कहां है ज्यादा रिस्क और रिटर्न

वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान
उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प
उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प
निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.
यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य कहां है ज्यादा रिस्क और रिटर्न के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.
मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.
कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.
भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान
अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:
स्टॉक्स
स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.
फिक्स्ड डिपॉजिट
जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुनते हैं.
म्यूचुअल फंड
म्यूचुअल फंड, फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किए जाने वाले इन्वेस्टमेंट टूल्स हैं, जो लोगों के पैसे को संग्रह करते हैं और विभिन्न कंपनियों के स्टॉक और बॉन्ड में इन्वेस्ट करते हैं, ताकि रिटर्न मिल सके. आप शुरुआत में छोटी डिपॉजिट राशि से शुरू करके भी अच्छा-खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम
रिटायर हो चुके लोगों के लिए सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम एक लॉन्ग-टर्म सेविंग विकल्प है. यह उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय प्राप्त करना चाहते हैं.
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड
पीपीएफ भारत में एक विश्वसनीय इन्वेस्टमेंट प्लान है. इन्वेस्टमेंट प्रति वर्ष मात्र रु. 500 से शुरू है और इन्वेस्ट किए गए मूलधन, अर्जित ब्याज़ और मेच्योरिटी राशि पर टैक्स से छूट दी जाती है. इसका लॉक-इन पीरियड 15 वर्षों का है, जिसमें विभिन्न पड़ावों पर आंशिक निकासी की अनुमति दी जाती है.
एनपीएस
एनपीएस, लाभदायक सरकार समर्थित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक है, जो पेंशन के विकल्प प्रदान करता है. आपके फंड बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज़, स्टॉक और अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट किए जाते हैं. लॉक-इन अवधि इन्वेस्टर की आयु द्वारा निर्धारित की जाती है, क्योंकि जब तक इन्वेस्टर 60 वर्ष की आयु का नहीं होता, तब तक यह स्कीम मेच्योर नहीं होती है.
रियल एस्टेट
रियल एस्टेट, भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स में से एक है, जिसमें बेहतरीन संभावनाएं हैं. भारत के कई इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से फ्लैट या प्लॉट खरीदना भी सर्वश्रेष्ठ विकल्प में से एक है. क्योंकि प्रॉपर्टी की कहां है ज्यादा रिस्क और रिटर्न दर हर छह महीने में बढ़ सकती है, इसलिए जोखिम कम होता है और रियल एस्टेट एक ऐसे एसेट के रूप में काम करता है, जो लंबे समय में उच्च रिटर्न प्रदान करता है.
गोल्ड बॉन्ड्स
सोवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी सिक्योरिटीज़ हैं, जो सोने के ग्राम में मूल्यांकित किया जाता है. रिज़र्व बैंक, भारत सरकार की ओर से फिज़िकल गोल्ड रखने के विकल्प के रूप में बांड जारी करता है. इन्वेस्टर को कैश में इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है, और मेच्योरिटी पर बॉन्ड को कैश में रिडीम किया जा सकता है.
आरईआईटीएस
आरईआईटी, या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, ऐसी कंपनियां होती हैं, जो कई प्रॉपर्टी सेक्टर में, आय प्रदान करने वाले रियल एस्टेट का मालिक होती हैं या फाइनेंस करती है. इन रियल एस्टेट कंपनियों को आरईआईटी के रूप में पात्रता प्राप्त करने के लिए कई आवश्यकताओं को पूरा करना होता है. अधिकांश आरईआईटी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है, जो इन्वेस्टर को कई लाभ प्रदान करता है.
क्रिप्टो
क्रिप्टोकरेंसी, या क्रिप्टो, करेंसी का एक रूप है, जो डिजिटल या वर्चुअल रूप से मौजूद है और ट्रांज़ैक्शन सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग होता है. क्रिप्टोकरेंसी के पास केंद्र द्वारा जारी होने या विनियमित किए जाने वाला प्राधिकरण नहीं है; बल्कि ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करने और नई यूनिट जारी करने के लिए डिसेंट्रलाइज़्ड सिस्टम का उपयोग किया जाता है.
आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?
अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.
जोखिम उठाने की क्षमता आपके इन्वेस्टमेंट के विकल्पों को किस तरह प्रभावित करती है
अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.
कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.
मध्यम-जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: डेट फंड, बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड, और इंडेक्स फंड इस कैटेगरी में आते हैं.
अधिक जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: अस्थिरता वाले इन्वेस्टमेंट में स्टॉक और इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे विकल्प शामिल हैं.
बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है
- प्रति वर्ष 7.95% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
- समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन
बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.
Best Mutual Fund: कम रिस्क में चाहिए FD से ज्यादा रिटर्न? ये Mutual Fund बरसा सकते हैं पैसा
Bank FD: बैंक में एफडी करवाने पर सालाना करीब 5 फीसदी के आसपास ही रिटर्न मिलता है. वहीं ऐसे कई माध्यम मौजूद हैं, जहां निवेश कर बैंक एफडी से ज्यादा रिटर्न हासिल किया जा सकता है. बाजार में कई ऐसे Mutual Fund मौजूद हैं, जिनमें निवेश कर कम रिस्क में एफडी से ज्यादा रिटर्न हासिल किया जा सकता है.
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Investment Tips: लोग अपनी कमाई का कुछ हिस्सा सेविंग में जरूर लगाना चाहते हैं. हालांकि कई बार लोग कंफ्यूज हो जाते हैं कि आखिर वो कहां पर अपनी कमाई को इंवेस्ट करे. ऐसे में लोग बिना जोखिम के माध्यम चुनते हैं और बैंकों में या तो सेविंग रखते हैं या एफडी/आरडी करवा लेते हैं. हालांकि अगर थोड़ा जोखिम उठाने की क्षमता हो तो कुछ दूसरे माध्यम में निवेश कर एफडी (FD) से भी ज्यादा रिटर्न हासिल किया जा सकता है. वहीं Mutual Funds भी कम रिस्क में अच्छा मुनाफा कमाने का मौका देते हैं.
रिटर्न
बैंक में एफडी करवाने पर सालाना करीब 5 फीसदी के आसपास ही रिटर्न मिलता है. वहीं ऐसे कई माध्यम मौजूद हैं, जहां निवेश कर बैंक एफडी से ज्यादा रिटर्न हासिल किया जा सकता है. बाजार में कई ऐसे Mutual Fund मौजूद हैं, जिनमें निवेश कर कम रिस्क में एफडी से ज्यादा रिटर्न हासिल किया जा सकता है. आइए जानते हैं इनके बारे में.
Nippon India U/ST Duration Gr
इस Mutual Fund ने एफडी से ज्यादा रिटर्न दिया है और तीन साल में इसका रिटर्न 5.78 फीसदी रहा है. यह अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन कैटेगरी से जुड़ा है और यह Moderate Risk फंड है.
Aditya BSL Savings Gr
इस फंड से भी निवेशकों ने बढ़िया रिटर्न हासिल कया है. इस फंड का तीन साल का रिटर्न 5.18 फीसदी रहा है. यह अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन कैटेगरी से जुड़ा है और यह Moderate Risk फंड है.
UTI Ultra Short Term Reg Gr
इस फंड ने भी एफडी के मुकाबले निवेशकों को बढ़िया रिटर्न दिया है. इस फंड का तीन साल का रिटर्न 5.15 फीसदी रहा है. यह अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन कैटेगरी से जुड़ा है और यह Moderate Risk फंड है.
(डिस्कलेमर : किसी भी तरह का निवेश करने से पहले एक्सपर्ट से जानकारी कर लें. जी न्यूज किसी भी तरह के निवेश के लिए आपको सलाह नहीं देता.)
SBI की 5 बेस्ट स्कीम: 10 साल में 9 गुना तक रिटर्न, 5 हजार मंथली जमा करने वालों को मिले 22.5 लाख
SBI म्यूचुअल फंड की कई स्कीम हैं, जो निवेशकों के लिए रिटर्न मशीन साबित हुई हैं. 10 साल के रिटर्न चार्ट को देखते एक मुश्त निवेश करने कहां है ज्यादा रिस्क और रिटर्न वालों को यहां 9 गुना तक रिटर्न मिला है.
SBI म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए रिस्क प्रोफाइल और जरूरत को देखते हुए कई कटेगिरी में स्कीम ऑफर कर रहा है. (reuters)
SBI Best Mutual Fund Scheme: बाजार में कई फंड हाउस हैं, जो म्यूचुअल फंड स्कीम ऑफर कर रहे हैं. इन्हीं में एक SBI म्यूचुअल फंड भी है जो देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की म्यूचुअल फंड आर्म है. SBI म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए उनकी उम्र, रिस्क प्रोफाइल और जरूरत को देखते हुए कई कटेगिरी में स्कीम ऑफर कर रहा है. चाहे लार्जकैप हो मिडकैप, स्मालकैप हो सेक्टोरल फंड, हर कटेगिरी में निवेशकों के लिए विकल्प है. यह देश के सबसे पुराने म्यूचुअल फंड में शामिल हैं, जिनकी कुछ स्कीम 20 साल या इससे भी पुरानी है. SBI म्यूचुअल फंड की कई स्कीम हैं, जो निवेशकों के लिए रिटर्न मशीन साबित हुई हैं. 10 साल के रिटर्न चार्ट को देखते एक मुश्त निवेश करने वालों को यहां 9 गुना तक रिटर्न मिला है. इनमें SIP करने वाले भी मोटा फंड जुटाने में सफल रहे हैं. यहां 10 साल के प्रदर्शन के आधार पर हमने बेस्ट 5 स्कीम की जानकारी दी है.
SBI Small Cap Fund
10 साल का रिटर्न: 25% CAGR
SBI म्यूचुअल फंड की बीते 10 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली स्कीम SBI Small Cap Fund है. इसने 10 साल में 25% CAGR रिटर्न दिया है. यहां 1 लाख का एकमुश्त निवेश 10 साल में 9 लाख हो गया. वहीं जिन्होंने इस दौरान 5000 रुपये की मंथली SIP की, उनके पास 22.5 लाख का फंड हो गया.
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इस स्कीम में कम से कम 5000 रुपये एकमुश्त और कम से कम 500 रुपये की SIP की जा सकती है. 31 जनवरी 2022 तक फंड का कुल एसेट्स 11,288 करोड़ था, जबकि 31 दिसंबर 2021 तक एक्सपेंस रेश्यो 1.73 फीसदी था.
SBI Tech Opportunities Fund
10 साल का रिटर्न: 20% CAGR
SBI Tech Opportunities Fund ने 10 साल में 20% CAGR रिटर्न दिया है. यहां 1 लाख का एकमुश्त निवेश 10 साल में 6.35 लाख हो गया. वहीं जिन्होंने इस दौरान 5000 रुपये की मंथली SIP की, उनके पास 20 लाख का फंड हो गया.
इस स्कीम में कम से कम 5000 रुपये एकमुश्त और कम से कम 500 रुपये की SIP की जा सकती है. 31 जनवरी 2022 तक फंड का कुल एसेट्स 2,313 करोड़ था, जबकि 31 दिसंबर 2021 तक एक्सपेंस रेश्यो 2.23 फीसदी था.
SBI Magnum Midcap Fund
10 साल का रिटर्न: 20% CAGR
SBI Magnum Midcap Fund स्कीम भी निवेशकों के लिए रिटर्न मशीन साबित हुई है. फंड ने 10 साल में 20% CAGR रिटर्न दिया है. यहां 1 लाख का एकमुश्त निवेश 10 साल में 6.16 लाख हो गया. वहीं जिन्होंने इस दौरान 5000 रुपये की मंथली SIP की, उनके पास 16.5 लाख का फंड हो गया.
इस स्कीम में कम से कम 5000 रुपये एकमुश्त और कम से कम 500 रुपये की SIP की जा सकती है. 31 जनवरी 2022 तक फंड का कुल एसेट्स 6,859 करोड़ था, जबकि 31 दिसंबर 2021 तक एक्सपेंस रेश्यो 1.94 फीसदी था.
SBI Focused Equity Fund
10 साल का रिटर्न: 18% CAGR
SBI Tech Opportunities Fund ने 10 साल में 18% CAGR रिटर्न दिया है. यहां 1 लाख का एकमुश्त निवेश 10 साल में 5.28 लाख हो गया. वहीं जिन्होंने इस दौरान 5000 रुपये की मंथली SIP की, उनके पास 15.5 लाख का फंड हो गया.
इस स्कीम में कम से कम 5000 रुपये एकमुश्त और कम से कम 500 रुपये की SIP की जा सकती है. 31 जनवरी 2022 तक फंड का कुल एसेट्स 23,186 करोड़ था, जबकि 31 दिसंबर 2021 तक एक्सपेंस रेश्यो 1.92 फीसदी था.
SBI Consumption Opportunities Fund
10 साल का रिटर्न: 17.87% CAGR
SBI म्यूचुअल फंड की 10 साल में टॉप रिटर्न देने के मामले में टॉप 5 में SBI Consumption Opportunities Fund भी शामिल है. इस ने 10 साल में 17.87% CAGR रिटर्न दिया है. यहां 1 लाख का एकमुश्त निवेश 10 साल में 5.18 लाख हो गया. वहीं जिन्होंने इस दौरान 5000 रुपये की मंथली SIP की, उनके पास 14 लाख का फंड हो गया.
इस स्कीम में कम से कम 5000 रुपये एकमुश्त और कम से कम 500 रुपये की SIP की जा सकती है. 31 जनवरी 2022 तक फंड का कुल एसेट्स 892 करोड़ था, जबकि 31 दिसंबर 2021 तक एक्सपेंस रेश्यो 2.44 फीसदी था.
5 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले ये 5 म्यूचुअल फंड!
अगर आप थोड़ा रिस्क लेने के लिए सक्षम हैं तो फिर म्यूचुअल फंड्स में निवेश कर सकते हैं. दरअसल, जिन लोगों को शेयर बाजार की जानकारी होती है, उन्हें म्यूचुअल फंड में निवेश की सलाह दी जाती है. लेकिन म्यूचुअल फंड्स में निवेश से पहले फंड का चयन बेहद अहम होता है.
म्यूचुअल फंड की भीड़ में आप किस फंड में निवेश करें, इसके लिए वित्तीय सलाहकार की मदद ले सकते हैं. वैसे तमाम ऐसे म्यूचुअल फंड्स ने जिसने पिछले कुछ सालों में बेहतर रिटर्न दिया है. म्यूचुअल फंड्स को लार्ज-कैप फंड्स, मिड-कैप फंड्स, स्मॉल-कैप फंड्स, फ्लेक्सि-कैप फंड्स और ELSS की कैटेगरी में रखा जाता है. पिछले 5 वर्षों में शानदार रिटर्न देने वाले ये 5 म्यूचुअल फंड्स हैं. (Photo: Getty Images)
1. एक्सिस ब्लूचिप फंड (लार्ज-कैप)
एक्सिस म्यूचुअल फंड का निवेश ब्लू चिप स्टॉक्स या बड़ी कंपनियों के स्टॉक्स में जाता है. इस म्यूचुअल फंड ने पिछले 5 वर्षों में 23.45% सालाना के हिसाब से रिटर्न दिया है. इस फंड में आप 1000 रुपये SIP की शुरुआत कर सकते हैं. (Photo: Getty Images)
2. केनरा रोबेको ब्लूचिप इक्विटी फंड (लार्ज-कैप)
केनरा रोबेको म्यूचुअल फंड आठ वर्ष पहले शुरू हुई थी. इसने भी पिछले 5 वर्षों में बेहतर रिटर्न दिया है. इसने SIP पर पिछले 5 साल में सालाना 22.14 फीसदी का रिटर्न दिया है. इसका AUM 3,691.25 करोड़ रुपये है.
3. PGIM India Mid-Cap Opportunities Fund
PGIM इंडिया मिड-कैप ऑर्प्च्यूनिटीज फंड ने पिछले 5 वर्षों में SIP पर 33.21% के हिसाब से रिटर्न दिया है. इसका AUM 2,383.38 करोड़ रुपये का है. (Photo: Getty Images)
4. एक्सिस मिड-कैप फंड: यह म्यूचुअल फंड अधिक ग्रोथ की संभावना रखने वाली कंपनियों में निवेश करता है. इसका AUM 13,834.27 करोड़ रुपये का है. पिछले 5 वर्षों में SIP पर इस फंड 26.27 फीसदी के हिसाब से रिटर्न दिया है. (Photo: Getty Images)
5. निप्पॉन इंडिया स्मॉल-कैप फंड
यह स्मॉल-कैप कंपनियों में इनवेस्ट करता है. अगर आप थोड़ा ज्यादा रिस्क लेने के लिए तैयार हैं तो फिर इस फंड में निवेश कर सकते हैं. पिछले पांच वर्षों में इस फंड ने SIP पर 28.22 फीसदी का रिटर्न दिया है. (नोट: निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें) (Photo: Getty Images)
Investment Tips: म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में से कहां निवेश करना है ज्यादा फायदेमंद! यहां जानें
Investment Plan: म्यूचुअल फंड में आपको रिस्क तो उठाना कहां है ज्यादा रिस्क और रिटर्न कहां है ज्यादा रिस्क और रिटर्न पड़ सकता है, लेकिन यह शेयर मार्केट की तुलना में बहुत कम होता है. म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट्स अलग-अलग स्टॉक में छोटी मात्रा में निवेश करते हैं.
Mutual Funds vs Share Market: आजकल के समय में हर व्यक्ति शेयर मार्केट में निवेश करना चाहता है. शेयर मार्केट में निवेश करने का दो तरीका है. पहला कि निवेशक अपना एक डीमैट अकाउंट खोलें और इसके जरिए बाजार में निवेश करें. दूसरे तरीके में आपको म्यूचुअल फंड में एसआईपी की मदद से लंबे वक्त में मोटा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
दोनों तरीकों में आपके पैसे बाजार जोखिमों में आते हैं तो इनमें से किसमें निवेश करना ज्यादा सही माना जाता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी बाजार को लेकर समझ कितनी है. अगर आप सही जानकारी और समझ कहां है ज्यादा रिस्क और रिटर्न के साथ पैसे नहीं निवेश करेंगे तो आपके पैसे डूब जाएंगे.
अगर आप शेयर मार्केट की चाल को समझते हैं और मार्केट की उठापटक को संभाल सकते हैं तो आपको लिए शेयर मार्केट में सीधे पैसे लगाना फायदेमंद हो सकता है. स्टॉक में निवेश करने के लिए आपको पास डीमैट अकाउंट जरूर होना चाहिए.
शेयर मार्केट में आप कहां पैसे लगाना चाहते हैं यह सिर्फ आपका निजी फैसला होगा, लेकिन कहीं भी पैसे लगाने से पहले मार्केट एक्सपर्ट्स से जानकारी लेना बहुत जरूरी है. इसमें आपको ज्यादा रिटर्न और ज्यादा रिस्क मिल सकता है.
वहीं बात करें म्यूचुअल फंड की तो इसमें आपको रिस्क उठाना पड़ता है, लेकिन यह शेयर मार्केट की तुलना में बहुत कम होता है. आपके पैसों को म्यूचुअल फंड एक्सपर्ट्स अलग-अलग स्टॉक में छोटी मात्रा में निवेश करते हैं. इससे आपके पैसे डूबने का रिस्क कम होता हैं और पोर्टफोलियो में डायवर्सिफिकेशन आता है.
अगर आप ज्यादा रिस्क उठाकर ज्यादा रिटर्न पाने के लिए तैयार हैं तो आप शेयर मार्केट में निवेश कर सकते हैं, मगर आप छोटे निवेश करके लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न पाना चाहते हैं तो आपके लिए म्यूचुअल फंड में निवेश एक बेहतर ऑप्शन है.
Tags: Mutual Funds Share Market Investment investment tips हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
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