने में रुचि रखते हैं और निवेशकों का विश्वास कमजोर है। एक हालिया उदाहरण पिछले साल की महामारी का हो सकता है, जिसमें अधिकांश निवेशक बाजार से बाहर निकलना चाहते थे क्योंकि किसी को नहीं पता था कि महामारी कैसे निकलकर सामने आएगी। आपको बुल और बियर मार्केट की एक मजबूत समझ विकसित करनी चाहिए और दिन, सप्ताह, महीने या वक्त वक्त पर इनके बारे में पढ़ना चाहिए। ऐसा करने का एक अच्छा विचार प्रासंगिक पुस्तकों का अध्ययन करना भी है जो इस तरह की अवधारणाओं में तल्लीन हैं। यदि आप ट्रेडिंग की कला सीखते हैं, तो आप बुल-रन के दौरान अपने रिटर्न को अधिकतम करते हुए एक मंदी के बाजार में भी मुनाफा कमा सकते हैं।
यदि आपने हर्षद मेहता के जीवन पर आधारित लोकप्रिय वेब सीरीज देखी है, तो आपको याद होगा कि उसमें 'मंदोड़िया' (बियर) और 'तेजड़िया' (बुल) के बारे में बताया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि बुल और बियर मार्केट, मार्केट एक्विटी का आधार हैं। ये निवेशकों और व्यापारियों को प्रचलित प्रवृत्ति के अनुसार अपना स्थान लेने में मदद करते हैं।
पर ये क्या हैं? आइए फिनोलॉजी के मुक्य कार्यकारी अधिकारी प्रांजल कामरा द्वारा जानते हैं इसके बारे में।
बिजनेस साइकल (व्यापार चक्र) को समझना
कोई भी बाजार कुछ आर्थिक सिद्धांतों के आधार पर बढ़ता है। इस संदर्भ में सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांतों में से एक 'व्यापार चक्र' है, जिसे इकोनॉमिक साइकल या ट्रेड साइकल के रूप में भी जाना जाता है। ये चक्र लहर की तरह के पैटर्न हैं जो दीर्घकालिक विकास की प्रवृत्ति पर बनते हैं। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि बाजार के आगे बढ़ने के साथ-साथ उनमें एक उछाल और गिरावट (मंदी) आती है। संक्षेप में, एक व्यापार चक्र की लंबाई एक उछाल और मंदी से लिया गया समय है।सच कहा जाए, तो बाजार में इस तरह के उछाल और उतार-चढ़ाव काफी हैं और ये तकनीकी मंदी के बिना भी एक दिन, सप्ताह या महीने में हो सकते हैं। दूसरी ओर मंदी, दीर्घकालिक विकास प्रक्षेपवक्र की उपोत्पाद है, जिसकी अर्थव्यवस्था में आमतौर पर कम से कम दो तिमाहियों (प्रत्येक तीन महीने) के लिए गिरावट आती है।
आइए अब जानते हैं कि एक बुल और बियर मार्केट क्या है
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बुल मार्केट: बुल मार्केट वह स्थिति है जिसमें वित्तीय बाजार बढ़ रहा है या फिर निकट भविष्य में ऐसा होने की उम्मीद है। 'बुल' वास्तविक दुनिया के बैल से लिया गया है, जो आमतौर पर ऊपर की दिशा में हमला करता है। यह या तो बेसलाइन पर शुरू होता है (आर्थिक गतिविधि की शुरुआत के दौरान) या फिर चक्र के नीचे। बाजार मजबूत होने पर बुल मार्केट सामने आता है और आगे की संभावनाएं बहुत ही आकर्षक होती हैं। यह निवेशकों के विश्वास को मजबूत करता है, जिसमें अधिक लोग खरीदना चाहते हैं और कम लोग बेचना चाहते हैं।
इस समय, अधिक लोग खरीदने के बजाय स्टॉक बेचने में रुचि रखते हैं और निवेशकों का विश्वास कमजोर है। एक हालिया Share market क्या होता है उदाहरण पिछले साल की महामारी का हो सकता है, जिसमें अधिकांश निवेशक बाजार से बाहर निकलना चाहते थे क्योंकि किसी को नहीं पता था कि महामारी कैसे निकलकर सामने आएगी। आपको बुल और बियर मार्केट की एक मजबूत समझ विकसित करनी चाहिए और दिन, सप्ताह, महीने या वक्त वक्त पर इनके बारे में पढ़ना चाहिए। ऐसा करने का एक अच्छा विचार प्रासंगिक पुस्तकों का अध्ययन करना भी है जो इस तरह की अवधारणाओं में तल्लीन हैं। यदि आप ट्रेडिंग की कला सीखते हैं, तो आप बुल-रन के दौरान अपने रिटर्न को अधिकतम करते हुए एक मंदी के बाजार में भी मुनाफा कमा सकते हैं।
Share Market क्या है, Share Market से हमें कैसे profit होता है
0 हिन्दी के गुरु जुलाई 21, 2021
what is share market in hindi ।। how to invest in share market in hindi
Share Market क्या है, हम Share Market से कैसे लाभ उठा सकते हैं हम Share Market से अधिकतम पैसा कैसे कमा सकते हैं, इन सभी के बारे में हम पोस्ट में पढ़ेंगे।
What is Share Market
Share Market आसपास की सबसे आशाजनक और आकर्षक financial assets में से एक है। यह earn money, make money, और पैसा जमा (accumulate money) करने का सबसे अच्छा विकल्प है। शेयरों में लंबे समय के Invest के लिए भी यह एक बढ़िया विकल्प है। कई निवेशक(investors) यह नहीं समझते हैं कि शेयर बाजार न केवल पैसा बनाने(make money) का एक तरीका है, बल्कि स्टॉक में लंबी अवधि के निवेश(long-term investments in stock) का भी है। investors को यह भी पता होना चाहिए कि share Market एक ऐसा बाजार है जहां शेयरों का कारोबार होता है और शेयरों की कीमतें शेयरों के संबंध में चलती हैं। share Market में Invest करने से पहले हमें Top Share Market की सूची बना लेनी चाहिए साथ ही इस वर्ष विभिन्न क्षेत्रों की Top company के शेयरों में कितना उछाल आया है। इसकी पुष्टि कर लेनी चाहिए फिर अपने पसंदीदा शेयरों के शेयर की कीमतों की जांच करनी चाहिए और आप पाएंगे कि वे बढ़ गए हैं। share Market में शेयर खरीदने से पहले इस बात का भी ध्यान रखें आप जो भी share या stock खरीदें उसके पहले उनके बारे में अधिक जानने के लिए उसे पढ़ने के लिए समय निकालें।share Market क्या है
यदि आप इस समय इस लेख को पढ़ रहे हैं, तो आप पहले से ही इस Share market क्या होता है प्रश्न और उत्तर भी जानते हैं। share Market एक ऐसा बाजार है जहां लोग अलग-अलग company के share बेचते और खरीदते हैं उसी तरह लोग दूसरी company के शेयर खरीदते और बेचते हैं। share Market में invest करने के लिए सबसे पहले आपको demat account खोलना पड़ता है।दुनिया में ज्यादातर लोग share Market में Invest करने के लिए किसी न किसी तरीके का इस्तेमाल करते हैं। आप जैसे कम जानकार लोगों के लिए, शेयर बाजार में निवेश करना एक मुश्किल मामला है। शेयर बाजार में प्रवेश करने और शेयर बाजार निवेश से अधिक कमाई करने के लिए आपको किसी जानकार व्यक्ति से सलाह लेना चाहिए यह एक महत्वपूर्ण कदम हैं। शेयर बाजार में निवेश कैसे करें शेयर बाजार में निवेश के संदर्भ में समझने की यही मुख्य बात है कि आपको सीखने की जरूरत है और फिर आपको अभ्यास करने की जरूरत है।
Share Market से हमें कैसे profit होता है
share Market से अधिक से अधिक लाभ पाने के लिए हमें इसे सीखने की जरूरत होती है अगर हम share Market को समझे बिना ही किसी भी company में Invest कर देते हैं तो इससे हमें घाटा भी हो सकता है इसलिए अगर share Market से हमें लाभ पाना है तो सबसे पहले हमें शेयर बाजार की study करनी होगी ऐसा करने से हमें उन कंपनियों के बारे में पता चलता है जो कई वर्षों से top में है और कौन सी कंपनी अब नीचे की ओर गिर सकती हैं इसके लिए हमें पूरी जानकारी इकट्ठे करनी होती है तभी हम किसी कंपनी के स्टॉक (stock) को खरीदते हैं घाटा जान पड़ने पर उसे बेच देते हैं लेकिन हमें अधिक से अधिक बेनिफिट पाने के लिए शेयर बाजार में इन्वेस्ट long-term investment करना चाहिए तभी हमें इसका अधिक से अधिक फायदा देखने को मिलेगा साथ ही हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए शेयर मार्केट में हर किसी को फायदा ही हो इसकी फुल guarantee share Market नहीं देती है।और यदि आप सही कदम उठाते हैं तो उच्च रिटर्न की गारंटी है। हम शेयर बाजार में निवेश कैसे करते हैं? शेयर बाजार में निवेश करने के दो तरीके हैं। आप सीधे बाजार में शेयर खरीद और बेच सकते हैं या आप फंड में निवेश कर सकते हैं।
आप share Market में कैसे Invest कर सकते हैं, शेयर बाजार में कोई कैसे Invest करता है
ऐसे कई तरीके हैं जिनसे एक व्यक्तिगत Share market क्या होता है निवेशक(individual investor) equity market में invest कर सकता है। आप share Market में सीधे exchange से शेयर खरीदकर invest कर सकते हैं यह mutual funds के जरिए शेयर खरीद सकते हैं। अगर आप equity market में invest करना चाहते हैं तो आपको किसी एक विकल्प को चुनना होगा। mutual funds पसंदीदा invest वाहनों में से एक है, जो आपको एक व्यवस्थित invest योजना (SIP) के माध्यम से share Market में invest करने की अनुमति देता है। mutual funds में invest करते समय यह एक अच्छा अभ्यास है कि आप जो जोखिम लेने को तैयार हैं, उसके आधार पर अपने funds का चयन करें, जिसे (risk appetite) 'जोखिम लेने की क्षमता' कहा जाता है।
निष्कर्ष
यह पोस्ट सिर्फ संदर्भ और अवसर निर्धारित करने के लिए थी और share Market में कौन से अवसर उपलब्ध हैं इसके बारे में जानकारी देते हैं हमें पूरी जानकारी इकट्ठे करने के बाद ही किसी share को खरीदना और बेचना है और यह भी कि क्यों बेचना है और शेयर क्यों खरीदना है ताकि आपको और अधिक पैसा बनाने,make money, earn money में मददगार हो
शेयर बाजार की सतर्क शुरुआत, सेंसेक्स लाल तो हरे निशान पर खुला निफ्टी
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 31 अंकों के फायदे के साथ 61176 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 2 अंक Share market क्या होता है ऊपर 18162 के स्तर पर। निफ्टी टॉप गेनर में डॉक्टर रेड्डी, मारुति, एलएंडटी थे।
Share Market Open : आज भी शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। हालांकि, पिछले दिनों की तुलना में यह गिरावट मामूली है। मंगलवार को 30 शेयरों पर आधारित बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 18 अंक नीचे 61126 के स्तर पर खुला। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 19 अंक ऊपर 18179 के स्तर पर।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 31 अंकों के फायदे के साथ 61176 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 2 अंक ऊपर 18162 के स्तर पर। निफ्टी टॉप गेनर में डॉक्टर रेड्डी, मारुति, एलएंडटी, एनटीपीसी और बजाज फिनसर्व जैसे स्टॉक्स थे तो टॉप लूजर में आज टीसीएस, जेएसडब्ल्यू स्टील, नेस्ले, पावर ग्रिड और अपोलो हास्पिटल।
सोमवार का हाल
घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट आई। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच बीएसई सेंसेक्स 518 अंक से अधिक के नुकसान में रहा। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 518.64 अंक यानी 0.84 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,144.84 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 604.15 अंक तक नीचे चला गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 147.70 अंक यानी 0.81 प्रतिशत टूटकर 18,159.95 अंक पर बंद हुआ।