अग्रणी सूचक

#नानकमत्ता श्री गुरुद्वारा साहब में मैंने प्रायश्चित स्वरूप कुछ देर #झाड़ू लगाकर सफाई अग्रणी सूचक की। मैं, सिख धर्म और उसकी महान परंपराओं के प्रति हमेशा समर्पित भाव और आदर अग्रणी सूचक भाव रखता रहा हूँ।
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मांग अग्रणी सूचक पूर्वानुमान
डिमांड फोरकास्टिंग प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स का एक क्षेत्र है [1] जो कॉर्पोरेट सप्लाई चेन और बिजनेस मैनेजमेंट द्वारा आपूर्ति निर्णयों को अनुकूलित करने के लिए ग्राहक की मांग को समझने और भविष्यवाणी करने की कोशिश करता है। डिमांड फोरकास्टिंग में मात्रात्मक तरीके शामिल हैं जैसे डेटा अग्रणी सूचक अग्रणी सूचक का उपयोग , और विशेष रूप से ऐतिहासिक बिक्री डेटा, साथ ही परीक्षण बाजारों से सांख्यिकीय तकनीक । मांग पूर्वानुमान का उपयोग उत्पादन योजना, सूची प्रबंधन, और कभी-कभी भविष्य की क्षमता आवश्यकताओं का आकलन करने में या नए बाजार में प्रवेश करने के निर्णय लेने में किया जा सकता है ।
गुणात्मक मूल्यांकन
विशेषज्ञ की राय के आधार पर पूर्वानुमान की मांग। इस विधि में कुछ प्रकार हैं,
- बिना सहायता प्राप्त निर्णय
- जजमेंटल बूटस्ट्रैपिंग
- नकली बातचीत
- इरादे और उम्मीदों का सर्वेक्षण
- कार्यकारी विधि की जूरी
मात्रात्मक मूल्यांकन
अन्य इस प्रकार हैं
-
मेथड विधि
- रुझान प्रक्षेपण के तरीके
- श्रृंखला-अनुपात विधि
- खपत स्तर विधि
- अंतिम उपयोग विधि विधि
मांग पूर्वानुमान सटीकता की गणना किसी उत्पाद के लिए ग्राहक की मांग के संबंध में किए गए पूर्वानुमानों की सटीकता को निर्धारित करने की प्रक्रिया है। [२] [३] ग्राहकों की मांग को समझना और भविष्यवाणी करना निर्माताओं और वितरकों के लिए स्टॉक-आउट से बचने और पर्याप्त इन्वेंट्री स्तर बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। जबकि पूर्वानुमान कभी भी सही नहीं होते, वास्तविक मांग की तैयारी के लिए वे आवश्यक होते हैं। एक अनुकूलित सूची और प्रभावी आपूर्ति श्रृंखला बनाए रखने के लिए, सटीक मांग पूर्वानुमान अनिवार्य हैं।
आपूर्ति श्रृंखला पूर्वानुमानों की सटीकता की गणना
आपूर्ति श्रृंखला में पूर्वानुमान सटीकता को आम तौर पर औसत पूर्ण प्रतिशत त्रुटि या एमएपीई का अग्रणी सूचक उपयोग करके मापा जाता है । सांख्यिकीय रूप से एमएपीई को प्रतिशत त्रुटियों के औसत के रूप में परिभाषित किया गया है।
अधिकांश चिकित्सक, हालांकि, MAPE को औसत बिक्री से विभाजित माध्य निरपेक्ष विचलन के रूप में परिभाषित और उपयोग करते हैं, जो कि केवल मात्रा भारित MAPE है, जिसे MAD/मीन अनुपात भी कहा जाता है। यह सभी उत्पादों की कुल बिक्री से पूर्ण विचलन के योग को विभाजित करने के समान है। यह गणना Σ | ए - एफ | Σ ए >>> , जहां A वास्तविक मान है और F पूर्वानुमान है, को WAPE, भारित निरपेक्ष प्रतिशत त्रुटि के रूप में भी जाना जाता है।
अंतिम लेकिन कम से कम, रुक-रुक कर मांग पैटर्न के लिए उपरोक्त में से कोई भी वास्तव में उपयोगी नहीं है। तो आप उन स्थितियों में उपयोग करने के लिए MASE (मीन एब्सोल्यूट स्केल्ड एरर) को एक अच्छे KPI के रूप में मान सकते हैं, समस्या यह है कि पहले बताए गए सहज ज्ञान युक्त नहीं है। [४]
पूर्वानुमान त्रुटि की गणना
आधार के रूप में वास्तविक बिक्री का उपयोग करके पूर्वानुमान त्रुटि की गणना करने की आवश्यकता है। पूर्वानुमान त्रुटि गणना विधियों के कई रूप हैं, अर्थात् माध्य प्रतिशत त्रुटि , मूल माध्य चुकता त्रुटि , ट्रैकिंग संकेत और पूर्वानुमान पूर्वाग्रह ।
'सरदार के वारिस गद्दार नहीं हो सकते और गद्दार कभी सरदार के वारिस नहीं हो सकते!', कांग्रेस नेता परेश धानानी की सूचक टिप्पणी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खोडलधाम प्रमुख नरेश पटेल के फार्म हाउस पर चाय-नाश्ते के लिये पहुंचे
गुजरात में हार्दिक पटेल को लेकर राजनीतिक गहमागहमी अभी भी चल रही है। हार्दिक पटेल लंबे अरसे से गुजरात प्रदेश कांग्रेस के नेताओं के खिलाफ नाराजगी सार्वजनिक रूप से प्रकट करते जा रहे थे। वहीं दूसरी ओर गुजरात प्रदेश कांग्रेस के आला नेता भी बारी-बारी से हार्दिक को निशाने पर ले रहे थे। इसी राजनीतिक रस्साकशी का नतीजा यह रहा कि बुधवार को हार्दिक पटेल ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता परेश धानानी का एक बयान सामने आया है।
राजकोट मैं पाटीदार समाज के अग्रणी और खोडलधाम प्रमुख नरेश पटेल के फार्म हाउस पर परेश धानानी और अन्य वरिष्ठ कांग्रेसी नेता चाय नाश्ते के लिए गए हुए थे। वहां से बाहर निकलकर परेश धानानी ने मीडिया के समक्ष बयान जारी करते हुए सूचक टिप्पणी की। परोक्ष रूप से उनका निशाना हार्दिक पटेल की ओर ही था। परेश धानानी ने कहा कि सरदार के वारिस गद्दार नहीं हो सकते और गद्दारों से सरदार के वारिस नहीं हो सकते।
नरेश पटेल के राजनीति में प्रवेश के संबंध में पूछे जाने पर परेश उन्होंने कहा कि क्योंकि वह और अन्य कांग्रेसी नेता पार्टी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजकोट आए हुए थे ऐसे में नरेश पटेल के साथ उनकी मुलाकात सिर्फ सौजन्य स्तर पर ही थी। इसमें किसी प्रकार की राजनीतिक चर्चा नहीं हुई है।
हरीश रावत का 'पंज प्यारे' बयान पर प्रायश्चित! गुरुद्वारा साहिब में साफ किए जूते
हरीश रावत ने साफ कहा कि मैंने प्रायश्चित स्वरूप कुछ देर झाड़ू लगाकर सफाई की. मैं, सिख धर्म अग्रणी सूचक और उसकी महान परंपराओं के प्रति हमेशा समर्पित भाव और आदर भाव रखता रहा हूं. मैं पुनः आदर सूचक शब्द समझकर उपयोग किये गये अपने शब्द के लिये मैं सबसे क्षमा चाहता हूं.
aajtak.in
- चंडीगढ़,
- 03 सितंबर 2021,
- (अपडेटेड 04 सितंबर 2021, 7:30 AM IST)
- हरीश रावत ने अपने बयान के लिए मांगी माफी
- प्रायश्चित स्वरुप गुरुद्वारे में साफ किए जूते
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और पंजाब प्रभारी पर सिद्धू और सीएम अमरिंदर सिंह के बीच विवाद सुलझाने की जिम्मेदारी दी गई थी. लेकिन वो खुद ही विवादों में उलझ गए हैं. दरअसल, उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अग्रणी सूचक और उनके चार कार्यकारी अध्यक्षों की तुलना सिख धर्म के महान 'पंज प्यारो' से कर दी, जिसपर हंगामा हो गया. जिसके बाद से हरीश रावत लगातार माफी मांग रहे हैं. हरीश रावत ने कहा था कि वह उत्तराखंड के किसी न किसी गुरुद्वारे में अग्रणी सूचक जाकर माफी मांगेंगे और वहां जाकर सेवा करेंगे. ऐसे में शुक्रवार को उन्होंने नानकमत्ता के श्री गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेका, जूते साफ किए और झाड़ू लगाई.
हरीश रावत ने साफ कहा कि मैंने प्रायश्चित स्वरूप कुछ देर झाड़ू लगाकर सफाई की. मैं, सिख धर्म और उसकी महान परंपराओं के प्रति हमेशा समर्पित भाव और आदर भाव रखता रहा हूं. मैं पुनः आदर सूचक शब्द समझकर उपयोग किये गये अपने शब्द के लिये मैं सबसे क्षमा चाहता हूं.
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'नानकमत्ता श्री गुरुद्वारा साहब में मैंने प्रायश्चित स्वरूप कुछ देर जूते साफ किये. मैं, सिख धर्म और उसकी महान परंपराओं के प्रति हमेशा समर्पित भाव और आदर भाव रखता रहा हूं. मैं पुनः आदर सूचक शब्द समझकर उपयोग किये गये अपने शब्द के लिये मैं सबसे क्षमा चाहता हूं.'
#नानकमत्ता श्री गुरुद्वारा साहब में मैंने प्रायश्चित स्वरूप कुछ देर #झाड़ू लगाकर सफाई की। मैं, सिख धर्म और उसकी महान परंपराओं के प्रति हमेशा समर्पित भाव और आदर भाव रखता रहा हूँ।
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) September 3, 2021
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हलाांकि हरीश रावत ने दो दिन पहले भी अकाली दल की तरफ से सिख धर्म के अनुयायियों को ठेस पहुंचाने के आरोप के कुछ ही घंटों के अंदर माफी मांग ली. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर माफीनामा डालते हुए लिखा, 'कभी आप आदर व्यक्त करते हुए कुछ ऐसे शब्दों का उपयोग कर देते हैं जो आपत्तिजनक होते हैं. मुझसे भी कल अपने माननीय अध्यक्ष व चार कार्यकारी अध्यक्षों के लिए पंज प्यारे शब्द का उपयोग करने की गलती हुई है. मैं देश के इतिहास का विद्यार्थी हूं और पंज प्यारों के अग्रणी स्थान की किसी और से तुलना नहीं की जा सकती है. मुझसे ये गलती हुई है, मैं लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए क्षमा प्रार्थी हूं. मैं प्रायश्चित स्वरूप सबसे क्षमा चाहता हूं. मैं प्रायश्चित स्वरूप अपने राज्य के किसी गुरुद्वारे में कुछ देर झाड़ू लगाकर सफाई करूंगा.'
दरअसल, पंजाब कांग्रेस में लगातार जारी सिद्धू बनाम कैप्टन अमरिंदर विवाद को सुलझाने के लिए प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत मंगलवार को चंडीगढ़ पहुंचे थे. हरीश रावत ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और उनके साथ नियुक्त किए गए चार वर्किंग प्रेसिडेंट्स के साथ मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद रावत ने सिद्धू और उनके चार वर्किंग प्रेसिडेंट्स की तुलना 'पंज प्यारो' से कर दी थी.
बता दें कि सिख धर्म में मान्यता है कि जब गुरु गोविंद सिंह ने सिख धर्म की शुरुआत अग्रणी सूचक की थी तो उन्होंने 5 प्यारों यानि 5 लोगों को चुना था. ये लोग गुरु और धर्म के लिए कुछ भी कर सकते थे और धर्म के लिए अपनी जान भी न्यौछावर कर देते थे. इसी के बाद से ये परंपरा रही है कि जब भी सिखों की कोई भी यात्रा, नगर-कीर्तन या धार्मिक कार्यक्रम होता है वहां पर पंज प्यारे उसका नेतृत्व करते हैं जिनको बहुत ही पवित्र माना जाता है.
MCQ on Samanya Gyan in Hindi [Question Bank Set 72]
MCQ on Samanya Gyan in Hindi [Question Bank Set 72]
Here we are going to share the most important MCQ on Samanya Gyan in Hindi [Question Bank Set 72]. These GK questions are very helpful for various government exams e.अग्रणी सूचक g. UPSC, SSC, Railway, Banking, State PSC, CDS, NDA, SSC CGL, SSC CHSL, Patwari, Samvida, Police, SI, CTET, TET, Army, MAT, CLAT, NIFT, IBPS PO, IBPS Clerk, CET, Vyapam etc.