तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज

कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि भारत में क्रिप्टो में काफी संभावनाएं हैं। निवेशकों की दिलचस्पी के साथ ही वेब 3.0 के विकास की वजह से क्रिप्टो समय की मांग बन चुके हैं। आधुनिक युग में नवीनतम तकनीकों के साथ यदि किसी निवेश को सबसे अधिक पसंद किया जा रहा है तो वह क्रिप्टो निवेश ही है।
फीचर आर्टिकल: क्रिप्टोकरेंसी की भारत में स्थिति और निवेशकों का भविष्य
पिछले कुछ समय में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश सबसे हॉट इन्वेस्टमेंट के रूप में उभरा है। खासकर युवा निवेशकों के बीच यह तेजी से लोकप्रिय हुआ है। परंपरागत रूप से सुरक्षित तरीके से पैसा लगाने वाले निवेशक भी इसमें लगातार दिलचस्पी ले रहे हैं।
जहां एक और ब्लॉकचेन की मुख्य भूमिका वाले वेब 3.0 की बात हो रही है, वहीं देश में स्टार्टअप कल्चर भी तेजी से पैर पसार रहा है। ऐसे में दुनिया की सबसे अधिक युवा आबादी वाले देशों में शुमार भारत इस कल्चर को तेजी से अपना रहा है और ब्लॉकचेन आधारित तकनीकों पर बहुत अधिक ध्यान दिया जा रहा है।
क्रिप्टो टैक्स: क्रिप्टो निवेश अब मुख्यधारा में आ चुका है
भारत में क्रिप्टोकरेंसी निवेशक हमेशा से इस बात को लेकर आशंकित रहे हैं कि देश में यह निवेश कानूनी रूप से वैध है या नहीं! इसी धारणा को स्पष्ट करने के लिए पहली बार देश में इस साल के बजट में क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स की बात की गई है।
सोशल मीडिया पर अजनबी से दोस्ती पड़ रही भारी. सिर्फ सावधानी से तोड़ सकते हैं क्रिप्टो स्कैमर्स का तिलिस्म
क्रिप्टो करेंसी के क्षेत्र में काम करने वालों से लेकर साइबर पुलिस के आला अधिकारी इंटरनेट आधारित फ्रॉड यानी ऑनलाइन ठगी के लिए सोशल मीडिया पर बिना सोचे-समझे दोस्ती और जानकारी साझा करने को घातक बता रहे हैं। क्योंकि हैकर्स तीसरी दुनिया में बैठे हैं, इसलिए उन पर लगाम लगाना पुलिस और प्रशासन के लिए आसान नहीं है। आर्थिक गड़बड़ी करने वाले क्रिप्टो स्कैमर्स का तिलिस्म तोडऩे के लिए सावधानी ही एकमात्र तरीका है। एक्सपर्ट बता रहे हैं कि निवेशक किन बातों का ध्यान रखें कि किसी भी हैकर या स्कैमर के मकडज़ाल में नहीं फंसेंगे।
मध्यप्रदेश साइबर सेल के एडीजी योगेश देशमुख से सीधी तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज बात
सवाल- डिजिटल करेंसी का क्रेज बढऩे के साथ उससे जुड़े तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज फ्रॉड का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है?
जवाब- डिजिटल करेंसी को लेकर लोगों का दृष्टिकोण बना है. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर भी लोगों का भरोसा बढ़ा है। कोरोना काल के बाद से लोगों ने सोचा कि तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज अब डिजिटल का ही जमाना आ है, और तेजी से निवेश करने लगे। इसको लेकर सरकारी रूल-रेगुलेशन कुछ ज्यादा नहीं हैं। इसी के साथ क्रिप्टो करेंसी के क्राइम की दुनिया में भी इस्तेमाल होने लगा है।
क्या है Bitcoin? कैसे करते हैं इस वर्चुअल करेंसी में ट्रेडिंग, जानिए आपके काम का सबकुछ
Bitcoin की शुरुआत 2009 में हुई थी. शुरुआती कुछ सालों में बिटकॉइन में धीरे-धीरे बढ़ रही थी. लेकिन, 2015 के बाद से इसमें बड़ी तेजी देखने को मिली और यह दुनिया की नजरों में आ गई.
बिटकॉइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान रहती है. इसलिए इसकी ट्रेडिंग मशहूर हो गई. (Reuters)
दुनियाभर में क्रिप्टोकरंसी (CryptoCurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. बिटकॉइन में निवेश करने वाले अमीर लोग इस ऑनलाइन करंसी (Online Currency) के जरिए अपनी पूंजी को तेजी से बढ़ाना चाहते हैं. यही वजह है कि इसके दाम भी नई ऊंचाइयां छू रहे हैं. 3 साल बाद एक बार फिर बिटकॉाइन में बड़ी तेजी देखने तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज को मिली है. साल 2017 में बिटकॉइन में अपना रिकॉर्ड हाई (Bitcoin record High) बनाया था. इसके बाद नीचे की तरफ फिसलती गई. लेकिन, अब 3 साल का नया हाई बना दिया है. दुनियाभर में इस करंसी में लोग पैसा लगा रहे हैं. लेकिन, भारत सरकार (India Government) का मानना है कि उसके पास वर्चुअल करंसी (Virtual currency) का कोई डेटा नहीं है और इसलिए इसकी तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज ट्रेडिंग में खतरा हो सकता है.
RBI की डिजिटल करेंसी के पायलट प्रोजेक्ट में ये बैंक हैं शामिल, जानिए कैसे आगे बढ़ रहा है काम?
नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक ने देश में डिजिटल करेंसी लाने की शुरुआत तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज कर दी है. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी नाम से आने वाली यह वर्चुअल मनी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे बैंकों के साथ रिटेल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाई जाने वाली है. भारतीय रिजर्व बैंक ने आम लोगों के लिए डिजिटल मनी उपलब्ध कराने के हिसाब से इन बैंकों को कामकाज के लिए चुना है. इस मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी है.
Success Story: 150 फीट की जगह से दोस्तों ने शुरू किया धंधा, आज 12 करोड़ के पार पहुंचा कारोबार, जानिए एलिगेंट इंजीनियर्स की कहानी
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया इस समय इस बात पर विचार कर रहा है कि सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी मौजूदा डिजिटल पेमेंट सिस्टम के साथ शुरू की जा सकती है या उसके लिए नया फ्रेमवर्क बनाना पड़ेगा. डिजिटल रूपी के खुदरा कारोबार के लिए पायलट प्रोजेक्ट जल्द ही शुरू किया जा सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी क्या है, कैसे करता है काम, मोदी सरकार क्यों ला रही बिल? जानें सबकुछ
नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) नाम तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज सुना हुआ लग रहा होगा. क्योंकि ये इन दिनों सुर्खियों में है. वजह है कांग्रेस (Congress) का आरोप की तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज देश का सबसे बड़ा घोटाला और मोदी सरकार (Modi government) क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विधेयक बिल लाने की चर्चा. इन सबके बीच आपके मन में कई सवाल उठ रहे होंगे. आखिर क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (What is Cryptocurrency?) कैसे काम तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज करता है?(How it Works) मोदी सरकार क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विधेयक क्यों लाने जा रही है? भारत में इसको इस्तेमाल करने वाले कितनी बड़ी हस्तियां है? कांग्रेस क्यों लगा रही देश का सबसे बड़ा घोटाला का आरोप और किन देशों में इसे मान्यता मिली हुई है. हम इस लेख में इन सारे मुद्दों पर विस्तार से बात करेंगे.