SWOT विश्लेषण क्या है?

डेयरी उत्पादों में समस्या निवारण- संपूर्ण पाठ्यक्रम
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एक डेयरी को लाभकारी रूप से शुरू करना और उसका प्रबंधन करना (S.W.O.T विश्लेषण): जब आप अपनी डेयरी का SWOT विश्लेषण करते हैं तो यह आपको यह समझने में मदद करेगा कि क्या आपके पास अन्य डेयरी उत्पाद निर्माताओं के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए संसाधन हैं। इस कोर्स के माध्यम से डेयरी उद्योग में अद्वितीय चुनौतियों के बारे में जानें और खुद को सफलतापूर्वक कैसे स्थापित किया जाए, इसकी ठोस समझ प्राप्त करें।
दुधोलॉजी- इंडियन डेयरी अँड द साइंस ऑफ मिल्क: इस कोर्स में आप दूध के घटकों के बारे में जानेंगे और एक अच्छी गुणवत्ता वाला उत्पाद बनाने में उनकी क्या भूमिका होगी। विभिन्न डेयरी उत्पादों के लिए विभिन्न प्रकार के दूध की आवश्यकता होती है। इस पाठ्यक्रम में आप दूध को उबालना, किण्वन, समरूपीकरण, पाश्चुरीकरण और विसंक्रमण जैसी विभिन्न आवश्यक प्रक्रियाओं के बारे में जानेंगे।
एसिड जमा डेयरी उत्पादों में समस्या निवारण- पनीर, चना, मट्ठा: पनीर, चना और मट्ठा विभिन्न जमावट प्रक्रियाओं के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। चना से कई पारंपरिक मिठाइयाँ जैसे रसगुल्ला, संदेश आदि तैयार की जाती हैं। कई बार इन एसिड-कोएग्युलेटेड उत्पादों को बनाते समय गलत होना संभव है। यहीं पर हमारे व्याख्यान काम आते हैं जो इन उत्पादों के निर्माण में आने वाली समस्याओं को हल करने पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करते हैं।
किण्वित डेयरी उत्पादों में समस्या निवारण- दही, लस्सी, छास, श्रीखंड, पीयूष, कढ़ी: कई अवसरों पर, निर्माता अपने उत्पादों को खट्टा या बहुत कम शेल्फ जीवन के साथ पाते हैं। ऐसी वास्तविक जीवन की समस्याओं का समाधान प्राप्त करें। यह कोर्स आपको यह भी सिखाएगा कि खरोंच से अपने खुद के किण्वित डेयरी उत्पादों का निर्माण कैसे करें।
सूखे डेयरी उत्पादों- खोआ, रबड़ी, बासुंडी में समस्या निवारण: स्वदेशी दूध उत्पादों में, खोआ एक प्रमुख स्थान रखता है क्योंकि इससे कई मीठे व्यंजन तैयार किए जाते हैं। गर्मी के सूखे उत्पादों में खोआ, रबड़ी, बासुंडी शामिल हैं। जानें कि हीट डेसिकेटेड डेयरी उत्पादों का निर्माण कैसे किया जाता है और उनकी समस्या निवारण कैसे किया जाता है।
आइसक्रीम और कुल्फी में समस्या निवारण : एक आइसक्रीम निर्माता को मिश्रण को मथते समय एक साथ फ्रीज करना होता है ताकि मिश्रण को हवा मिल सके और बर्फ के क्रिस्टल छोटे (50 माइक्रोन से कम) रहें। नतीजतन, अधिकांश आइसक्रीम तुरंत उपभोग के लिए तैयार हो जाती हैं, अन्यथा, आइसक्रीम पर विशाल आइस क्रिस्टल संरचनाएं होती हैं। भारत में सर्वश्रेष्ठ डेयरी समस्या निवारक से संपूर्ण आइसक्रीम बनाने और इसके निवारण के बारे में अधिक जानें।
राजस्थान रॉयल्स टीम का SWOT एनालिसिस: क्या बटलर-स्टोक्स और आर्चर के बिना ट्रॉफी जीत पाएगी राजस्थान? टीम में साफ झलक रही है अनुभव की कमी
19 सितंबर से यूएई में IPL 2021 फेज-2 की शुरूआत होने जा रही है। फेज-1 में टूर्नामेंट के सस्पेंड होने से पहले राजस्थान रॉयल्स का खराब प्रदर्शन देखने को मिला था। टीम ने सात मैच खेले थे और सिर्फ 3 में जीत दर्ज की थी जबकि चार में टीम को हार का सामना करना पड़ा था। फेज-2 में राजस्थान रॉयल्स को सबसे कमजोर आंका जा रहा है।
टीम के तीनों स्टार इंग्लिश खिलाड़ी जोस बटलर, बेन स्टोक्स और जोफ्रा आर्चर UAE चरण में टीम के साथ नजर नहीं आएंगे। बटलर ने अपने दूसरे बच्चे के जन्मे के चलते टूर्नामेंट से अपना नाम वापस लिया है जबकि स्टोक्स मानसिक तनाव के चलते ब्रेक पर है। वहीं, आर्चर चोटिल होने के चलते टीम के साथ नहीं दे पाएंगे। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि इन तीनों खिलाड़ियों पर राजस्थान की टीम सबसे ज्यादा निर्भर नजर आती है।
टीम के कई ऐसे खिलाड़ी मौजूद है, जिनके पास अनुभव की कमी है। हालांकि टूर्नामेंट के पहले चरण में कप्तान संजू सैमसन ने अपनी कप्तानी और फॉर्म से सभी को प्रभावित किया था। ऐसे ही कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं के साथ IPL 2021 के बचे हुए मैचों के लिए RR की टीम का SWOT एनालिसिस करते हैं। यानी टीम की मजबूती (Strength), कमजोरी (Weakness), अवसर (Opportunity) और खतरे (Threat) का विश्लेषण।
स्ट्रेंथ-1 अच्छे ऑलराउंडर और संगाकारा की मौजूदगी
फेज-2 में राजस्थान रॉयल्स के लिए मजबूती का सबसे बड़ा पक्ष टीम में अच्छे ऑलराउंडर खिलाड़ियों का होना है। टीम के पास शिवम दुबे, रियान पराग, महिपाल लोमरोर, राहुल तेवतिया और क्रिस मॉरिस जैसे नाम शामिल है। मॉरिस और लोमरोर फेज-1 के दौरान लय में नजर आए थे, लेकिन इस बार टीम के सभी खिलाड़ियों के पास खुद को साबित करने का शानदार मौका रहेगा।
पिछले साल राहुल तेवतिया ने UAE के मैदानों पर अपने दमदार प्रदर्शन से टीम इंडिया का टिकट हासिल किया था। इस बार भी टीम को उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। टीम के लिए शिवम दुबे भी गेंद और बल्ले से मैत पलटने का माद्दा रखते हैं।
साथ ही कुमार संगाकारा का टीम में होना युवा खिलाड़ियों के लिए किसी बड़े चमत्कार से कम नहीं है। संगाकारा दुनिया के दिग्गज क्रिकेटर्स में से एक रहे हैं। उनकी कप्तानी में ही श्रीलंका की टीम 2011 वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंच सकी थी। 2014 के टी-20 वर्ल्ड कप विनिंग स्क्वॉड का भी वे हिस्सा रहे थे। उन्हें दुनिया के बेहतरीन कप्तानों और बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। ऐसे में उनके पास टीम को देने के लिए काफी अनुभव है।
स्ट्रेंथ-2 बैलेंस्ड बॉलिंग अटैक
राजस्थान रॉयल्स का बॉलिंग डिपार्टमेंट काफी बैलेंस्ड नजर आता है। आर्चर की गैरमौजूदगी में टीम के पास मुस्तफिज़ुर रहमान जैसा डेथ ओवर स्पेशलिस्ट गेंदबाज मौजूद है। साथ ही टीम के पास टी-20 स्पेशलिस्ट क्रिस मॉरिस और भारत के जयदेव उनादकट, चेतन सकारिया और कार्तिक त्यागी जैसे युवा तेज गेंदबाज हैं। वहीं, टीम के पास श्रेयस गोपाल, मयंक मार्कंडे और मिस्ट्री स्पिनर केसी करियप्पा जैसे स्पिनर्स भी हैं।
UAE में टीम को अपने बचे हुए सात मुकाबले खेलने हैं। सात में से तीन मैच टीम दुबई के मैदान पर खेलती नजर आएगी और इस मैदान पर हमेशा से स्पिन गेंदबाजों को खासी मदद मिलती है। दो मैच टीम को अबु धाबी में खेलने हैं जहां की पिच पहले से ही स्पिन गेंदबाजों के लिए जन्नत मानी जाती है। टीम के बल्लेबाज औसत प्रदर्शन भी SWOT विश्लेषण क्या है? करते हैं, तो टीम के पास एक ऐसा बॉलिंग अटैक है जो इन परिस्थितियों में किसी भी टोटल को डिफेंड कर सकता है।
अवसर
- IPL-13 और इस साल फेज-1 के दौरान टीम ने अपने कई मुकाबले करीबी अंतर से गंवाए थे। इस बार RR अगर अपनी इस कमी को दूर कर ले तो सैमसन एंड कंपनी के पास प्ले-ऑफ में जगह बनाने का शानदार मौका रहेगा।
- राहुल तेवतिया ने IPL-13 के दौरान UAE के मैदानों पर 139.34 के स्ट्राइक रेट के साथ 255 रन बनाए थे और 10 विकेट लेने में सफल रहे थे। तेवतिया एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन कर टीम की नैया पार लगा सकते हैं।
- इस बार ऑक्शन में RR ने क्रिस मॉरिस को 16.25 करोड़ में खरीदा था और टूर्नामेंट के सस्पेंड होने से पहले उन्होंने सात मैचों में 14 विकेट हासिल किए थे। टी-20 फॉर्मेट में मॉरिस का अनुभव टीम के लिए फायदे का सौदा हो सकता है।
कमजोरी
- RR की सबसे बड़ी कमजोरी भारतीय खिलाड़ियों का कंसिस्टेंट परफॉर्म नहीं करना रहा है।
- जोस बटलर, जोफ्रा आर्चर और बेन स्टोक्स का न होना। फेज-2 में टीम की सबसे बड़ी कमजोरी है।
- UAE में टीम का जीत प्रतिशत भी सिर्फ 47 का रहा है। टीम ने 19 मैच खेले हैं और 9 जीते हैं जबकि 10 में SWOT विश्लेषण क्या है? टीम को हार मिली है।
खतरा
टीम गेंदबाजी में पिछले कुछ सीजन में आर्चर पर निर्भर रही है। फेज-2 में उनके उपलब्ध न होने के चलते टीम को बड़े खतरे का सामना करना पड़ सकता है।
पीकेएल नीलामी 2021: तमिल थलाइवाज SWOT विश्लेषण
स्पोर्ट्स डेस्क, जयपुर।। तमिल थलाइवाज ने पीकेएल 5 में लीग में अपनी शुरुआत करने के बाद से प्रो कबड्डी लीग में सफलता का स्वाद नहीं चखा है। टीम ने अजय ठाकुर, अमित हुड्डा, मंजीत छिल्लर, मोहित छिल्लर, रण सिंह और राहुल चौधरी जैसे बड़े नामों का दावा किया है। मौसम के। हालाँकि, चेन्नई स्थित फ्रैंचाइज़ी अपने पदार्पण के बाद से नीचे की स्थिति से बाहर नहीं निकल पाई है। कई कप्तानी विकल्पों के साथ असंगत प्रदर्शन ने उन्हें पिछले सीज़न में चोट पहुंचाई क्योंकि उस समय नेतृत्व का एक उल्लेखनीय संघर्ष था। उनके पास टीम में गहराई का भी अभाव था, और उन सीज़न में उन्हें जीत की ओर ले जाने के लिए कोई भी कदम नहीं उठा रहा था। तमिल थलाइवाज ने पीकेएल सीजन 8 से पहले एलीट रिटेन्ड प्लेयर्स (ईआरपी) सूची से किसी भी खिलाड़ी को रिटेन नहीं किया। सागर राठी, एम अभिषेक और हिमांशु ही ऐसे खिलाड़ी थे जो तमिल थलाइवाज में न्यू यंग प्लेयर्स (एनवाईपी) के रूप में रहे।
तमिल थलाइवाज ने प्रतिभाशाली युवाओं की एक आक्रामक इकाई को इकट्ठा करने में कामयाबी हासिल की है जो पिछले सीजन में मैच विजेता साबित हुए थे। के प्रपंजन, मंजीत दहिया, अतुल एमएस, अजिंक्य अशोक पवार, भवानी राजपूत और सौरभ तानाजी पाटिल जैसे खिलाड़ी उन्हें वह गहराई देते हैं जिसकी टीम में अतीत में कमी रही है। सभी की निगाहें मंजीत दहिया और के प्रपंजन पर होंगी जो पीकेएल 8 में अपने अपराध का नेतृत्व करेंगे। मंजीत दहिया ने पिछले सीजन में 123 रेड पॉइंट और 28 टैकल पॉइंट के साथ सभी को प्रभावित किया था। इस बीच, स्थानीय लड़के के प्रपंजन, पीकेएल के सातवें संस्करण में अपनी खिताबी जीत में बंगाल वारियर्स के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद अपनी पूर्व टीम में लौट आए।
संभवतः सर्वश्रेष्ठ राइट कवर डिफेंडर और चतुर नेता, पीओ सुरजीत सिंह इस साल तमिल थलाइवाज का नेतृत्व करेंगे। 278 टैकल पॉइंट्स और पीकेएल (27) में किसी भी खिलाड़ी द्वारा सर्वाधिक हाई -5 के रिकॉर्ड के साथ, सुरजीत की टीम में उपस्थिति टीम के आत्मविश्वास को बढ़ा सकती है क्योंकि थलाइवाज अगले सीजन में नए सिरे से शुरुआत करना चाहते हैं। पीओ सुरजीत सिंह के अलावा, तमिल थलाइवाज के पास अपने रैंक में कई स्थापित रक्षक नहीं हैं। सागर राठी और सागर कृष्णा की कॉर्नर जोड़ी आत्मविश्वास का एक टन प्रेरित नहीं करती है। इस बीच, एम अभिषेक और संथापनसेल्वम जैसे कवर डिफेंडरों ने पिछले सीज़न में शानदार टैकल की झलक नहीं दिखाई है।
तमिल थलाइवाज के लिए चिंता का एक अन्य क्षेत्र पक्ष में पर्याप्त अनुभव की कमी है। उन्हें होनहार खिलाड़ियों की कमी का सामना करना पड़ता है और उन्हें उम्मीद होगी कि उनकी नवीनतम घरेलू खरीदारी से उन्हें गेम जीतने में मदद मिलेगी। तमिल थलाइवाज को पीकेएल में अपनी शुरुआत के बाद से हर तरफ से आलोचना का सामना करना पड़ा है। वे अब तक खेले गए तीनों सत्रों में अंक तालिका में सबसे नीचे रहे हैं और पीकेएल 8 में इस रिकॉर्ड को सुधारने के लिए उत्सुक होंगे। यह उन्हें आने वाले दिनों में खुद को गंभीरता से लेने के लिए खुद को स्थापित करने का सही अवसर प्रदान करता है। जे उदय कुमार भारत के सबसे शानदार कबड्डी कोचों में से एक हैं, जिन्होंने भारत को दो विश्व कप और तीन एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक दिलाया है। कुमार, तमिल थलाइवाज के मुख्य कोच होने के नाते, पीकेएल के आगामी आठवें सत्र में युवाओं को उनकी वास्तविक क्षमता से खेलने में मदद कर सकते हैं।
क्या स्थानीय नायक के प्रपंजन इस साल तमिल थलाइवाज को खिताब जीतने में मदद कर सकते हैं?
मंजीत दहिया और के प्रपंजन जैसे रेडर्स पर इस सीजन में तमिल थलाइवाज के लिए फ्रंटलाइन रेडर के रूप में देने के लिए उनकी पीठ पर काफी दबाव होगा। उन्हें क्रमशः ₹92 लाख और ₹71 लाख की भारी राशि में खरीदा गया था। जैसा कि उनमें से कोई भी पहले लीड रेडर के रूप में नहीं खेला है, यह रेडिंग जोड़ी अपने अभियान की संपूर्णता के लिए दबाव में हो सकती है। युवाओं से भरी एक नई टीम के साथ, परिणाम चेन्नई स्थित फ्रैंचाइज़ी के लिए किसी भी तरह से जा सकते हैं, क्योंकि खिलाड़ी टीम में नए हैं और पहली बार एक इकाई के रूप में खेलेंगे। तमिल थलाइवाज को अगले पीकेएल सीजन में सफल होने के लिए नए सिरे से शुरुआत करनी होगी और अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
Goal Setting करने के लिए SWOT Analysis कैसे करते है ?[ SWOT Analyses For Goal Setting In Hindi]
अगर हमे अपना सही से Goal Set करना हो तो सबसे पहले हमे खुद को हमारे बारे में पूरी जानकारी होना चाहिए, इसके लिए हमें Self analysis ( आत्म विश्लेषण ) करना पड़ेगा कि हमारे अंदर क्या- क्या Qualities है और क्या क्या Weaknesses है। जब हम अपने बारे में अच्छी तरह से जान जायेंगे तो हम आसानी से अपना Real Goal Set कर पाएंगे और उस Goal को Achieve भी कर पाएंगे। हम यह analysis चाहें तो अपने लिए कर सकते है या अपने Business के लिए। बड़ी बड़ी Companies इस technique का Use अपना Business बढ़ाने के लिए करती है। अपने बारे में जानने के लिए हमें एक simple सी प्रक्रिया करनी होगी
जिसे SWOT analysis कहते है जिससे हमें आसानी से अपने बारे में पूरी जानकारी मिल जायेगी और SWOT analysis करके हम खुद अपना Goal Set कर पाएंग। इसके लिए सबसे पहले एक कॉपी और पेन ले और लिख कर अपना SWOT analysis करें।
SWOT Analysis Technique In Hindi
SWOT Analysis technique एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे अपने आप से खुद से सम्बंधित कुछ सवाल पूछना होते है और खुद ही उनके जवाब देना होते है जिससे हम अपना Self Analysis कर पाते है और खुद को अच्छे से जान पाते है ।
S – STRENGTHS
W – WEAKNESSES
O – OPPORTUNITIES
T – THREATS
1. S – Strengths ( Quality, ताकत या खूबियां ) –
सबसे पहले कॉपी में कम से कम SWOT विश्लेषण क्या है? अपनी 10 Qualities लिखें। अपने बारे में सोंचे कि आपके अंदर क्या क्या Quality है जिसके कारण लोग आपकी तारीफ करते है या आपको लगता है कि यह मेरी Qualities है। जैसे आपकी selling capacity अच्छी है या आपकी Communication Skill अच्छी है या आप किसी से जल्दी घुलमिल जाते है या आप किसी को भी दोस्त जल्दी बना लेते है या और कुछ। अपने आप से कुछ सवाल पूछे –
- मेरे अंदर क्या – क्या Qualities और Capacities है ?
- मेरे अंदर सबसे अलग कौन – कौन से गुण है ?
- मैं किस क्षेत्र में आगे बढ़ सकता हुँ ?
अगर आपको समझ नहीं आ रहा है तो अपने किसी दोस्त या Parents की मदद ले, उनसे पूछे कि उनको आपके अंदर क्या क्या Quality नज़र आती है और कम से कम 10 Quality जरूर लिखे अगर आपको लगता है कि और भी ज्यादा Qualities है तो वह भी लिखे।
W – Weakness ( कमजोरियां, अवगुण या कमियां ) –
अब अपनी Weakness के बारे में अच्छे से जाने । Weakness में अपनी ऐसी Weaknesses को लिखें जो आपको लगती है कि यह मेरी Real Weaknesses है जिनको दूर नहीं किया जा सकता जैसे आप आर्थिक रूप से कमजोर है या शारीरिक रूप से या और कुछ जो आपकी Limitations तय करती है कि SWOT विश्लेषण क्या है? आप SWOT विश्लेषण क्या है? इससे आगे नहीं कर पाएंगे। ऐसी Weakness को ना लिखें जिनको आप दूर कर सकते है क्योंकि जो दूर की जा सकती है वह weakness नहीं है सिर्फ हमारे दृढ़ निश्चय करने की कमी है इसलिये अच्छे से सोच समझ कर अपनी Weaknesses को लिखें । यह सवाल भी पूछ सकते है –
- मेरे अंदर कौन – कौन सी Negative बातें है ?
- मेरी क्षमताओं में किन – किन चीजों की कमी है ?
- मै अपने अंदर को न – कौन से सुधार कर सकता हु ?
O – Opportunity ( साधन या उपलब्ध अवसर ) –
opportunity से मतलब है कि मेरे पास external क्या क्या साधन है जो मुझे मेरे लक्ष्य तक पहुचने में Help कर सकते है जैसे मेरे आस पास का environment कैसा है , मेरे पास क्या क्या रास्ते है आगे बढ़ने के लिए जिस पर में जा सकता हूँ। यह सवाल भी पूछ सकते है –
- मेरे लिए कौन कौन से अवसर उपलब्ध है ?
- कौन – कौन सी परिस्थितियाँ मुझे मेरे Goal तक पहुंचने में मदद करेगी ?
- कौन – से लोग मेरी सहायता कर सकते है ?
T – THREATS ( बाधाएँ , ख़तरे , मुसीबतें या रोड़े ) –
इसमें लिखे कि मुझे जिस भी चीज में interest है जिससे related मेरा main goal है उस रास्ते में मेरे सामने आने वाली बड़ी – बड़ी बाधाएँ क्या क्या है जो मुझे आगे बढ़ने से रोक सकती है जिनकी वजह से मुझे आगे बढ़ने में परेशानी हो सकती है। यह सवाल भी पूछे –
- मेरे सामने क्या – क्या बाधा ऍ है ?
- कौन – कौन सी चीजें मेरे आगे बढ़ने में बाधक है ?
- कौन – से लोग मेरे आगे बढने में बाधा बन सकते है ?
- वह कौन – कौन से डर है जिनसे में जकड़ा हुआ हु ?
अब जो भी सवाल हमने अपने आप से पूछें है उन सभी के जवाब अब हमारे पास है , इन जवाबों में S वाले जो जवाब है वह सब हमारे Goal तक पहुंचने में मदद करने वाले Points है । W वाले जो जवाब है वह हमारे Goal Achieve करने में बाधक है । इनसे कैसे बचें यह सोचना होगा ? O वाले Points हमारी सफलता के अवसर है जिनको जल्दी से जल्दी पकड़ना होगा और T वाले जवाब को भी अच्छे से पढ़े यह वो रोड़े ( बाधा ए ) है जिनसे आपको बच कर चलना होगा ।
इसके बाद आपके सामने सब Clear हो जाएगा कि आप real SWOT विश्लेषण क्या है? में क्या हो इसको ध्यान में रख कर आप अपना SMART GOAL आसानी से Set कर पाएंगे और वह आसानी से Achieve भी हो जाएगा ।
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