कमोडिटी मार्केट क्या है

दुनिया का पहला कमोडिटी एक्सचेंज शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड (सीबीओडी) है जिसका गठन 1848 में शिकागो के कुछ व्यापारियों ने मिलकर किया था। ये व्यापारी सौदों के बाजार के लिए कोई साझा जगह चाहते थे। पहले चार सालों में इसे आटे की एक दुकान से चलाया गया। इससे पहले होता यह था कि शिकागो में अपना अनाज लाने वाले किसानों को कोई ग्राहक ही नहीं मिलता था। इसके चलते उन्हें अपना अनबिका अनाज पास की एक झील में फेंकना पड़ता था।
जवाब कमोडिटी बाजार के
कमोडिटी को हिंदी में जिंस और स्पॉट को हाजिर व फ्यूचर को वायदा कहते हैं। लेकिन हम बोलचाल के कारण इनके लिए अंग्रेजी शब्दों का ही इस्तेमाल करेंगे। स्पॉट भाव तो सीधा-सीधा वह भाव है जिस पर हम नकद देकर कोई जिंस खरीदते हैं। इसमें भी रिटेल और होलसेल भाव अलग होते हैं। फ्यूचर भाव भविष्य की किसी तारीख को उसी जिंस के भाव होते हैं। जैसे, सोने का भाव स्पॉट भाव अगर आज 16,800 रुपए प्रति दस ग्राम है तो आज ही इसके एक महीने के फ्यूचर का भाव 16,900 रुपए और दो महीने के फ्यूचर का भाव 17,150 रुपए हो सकता है। फ्यूचर और स्पॉट भाव के अंतर को कॉस्ट ऑफ कैरी कहते हैं। इस लागत में ब्याज, भंडारण व बीमा वगैरह का खर्च गिना जाता है।
आम तौर पर फ्चूयर भाव स्पॉट भाव से अधिक होते हैं। लेकिन अगर इसका उल्टा हो जाए तो इसे बैकवर्डेशन कहते हैं। ऐसा कृषि जिंसों में बराबर होता है क्योंकि जब भी नई फसल आएगी, उस वक्त फ्यूचर भाव स्पॉट के कम ही रहते हैं।
कमोडिटी स्ट्रैटजिस्ट Mike McGlone ने कहा- अगले 6 महीने Crypto मार्केट के लिए होंगे बेहतर
बिटकॉइन और क्रिप्टो मार्केट की स्थिति की तुलना कमोडिटी मार्केट क्या है 2018 की मंदी से की गई है
खास बातें
- माइक ने बिटकॉइन और क्रिप्टो मार्केट के लिए अगली तुलना 2018 की मंदी से की
- 2018 में इस नई एसेट क्लास ने ऐसी ही मंदी का सामना किया था
- तब बिटकॉइन की कीमत इसके उच्चतम स्तर से 75% नीचे गिर गई थी
क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कई दिनों से गिरावट से उबरने की बजाय और नीचे जा रही है. ऐसे में जाने माने कोमॉडिटी स्ट्रेट्जिस्ट माइक मैग्लोन (Mike McGlone) ने मार्केट के मूड के बारे में अपनी एनालिसिस दी है. माइक Bloomberg Intelligence में अग्रणी स्ट्रेट्जिस्ट के रूप में काम करते हैं और उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी का मिड ईयर यानि साल के बीच का अवलोकन दिया है, जो क्रिप्टो निवेशकों के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो चुका है.
Mike McGlone ने क्रिप्टोकरेंसी की वर्तमान स्थिति को 2000-2002 की स्टॉक मार्केट वाली स्थिति के बराबर रखा है. अपने एनालिसिस को माइक ने कई ट्वीट्स के जरिए समझाने की कोशिश की है.
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उन्होंने कहा कि मार्केट के कमजोर प्लेयर्स इसमें से जब निकल जाएंगे और मार्केट एकदम से संकुचित हो चुकी होगी, तब जाकर मार्केट का बेस मजबूत होगा और यह फाइनेंशिअल सिस्टम में अच्छी तरह से स्थापित हो सकेगी. माइक मैक्गलॉन ने कहा कि साल की पहली छमाही में हमने मार्केट का ऐसा ही संकुचन ही देखा है, जिसके बाद यह अंदर से साफ हो जाएगी क्योंकि कमजोर प्लेयर्स इसमें से निकल चुके होंगे.
माइक ने बिटकॉइन और क्रिप्टो मार्केट के लिए अगली तुलना 2018 की मंदी से की है. 2018 में इस नई एसेट क्लास ने ऐसी ही मंदी का सामना किया था, जब बिटकॉइन की कीमत इसके उच्चतम स्तर से 75% नीचे गिर गई थी. उस वक्त बिटकॉइन के लिए 3000 डॉलर का स्तर सबसे निचला स्तर बन गया था. उसके बाद 2020 में जब कोरोना महामारी आई तो बिटकॉइन एक बार फिर से 3 हजार डॉलर के निचले स्तर तक पहुंच गया.
तब क्रिप्टोकरेंसी मार्केट ने अपनी कीमत के लिए नए चढ़ाव तय किए. इस वक्त मैक्रो इकोनॉमी की स्थिति कुछ अलग है. हो सकता है कि बिटकॉइन अपने अब तक के निचले स्तर 17000 डॉलर पर फिर से मंडराने लगे, लेकिन साल की दूसरी छमाही उन लोगों के लिए फायदेमंद होगी जिन्होंने बिटकॉइन में लम्बे समय के लिए निवेश किया हुआ है. माइक मानते हैं कि जो निवेशक समझदार हैं वो इस स्थिति को दूसरी छमाही के लिए एक अवसर के रूप में इस्तेमाल करेंगे और दूसरी छमाही में मिलने वाले ईनाम/रिस्क को इसी वक्त के दौरान समझ सकेंगे. माइक ने अपने इन अनुमानों को Bloomberg Galaxy Crypto Index का आधार दिया है जो कि 2018 की मंदी के करीब पहुंच चुका है.
Stock Market Holidays: क्या दिवाली 2022 पर एनएसई, बीएसई में बंद है कारोबार?
डीएनए हिंदी: देश भर में दिवाली के त्योहार के कारण, आज शेयर बाजार (Share Market) में निर्धारित समय कमोडिटी मार्केट क्या है 9:15 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक कारोबार नहीं होगा. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में ट्रेडिंग अपने नियमित समय के दौरान निलंबित रहेगी. हालांकि मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन (Diwali Muhurta Trading 2022) के लिए बाजार शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक एक घंटे के लिए खुलेगा.
क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन की टाइमिंग
बीएसई की वेबसाइट www.bseindia.com पर उपलब्ध स्टॉक मार्केट हॉलिडे 2022 की लिस्ट के अनुसार आज सुबह से शाम के समय के दौरान इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई कार्रवाई नहीं होगी. हालांकि, 24 अक्टूबर 2022 को मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन के लिए इक्विटी और कमोडिटी बाजार दोनों खुले रहेंगे. मुहूर्त ट्रेडिंग 2022 का समय शाम 6:15 बजे से शाम 7:15 बजे तक घोषित किया गया है.
उच्च लीवरेज का फायदा
फ्यूचर्स और ऑप्शंस जैसे कमोडिटी डेरिवेटिव एक असाधारण उच्च स्तर का लीवरेज प्रदान करते हैं. इसके जरिए आप कान्ट्रेक्ट वैल्यू का केवल 5% से 10% अपफ्रंट मार्जिन चुका कर एक बड़ी पोजिशन ले सकते हैं.
वस्तुओं की कीमतों में किसी भी तरह का असाधारण मूवमेंट होने से बहुत लाभ हो सकता है. इसलिए, कमोडिटी ट्रेडिंग आपको लीवरेज का उपयोग करके अच्छा रिटर्न कमाने का मौका देता है.
कमोडिटी ट्रेडिंग के नुकसान
लीवरेज से जितना फायदा होता है उतना ही नुकसान होता है. लीवरेज से आप छोटी पूंजी चुका कर बड़ी पोजिशन ले सकते हैं, लेकिन, कान्ट्रैक्ट की कीमत में थोड़ा सा भी बदलाव आपको भारी नुकसान करा सकता है.
क्योंकि लॉट साइज 100 है और आप 1,000 कान्ट्रैक्ट खरीदे जा रहे हैं. कम मार्जिन की वजह से जोखिम बढ़ जाता हैं, जो आपके पूरे निवेश को जोखिम में डाल सकता हैं.
वोलेटिलिटी का जोखिम
वस्तुओं की कीमतें काफी वोलेटाइल हैं और सप्लाई-डिमांड पर निर्भर करती है. पेट्रोल या डीजल से चलने वाले वाहनों को घटाकर इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर जाना आसान नहीं है.
कोयले से चलने वाली बिजली जैसे ऊर्जा स्रोतों से सौर ऊर्जा जैसे स्रोतों की ओर मुड़ने में काफी समय लगता है.
इसलिए संचयी बेलोचदार मांग और बेलोचदार आपूर्ति ऐसी स्थिति की ओर ले जाती है जहां बाजार की बुनियादी बातों में मामूली बदलाव कीमतों में बड़े उतार-चढ़ाव पैदा कर सकता है.
विविधीकरण के अनुकूल नही
जब कमोडिटी मार्केट क्या है स्टॉक की कीमतें गिर रही होती हैं, तो कमोडिटी की कीमतें आसमान की ओर बढ़ती हैं. वर्ष 2008 के वित्तीय संकट में, वस्तुओं की कुल मांग में गिरावट आई.
जिसके परिणामस्वरूप बड़े पैमाने पर बेरोजगारी हुई, जिसने उत्पादन को और रोक दिया. इसका मतलब है कि कैश ने कम अस्थिरता वाली वस्तुओं की तुलना में बेहतर रिटर्न प्रदान किया है.
इसलिए, कमोडिटीज प्रमुख रूप से इक्विटी वाले पोर्टफोलियो के विविधीकरण के लिए आदर्श उम्मीदवार नहीं हो सकते हैं.
commodity market kya hai in hindi
कोमोडिटी ट्रेडिंग की शुरुआत 1875 मे बाम्बे कॉटन ट्रेड एसोसिएशन लिमिटेड के साथ हुई थी Commodity एक एसा ट्रेडिंग उत्पाद हे जिसका उत्पादन लेन देन व उपभोग किया जा सकता हे Commodity कहलाता हे जैसे -सोना चाँदी एलुमिनियम ऑइल चना गेहु दाल आदि कई प्रकार के उत्पाद हे जिसका व्यापार Commodity के अंतर्गत होता हे|Commodity मे मुख्य
ommodity मे शुरुआत कैसे करे -
commodity market kya hai in hindi
शेयर बाज़ार की तरह ही Commodity मे आप को शुरुआत करने के लिए सबसे पहले आपको यहा Commodity बाज़ार मे ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना रहता हे ,जोकि एक ब्रोकर द्वारा खोला जाता हे |
Commodity मे खाता खुलवाने के लिए जरूरी कागज पेपर -
यहा खाता खोलने के लिए आप के पास अडड्रेस प्रूफ ,आधार कार्ड ,वॉटर कार्ड ,राशन कार्ड या अन्य कोई एसा डॉकयुमेंट जो आपके अडड्रेस की पुष्टि करता हो होता हे तथा आईडी प्रूफ भी लगता हे इसके अलावा आपके पास अनिवार्य पेपर मे पेन कार्ड ,बैंक की पास बूक होना अति आवश्यक होती हे
Commodity मे कैसे ट्रेड करे -
आपका खाता खुलने के बाद आप अपने ब्रोकर को बोल कर भी ट्रेड कर सकते हे जो की आपके खाता खोलते समय आपको एक आईडी उपलब्ध कारवाई थी उस आईडी के जरिये आप स्वय भी ट्रेड कर सकते हो इसके लिए आपके पास एक स्मार्ट फोन की आवश्यकता होती हे या लैपटाप अथवा कम्प्युटर जिसके जरिये आप स्वयं भी कमोडिटी मे व्यापार करके अछि आम्दानी कर सकते हे |
commodity market kya hai in hindi
यहा सबसे अच्छी बात यह होती हे लाखो करोड़ो के सोदे होते हे लेकिन केवल भाव के न की मानलों आपने 100 क्विंटल सोयाबीन खरिदली ओर अब इसको रखने की समस्या गोदाम की समस्या आदि कई समस्या आती हे पर यहा एसा नहीं होता हे यहा आपको केवल भाव खरीदना होता हे ओर वो भी %के हीशाब से न की पूरी रकम देनी पड़ती हे 1000 रुपए क्विंटल की सोयाबीन खरीदी 100 क्विंटल तो आपको यहा केवल आपको 10000 रुपए ही चुकाना हे न की 1,00,000रु|
एक आपके पेसे की बचत की आप कम पेसे मे अच्छा माल खरीद सकते हे तथा दूसरा की आप को अन्य समस्या का सामना नहीं करना पड़ता हे जेसे ट्रांसपोर्ट ,गोदाम ,आदि कई सारी चिजे जो की Commodity मे आपको नहीं करनी पड़ती हे |
कब खेरीदे ओर कब नहीं किसी भी वस्तु को हमे कब खरीदना चाहिए की उसे हम बेचे तो लाभ होगा तो सिदा सा जवाब हे की कम भाव मे खरीदो ओर अधिक भाव मे बेचो किसी भी वस्तु को खरीदते समय यह ध्यान रखान हे की इस वस्तु का मूल्य अभीतक के बाज़ार भाव के बराबर तो नहीं हे या ज्यादा तो नहीं हे अगर वस्तु का मार्केट रेट हाइ हे तो उसे खरीदने मे हमारा नुकसान ही होगा जब उस वस्तु का भाव कम हो तब उसे खरीदे|